ताऊ पहेली अंक 33 में मैं ताऊ रामपुरिया, सह आयोजक सु. अल्पना वर्मा के साथ आपका हार्दिक स्वागत करता हूं. क्ल्यु हमेशा की तरह रामप्यारी के ब्लाग से मिलेंगे. रामप्यारी के ब्लाग पर पहला क्ल्यु 11:30 बजे और दुसरा 2:30 बजे मिलेगा. रामप्यारी का जवाब अलग टिपणी में देवें.
कृपया समय के बढाये जाने की सूचना पर ध्यान देवें:_
आज से ताऊ पहेली का प्रकाशन पहले की तरह ही शनिवार सुबह आठ बजे होगा. अब से इस पहेली के जवाब देने का समय बढाकर अगले दिन रविवार दोपहर १२:०० बजे तक कर दिया गया है. इसके बाद आने वाले सही जवाबों को अधिकतम ५० अंक ही दिये जा सकेंगे.
इस पहेली का रिजल्ट सोमवार को तैयार होते ही घोषित कर दिया जायेगा.इस पहेली मे आयोजकों को छोडकर अन्य जो भी चाहें वो भाग ले सकते हैं.
तो आईये अब आज की पहेली की तरफ़ चलते हैं.
अब रामप्यारी का विशेष बोनस सवाल : - ३० अंक के लिये.
हाय एवरी बडी..वैरी गुड मार्निंग फ़्रोम रामप्यारी. लंकापति रावण के पास जो विमान था उसका नाम क्या था और वह विमान उसने कहां से प्राप्त किया था? अब आप मेरे ब्लाग पर पहली हिंट की पोस्ट पढ सकते हैं 11:30 बजे और दुसरी 2:30 बजे. अब रामप्यारी की रामराम. |
इस अंक के आयोजक हैं ताऊ रामपुरिया और सु,अल्पना वर्मा
नोट : यह पहेली प्रतियोगिता पुर्णत:मनोरंजन, शिक्षा और ज्ञानवर्धन के लिये है. इसमे किसी भी तरह के नगद या अन्य तरह के पुरुस्कार नही दिये जाते हैं. सिर्फ़ सोहाद्र और उत्साह वर्धन के लिये प्रमाणपत्र एवम उपाधियां दी जाती हैं.किसी भी तरह की विवादास्पद परिस्थितियों मे आयोजकों का फ़ैसला ही अंतिम फ़ैसला होगा.
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मग्गाबाबा का चिठ्ठाश्रम
मिस.रामप्यारी का ब्लाग
नोट : – ताऊजी डाट काम पर हर शाम 6:00 बजे नई पहेली प्रकाशित होती हैं. यहा से जाये।
Mcleodganj, is a suburb of Dharamshala in Kangra district of Himachal Pradesh, India
ReplyDeletebaba mandir..gangtok
ReplyDeleteरावन ने पुष्पक विमान कुबेर से जीता था
ReplyDeleteregards
रामप्यारी का जवाब
ReplyDeleteपुष्पक विमान .........कुबेर से प्राप्त
वेष्णु देवी के रस्ते में पढ़ने वाला कोई मंदिर और जगह तो नहीं??
ReplyDeleteregards
ताऊ जी हाल तो कोनी पतो लाग रियो, के या कसी जगै छे। पर कोई माता जी भैरू जी को मंदर जरूर छे। अब प्हाड़ छे, लोग बाग गरम कपड़ा भी फैरियाँ छे, तो राजस्थान की जगह तो कोनी। न तो बना संकोच खै देतो कै तेजाजी या फेर रामदेव जी को मंदर छे। अतरा सारा लंबा लंबा झण्डा तो उठै ही लाग्या रेवे छे।
ReplyDeleteअब ईँ फैळी के कारणे तो तेजाजी, रामदेव जी, माताजी अर भैरूजी से ज्यादा भरोसो रामप्यारी को छे।
रावण का बिमाण को नाम पुष्पक छो जो ऊनैं अपणा भाई कुबैर सूँ झपट ल्यो छो।
ReplyDeleteविमान का नाम तो पुष्पक था...पर कहाँ से लाया......अभी बताती हूँ
ReplyDeleteराम राम ताऊ जी
Hmmm koi pahadi teerth sthal lag raha hai ......
