प्रिय बहणों और भाईयों, भतिजो और भतीजियों सबको शनीवार सबेरे की घणी राम राम.
ताऊ पहेली अंक 26 में मैं ताऊ रामपुरिया, सह आयोजक सु. अल्पना वर्मा के साथ आपका हार्दिक स्वागत करता हूं.
यहां बार बार नियमों का उल्लेख ना करते हुये हम अब सीधे पहेली की तरफ़ चलते हैं. जो प्रतिभागी नये हैं वे यह पोस्ट पढ कर नियमों की विस्तृत जानकारी ले सकते हैं. क्ल्यु हमेशा की तरह रामप्यारी के ब्लाग से मिलेंगे.
रामप्यारी के ब्लाग पर पहला क्ल्यु ११:३० बजे और दुसरा २:३० बजे मिलेगा.
तो आईये अब आज की पहेली की तरफ़ चलते हैं.
अब रामप्यारी का विशेष बोनस सवाल : - ३० अंक के लिये
हाय आंटीज, अंकल्स एंड दीदी लोग.. सिल्वर जुबिली के बाद की वैरी सवीट एंड समाईली गुड मोर्निंग फ़्रोम मिस रामप्यारी… सवाल यह है :- महाभारत के पांचो पांडवों के माता-पिता का नाम बताईये. बिल्कुल सिंपल सवाल.
बताओ अंकल आंटियों और दीदीयो, और ३० नम्बर रामप्यारी से पाओ. अब आप मेरे ब्लाग पर पहली हिंट की पोस्ट पढ सकते हैं ११:३० बजे और दुसरी २:३० बजे. |
इस अंक के आयोजक हैं ताऊ रामपुरिया और सु,अल्पना वर्मा
नोट : यह पहेली प्रतियोगिता पुर्णत:मनोरंजन, शिक्षा और ज्ञानवर्धन के लिये है. इसमे किसी भी तरह के नगद या अन्य तरह के पुरुस्कार नही दिये जाते हैं. सिर्फ़ सोहाद्र और उत्साह वर्धन के लिये प्रमाणपत्र एवम उपाधियां दी जाती हैं. किसी भी तरह की विवादास्पद परिस्थितियों मे आयोजकों और ताऊ साप्ताहिक पत्रिका के संपादक मंडल का फ़ैसला ही अंतिम फ़ैसला होगा.
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रामप्यारी, बड़ा खत्रनाक प्रश्न पूछ दिया। पहले मातायें इस प्रकार हैं-
ReplyDeleteयुधिष्ठिर, भीम और अर्जुन की माता कुंती
नकुल और सहदेव की माता माद्री
अब पिता का मामला खतरनाक है क्योंकि कानोनन तो सबके इता पाण्डु थे। पर देवताओं के अंश के हिसाब से ऐसा समझो-
युधिष्ठिरा- धर्मराज
भीम- पवन
अर्जुन- इंद्र
नकुल और सहदेव अश्विनि कुमार
Taoo ka sahi jawaab hai pandava caves Goa, ( "Aravalem Caves" also known as the Pandava caves, named after the 5 Pandava brothers of the epic "Mahabharata". There is a "Shivlinga" in each cave . )
ReplyDeleteकहीं ये पांडव गुफा पचमढी तो नही?
ReplyDeleteram pyari ka jawab hai
ReplyDeleteYudhisthir - Pandav/ Yam
Bheem - Vayu
Arjun- Inder
Nakul- Aswin Gods
Sahdev- Aswin Gods
or ek Karan tha jo shurya ka putra tha
meghalya
ReplyDeleteRegards
ताऊ हमने तो यह जगह नहीं देखि |
ReplyDeleterampyari ans
ReplyDeleteFather was pandu and mothers kunti and madri.
Regards
रामप्यारी, सारे पांडवों के पापा तो राजा पांडू थे, युधिष्टिर, भीम और अर्जुन की मम्मी कुंती थी और नकुल और सहदेव की माद्री!
ReplyDeleteये तो कम थे तो मम्मी-पापा, बेटों के नाम रब याद थे, अच्छा हुआ तुमने कौरवों के नाम नहीं पूछे!!
चित्र पहेली का उत्तर तो पता नहीँ - हाँ
ReplyDeleteमहाभारत के पाँचोँ पाँडवोँ के , पिता यूँ तो महाराज पाँडु ही कहलाते थे
परँतु असल मेँ उनकी बडी महारानी कुँती देवी को वर प्राप्त था जिसके तहत
ौन्होँने धर्मराज युधिष्ठिर के जन के समय धर्मराज को मँत्र शक्ति से बुलवाया था जिनके आशिष से युधिष्ठोर जन्मे
भीम दूसरे पुत्र पवन देव से उतपन्न हुए, तीसरे अर्जुन इन्द्र देवता की कृपा से जन्मे -
तद्`पस्चात्, कुती से छोटी महारानी माद्री को भी यही वर मँत्र शक्ति स्वरुप दिया गया - उन्होण्ने १ बार के प्रयोग
से २ पुत्रोँ की प्राप्ति करने की ठानी - देवोँ के वैध अश्विनी कुमारोँ को निमँत्रण मँत्र देने पर नकुल व सहदेव चत्रुर्थ और पाँचवे पाँडु पुत्रोँ का आगमन हुआ - देव मँत्र सिध्ध कर अँतर्ध्यान हो गये और पाँचोँ पाँडव भाई पाँडु राजा के उत्तराधिकारी बने -
- लावण्या
ताऊ ये युनिवर्सीटी की बिल्डिंग है जिस पर अभी प्लास्टर होना बाकी है.