ReplyDeleteपुष्पक विमान असुर माया ने बनाया था.... 'कुबेर के लिए ....जो बाद मे उनके सौतेले भाई रावण ने उनसे चुरा लिया था.....
ReplyDeletebataoo kitni galat baat thee chori.....fir kaam bhee galat hee hua na ussse ??rawan ka ant ...
रामप्यारी, रक्षराज रावण ने पुष्पक विमान को अपने सौतेले भाई यक्षराज कुबेर से झपटा था.
ReplyDeleteहम तो आज नहीं दे पायेंगे जवाब
ReplyDeleteक्योंकि ताऊ जी आपको पता ही होगा
हम सब आज साहित्य शिल्पी के वार्षिकोत्सव
और नुक्कड़ के ब्लॉगर स्नेह महासम्मेलन में
फरीदाबाद में हो रहे हैं आबाद
इसलिए है हमारी फरियाद
अगली बार महासम्मेलन का कभी कोई चित्र लगायें
और उसे सबसे पहचनवायें
तब आएगा मजा
बेहिसाब
यानी महामजा
क्यों ताऊ जी।
रामप्यारी रावण के विमान का तो पता नहीं
ReplyDeleteराम का पता है
पुष्पक विमान
और अपना पता है जो कि विमान नहीं है
वो है इंडिका कार जो चलती है सड़कों पर
पर हमारा विमान तो वही है।
पर अगर कोई विमान बेच रहा हो तो
बतलाइयेगा हमारा दिल खरीदने को हो रहा है बेईमान
पैसे आपसे ही लेंगे बदले में सवारी आपको भी देंगे
उसके पैसे जरूर लेंगे बेटिकट सवारी नहीं चलेगी।
वैसे कोई इंडिका का कोई खरीदार हो तो बतलाइयेगा
क्योंकि हमें मना करने में बहुत मजा आता है
उसका लुत्फ आप भी उठाइयेगा।
और ताऊ जी अपनी टीम के साथ
ReplyDeleteयहां पहेली में बिजी हैं
हम यहां पर आपका इंतजार कर रहे हैं
सोचा है कि रिबन आपसे ही कटवायें
आप नहीं आयेंगे तो आपके पास ही भिजवा देंगे
कटवाने या बंटवाने के लिए।
rampyari, ravan ke viman ka naam tha pushpak aur wo usne raja kuber se hathiya liya tha.
ReplyDeleteरावन के पास जो विमान था वो व्हाइट पेट्रोलियम चलित था और उसका नाम "रावन मेगा-४२० था" और ये सोगात के रूप में अहिरावन दे कर गया था |
ReplyDeleteये सिक्किम का बाबा मंदिर है | जो गंगटोक से आगे नाथुला पास के छांगुल में हैं | बाबा का का पूरा नाम हरभजन सिंह है, जो की अभी पितर योनी मैं है और अभी भी वहाँ पर सेवा रत है ऐसी मान्यता है |
ReplyDeleteरावण के विमान का नाम पुष्पक था. इसे माया ने बनाया था कुबेर के लिए और रावण ने इसे कुबेर से चुरा लिया या छीन लिया था. रावण के मारे जाने पर राम इसे अपने साथ अयोध्या ले आए थे. बाद में इसका क्या हुआ ज्ञात नहीं.
ReplyDeleteआज बड़े दिनों बाद आ पा रहा हूँ ताऊ अपने इस पसंदीदा पन्ने पर...
ReplyDeleteजगह तो देखी-भाली लग रही है। मेरे ख्याल से ये जगह सोलन के रास्ते में तो नहीं है कहीं?
और रावण ने वो विमान लूटा था कुबेर से, इतना तो पता है...नाम ढूंढ़ कर फिर आता हूँ।
रामप्यारी
ReplyDeleteपुष्पक विमान
रावण ने कुबेर से छीना था
प्रणाम
उधर नीरज बहुत घूमता-फ़िरता है,आता हूं उससे पूछ के फ़िर बताऊंगा।
ReplyDeleteये चीन की छाप वाला है तो उसके पड़ोसी किसी राज्य का ही होगा। अब ढूँढ़ते हैं।
ReplyDeleteरावण के विमान का नाम पुष्पक था...
ReplyDeleteजिसे राम प्यारी हथियाना चाह रही है शायद...
मीत
रामप्यारी रावण के पास जो विमान था,उसका नाम था "पुष्पक विमान" और वो उसने अपने सौतेले भाई कुबेर से छीन कर हासिल किया था.......
ReplyDeleteमनसा देवी हरिद्वार...
ReplyDeleteमीत
राम प्यारी, आज तो बहुत प्यारी लग रही है इन मुंछो मे... चल अब तुने पुछ ही लिया तो पहले तेरे सवाल का जबाब भी दे दे...
ReplyDeleteरावण के पास जो विमान था ना वो उस ने अमेरिका से लिया था, पता है ना, ओर उस मे जो तोपे थी वो भी किसी दलाल ने दलाली खा कर नकली ले दी थी, उस जहाज का नाम था घमंड....
लेकिन आज तुझे यह रावण कहां से याद आ गया, अरी आज की बात कर... देख ध्यान से तेरे आस पास कितने रावण है...उन सब के विमानो का पहले हिसाब दे... फ़िर उस नकली रावण के बारे सही जबाब भी दे देगे
देखो ताऊ मै कभी शिमला तो गया नही, ओर ना ही कभी पहाडी पर इतना गंदगी काठेर ही देखा, तो भाई अब मुझे क्या पता कि यह शिमला, या कुल्लू मनाली है... मेणे वेरा कोणी.
ReplyDeleteअपनी राम राम
बाबा मन्दिर,नजदीक नाथुला दर्रा......यह मन्दिर आर्मी के सिपाही हरभजन सिँह उर्फ बाबा जी की याद में बनाया गया है।
ReplyDeleteHatkoti Temple shimla
ReplyDeleteregards
यह जगह शिवखोडी है
ReplyDeleteरामप्यारी जी विमान था तो मिराज होगा या बोईंग होगा.
ReplyDeleteयह जगह नैनीताल भी हो सकती है. पीछे पहाडी दिख रही है
ReplyDeleteरावण के विमान का नाम यमक था, और कुबेर से छिना झपटी कर के लिया था |
ReplyDeleteभारत माता मंदिर क्र पास की कोई जगह, जो हरिद्वार में है
ReplyDeleteताऊ मुझे तो यह वैष्णों देवी मंदिर के रास्ते मे पदने वाली जगह बाल गंगा दिख रही है , आगे आपकी मर्जी.
ReplyDeleteताऊ मुझे तो यह वैष्णों देवी मंदिर के रास्ते मे पदने वाली जगह बाल गंगा दिख रही है , आगे आपकी मर्जी.
ReplyDeleteरामप्यारी रावण दादा के पास हवाईजहाज तो था पर पक्के से वो किसी से छिन झपट कर लिया हुआ था, अब पक्का याद आने पर बताऊंगा.
ReplyDeletebaba mandir sikkim
ReplyDeletewww.sikkimonline.info/.../sikkim_photo_65.html
regards
हां रामप्यारी याद आगया, रावण दादा ने यह हवाईजहाज उनके भाई ऒ कूट पीट कर छीन लिया था और उसको घर से भी बाहर भगा दिया था, मैने उसको बहुत समझाया था पर वो नही माना. उसका कहना था कि कूट पीट कर मेहनत से पाई गई वस्तुओं मे ज्यादा मजा मिलता है.
ReplyDeleteNATHULA : 56 km from Gangtok is the Nathula pass at an alt. of 14,200 feet, bordering between India and China in the Tibetan plateau. It is one of the highest motorable roads and richly covered by various species of Alpine Flora and Fauna. It is also home to the famed Baba Mandir dedicated to memory of an army jawan who is known to defend the nation even after his demise known as Baba Harbhajan Singh. All the army units posted in the area hold him in the highest of esteems.
ReplyDeleteregards
बाबा हरभजन सिंह मंदिर
ReplyDeleteनाथुला और जेलेप ला पास रोड के मध्य स्थित यह मंदिर समुद्र तल से 4420 मीटर की ऊंचाई पर है। यह मंदिर 23 पंजाब रेजीमेंट के सैनिक हरभजन सिंह को समर्पित है। वे 1968 में एक नदी पार करने के दौरान डूब गए थे। यहां के स्थानीय लोगों की मान्यता है कि मंदिर में हरभजन सिंह का आत्मा आज भी विद्यमान है।
regards
ताऊ आज तो थारी पहेली ने मजो चखा दियो...
ReplyDeleteमीत
धर्मशाला.
ReplyDeleteमेक्लोय्यडगंज ध्रमशाला है
ReplyDeleteरावण का विमान मिराज
ReplyDeleteअंबा देवी के वहां की कोई जगह है
ReplyDeleteसिक्किम गंगटोक नाथुला बाबा मंदिर
ReplyDeleteमीत
TAAU HINT KI PHOTO MEIN TO APNE FOUJI JAWAAN NAZAR AA RAHE HAIN TO YE JAGAH SHRINAGAR BHI HO SAKTI HAI ....
ReplyDeleteयह शीलापठार का मालिनी माता मंदिर है.
ReplyDeleteरामप्यारी का जवाब है एयरबस-३२०
ReplyDeleteRAAM PYAARI ..... RAVAN KE VIMAAN KA NAAM THA PUSHPAK VIMAAN .....
ReplyDeleteताऊ की पहेली का बेरा कोन्या।
ReplyDeleteKOI N KOI MANDIR HAI VO BHI PAHAADI ILAAKE MEIN ...... AB JAGAH KOUN SI HAI PATA NAHI CHAL PA RAHA ....
ReplyDeleteरामप्यारीजी रावण जी के पास मेरा विमान था, मुझे वापस दिलाया जाये.:)
ReplyDeleteBadrinath Temple, Himachal
ReplyDelete♥♥♥♥♥♥
रामप्यारीजी से एक्सक्लुजीव बातचीत
Mumbai Tiger
हे! प्रभु यह तेरापन्थ
Pushpaka was originally made by Maya for Kubera, the God of wealth, but was later stolen, along with Lanka, by his half-brother, the demon king Ravana.
ReplyDeletemaine bhi jas ka tas maar liya wikipedia se
nathula darra indo china border
ReplyDeleteBaba Harbajan Singh Temple Near Nathula Pass indo china border
ReplyDeleteरोहतांग पास के पास सैनिक का मंदिर हिमाचल प्रदेश।
ReplyDeleteकृपया सैनिक की जगह शहीद सैनिक पढ़े।
ReplyDeletehmmmmmm
ReplyDeleteGangtok, Sikkim
:( :( :( :( :(
pata nee.
ReplyDeletepar hai himalaya me hi.
एक शहीद जो सैन्य चैकी की रक्षा करता है. सेना उसे पदौनति देती है और साहब छूट्टियों में घर भी जाते हैं. यह उनके मन्दीर की है.
ReplyDeleteTemple of Baba Harbhajan Singh
ReplyDeleteknown as Baba Mandir. 60 km from Gangtok.
रामप्यारी:
ReplyDeleteरावण का विमान: पुष्पक
जिसे उसने कुबेर को हरा कर लिआ था.
ये तो पक्का है जी ये कोई धार्मिक स्थल है पर है कहाँ नही पता जी। इन जगहों मामले में तो हम कच्चे है जी।
ReplyDeleteबाबा हरभजन का मंदिर नैथुला, चाइना बॉर्डर, सिक्किम।
ReplyDeleteये कोई न कोई पर्यटन स्थल है.. पक्के से... हैपी ब्लॉगिंग
ReplyDeleteभारत-तिब्बत सीमा पर नाथूला दर्रे के पास सैनिक "बाबा" हरभजन सिंह का स्मारक. कहा जाता है की उनकी आत्मा आज भी सीमा पर पहरा देती है और हर साल उनकी तस्वीर बाकायदा छुट्टी पर उनके गाँव लाई जाती है
ReplyDeleteताउजी सुबह से लगा था अब तक खोज नहीं पाया कहा का चित्र है अब निकलता हूँ
ReplyDeleteराम राम
इस विमान का नाम है पुश्पक विमान जो रावण नें कुबेर से छीन कर हथिया लिया था. इसी विमान पर रावण सीताजी का अपहरण कर के लंका लाया था.बाद में यह विमान श्री राम के पास जीतकर आया था जिसमें बैठ कर वे अयोध्या वापिस गये थे.
ReplyDeleteसूचना : इस पहेली मे जवाब देने की समय सीमा अब से रविवार दोपहर १२:०० बजे तक की कर दी गई है. जवाब देना चालू रखिये. धन्यवाद.
ReplyDelete-आयोजक गण
सूचना : इस पहेली मे जवाब देने की समय सीमा अब से रविवार दोपहर १२:०० बजे तक की कर दी गई है. जवाब देना चालू रखिये.
ReplyDeleteइसका आशय यह हुआ कि गलत जवाब देना जारी रखा जा सकता है शायद कोई तुक्का तीर बन जाए। जब समय बढ़ाया गया है तो दो चार हिंट और दिए जाएं, जैसे रात को 12 बजे, सुबह 4.30 बजे लेकिन हिंट देने के आधे घंटे बाद हटा दिए जाएं। जिससे जो जागे वही पावे, सोने वाले खोवें।
TAU JI.
ReplyDeleteABHI TO BAHUT TIME PADA HAI.
FIR BHI JAWAB HAI-
MCLEODGANJ, (DHARMSHALA.)
अरे, ये जगह ही तो देखने से रह गई थी जब गंगटोक गया था. बस ५०-६० किमी जाना था पहाड़ पर मगर ऐसी बरफ गिरी कि रास्ते बंद और बाबा के दर्शन ही रह गये. काश, कोई पुष्पक विमान मैने भी छुड़ा लिया होता उस कुबेरवा से, तो उसी में चला जाता बैठ कर..
ReplyDeleteसिक्किम.
ReplyDeleteपुष्पक विमान, जो रावण ने कुबेर से लिया था.
ReplyDeleteअरे ताऊ सुनो मेरा जबाब , यह वो मंदिर है जहां मै भी नही गया,ओर यह मंदिर भारत मै मोजूद है, किसी पहाडी पर है, साथ मै बहुत बडा तलाब है, जिस का पानी बहुत पबित्र है, लोग बोतले भी वही फ़ेक कर आते है,
ReplyDeleteरामजी का विमान तो पुष्पक विमान ही था ..पहेली के और अधिक सही जवाब का इंतिजार रहेगा..!!
ReplyDeleteकारगिल
ReplyDeleteसियाचिन ग्लेशियर ओ.पी.बाबा
ReplyDeleteram pyari ke sawaal ka jawaab hai pushpak vimaan
ReplyDeleteरावण के विमान का नाम पुष्पक था जिसे उसने कुबेर को पराजित करके उस पर कब्जा कर लिया था।
ReplyDeleteसूचना : इस पहेली के जवाब देने का समय समाप्त हो चुका है. अब जो भी सही जवाब आयेंगे उनको अधिकतम ५० अंक ही दिये जा सकेंगे. इस पहेली आयोजन मे भाग लेने का आप सभी का आभार.
ReplyDelete-आयोजक गण
taaooji..........NAKAL KAR RAHA HOON.
ReplyDeletebaba mandir..gangtok
रामप्यारी का जवाब
ReplyDeleteपुष्पक विमान .........कुबेर से प्राप्त
ये सिक्किम का बाबा मंदिर है | जो गंगटोक से आगे नाथुला पास के छांगुल में हैं | बाबा का का पूरा नाम हरभजन सिंह है, जो की अभी पितर योनी मैं है और अभी भी वहाँ पर सेवा रत है ऐसी मान्यता है |
ReplyDeleteताऊ जी याद रखकर मेरा नम्बर जोड देना जी
ReplyDeleteराम राम जी
ताऊ का पहला ग्रहाक पहुचा अपना प्लोट लेने चन्द्रमा पर- देखे कोन है ?
♥♥♥♥♥♥
ताऊ का पहला ग्रहाक पहुचा अपना प्लोट लेने चन्द्रमा पर- देखे कोन है ?
Mumbai Tiger
हे! प्रभु यह तेरापन्थ
ताऊ जी सब की बात सुन कर मुझे समझ नही आ रहा कि किस्की नकल मारूँ छलो सीमा जी कि बात सही है अपना भी यही जवाब है और रावण के विमान का नाम पुश्पक था इतनी बार तो रमायण पढ ली है राम राम्
ReplyDeleteगंगटोक
ReplyDeleteइब बैरा पाट ग्या
ReplyDeleteघणै सारै ब्लॉगर
ताऊ पहेली में बिजी रहे
वे पढ़ सकते हैं रपट
1. देशनामा
2. कुछ मुस्कुराते पल-कुछ सच कुछ सपने
3. साहित्य शिल्पी
4. इरशादनामा
5. नुक्कड़
6. चौखट
7. रंगकर्मी
तथा दैनिक जागरण और दैनिक हिन्दुस्तान के फरीदाबाद संस्करण में।
अगली बार ताऊ जी से संचालन करवायेंगे
फिर तो सारे ब्लॉगर महासम्मेलन में ही आयेंगे
उस दिन ताऊ पहेली में भी राष्ट्रीय अवकाश घोषित करवायेंगे
सारे ब्लॉगर स्नेह महासम्मेलन का भरपूर आनंद उठायेंगे।
सूचना : अब जो भी सही जवाब आयेंगे उनको जवाबी पोस्ट मे सम्मिलित नही किया जा सकेगा. सिर्फ़ आपके नंबर आपके अकाऊंट मे जमा कर दिये जायेंगे. धन्यवाद.
ReplyDelete-आयोजक गण
taoo ji yah jagah hai sikkim main Tsomgo ke paas indo_china border par yeh ek bhartiya fauji ki yaad main bana mandir hai
ReplyDeletekuch detail is parkaar hai :-
Baba mandir was at least another hour from the lake and I was already wondering if I had made the right decision. I was greeted by a flock of Indian tourists at 13000 feet all of whom were scrambling into the mandir . The mandir is actually a shrine which has been created in memory of Harbajan Singh. The story goes that in October 1968 sepoy Harbhajan Singh was escorting a mule caravan from his battalion headquarters in Tekula to Dengchukla, he fell into a fast flowing stream and drowned. Search for Sepoy Harbhajan was made with no results, and it was on the fifth day of his being missing that his colleague Pritam Singh had a dream of Harbhajan Singh informing him of his tragic incident and his dead body being found under the heap of snows. Harbhajan Singh desired to have a samadhi made after him but Pritam Singh ignored the dream as just as an imagination. Later when the body of Sepoy Harbhajan Singh was found at the spot where he had informed, the army official was taken aback and to mark respect towards his wish a samadhi was constructed.
Kullu!
ReplyDelete