ReplyDeleteरामप्यारीजी आपके सवाल का जवाब बिल्कुल सीधा है. इतने सीधे सवाल पूछने का क्या फ़ायदा?
ReplyDeleteपिता का नाम पाडू महाराज और माता का नाम कुंती
यह फ़ूटी खोह दिखती है. अभी सोच कर बताता हूं.
ReplyDeleteरामप्यारी का जवाब मे :- मा तो कुंती ही थी यह सर्व विदित है, और वे पांडव लोग देवताओं के अंश से उतपन्न हुये थे.
ReplyDeleteअभी कहना मुशकिल है . ढूंढ कर आते हैं.
ReplyDeleteरामप्यारी आजकल तू बडी चालाकी करती है. तेरे सवाल मे कुछ गडबड लग रही है. इतना सीधा सवाल तू कब से पूछने लग गई? फ़िल्हाल तो जा रहा हूं, सोचकर आरहा हूं.
ReplyDeleteये एल्लोरा है
ReplyDeleteये एल्लोरा है
ReplyDeleteरामप्यारी का जवाब पता करके देंगे.
ReplyDeleteयह एल्लोरा केव्ज हैं. पक्के से. पर यह जवाब पक्का नही है, बाद मे आकर फ़ायनल देंगे अभी तो यही समझिये
ReplyDeleteरामप्यारी का जवाब है धृतराष्ट्र और गांधारी
ReplyDeleteभाई बेरा कोनी यो के चाल्हा है? कदी देख्या कोनी.
ReplyDeleteरामप्यारी का सवाल - भीष्म और मां का नाम बेरा कोनी
ReplyDeleteमै पेशे एक फोटोग्राफर हु मुझे भी चित्र खोजना पसन्द है,
ReplyDeleteआप के बारे मे मैने बहुत सुना था ,आज आप के ब्लाग को पडा,आप के बारे मे मैने हिमान्शु जी सुना था, क्यो की वे हमारे सहपाठी है, वे मेरे बचपन के मित्र भी है,उन्ही के प्रेरना से मैने ब्लोगिन्ग करना शुरु किया ।
शायद ये,
अजन्ता एलोरा की गुफा है
tukka maar rahe hain
ReplyDeleteelephanta caves
ajanta ellora caves
ReplyDeleteतौ मानने तो पहले ही पता था तू कड़ी घूमने जावेगा और ली आएगा फोटो खैंच के ..पहेली पोछन लेई..मन्ने तो लगे से यो सेल्ल्युलर जेल सी पुराणी वाली पोर्ट ब्लेयर में
ReplyDeleteयो थारे पीछे से बिल्लन पूरी महाभारत चाट गी देख कैसे सवाल पोछे है..
चल सुन बिल्लन ..पन्दावन न पिता श्री तो था ..पंडू ..
और भीम, युधिश्थित, और अर्जुन की माँ थी कुंती..
नकुल और सहदेव की माँ थी पंडू की दूसरी पत्नी माद्री..
देख बिल्लन इब ये न कहियों की मैं तो उन देवताओं के नाम पूछी थी जिनका आवाहन कुंती ने किया से..मैं वो भी जानू हूँ..
चल अब क्लू के बाद..फेर मिलेंगे
दिल्ली वाले कहां हैं
ReplyDeleteकिसी के पास पुरानी कार ही नहीं है
जो उन्हें बेचनी हो
या पहेली को सुलझाने में
इतने उलझे हैं
विज्ञापन पढ़ने की फुरसत नहीं है
या दिल्ली वाले अभी नींद से उठे नहीं हैं
खैर ...
जब जागें तभी सवेरा
दिन तो पड़ा है बाकी पूरा।
जवाब तो मैं भी दूंगा पहेली का
पर हिंट तो मिलने दें
तभी हिट करूंगा
रामप्यारी के सवाल का जवाब है
ReplyDeleteतीन पाण्डव (युद्धिष्ठर, भीम और अर्जुन) पाण्डु और कुंती से
दो पाण्डव (नकुल और सहदेव)पाण्डु और माद्री से
वैसे माता तो पांचों पाण्डवों की यही दोनों थी मगर पिता सबके अलग-अलग भी कहे जा सकते हैं।
धर्म, पवन, इन्द्र और अश्विनी कुमार
रामप्यारी जी के सवाल का जवाब है
ReplyDeleteमाता-कुंती और माधवी
पिता-पांडू
और शायद ये मौर्य कालीन एल्लौरा की गुफाएं हो सकती हैं।
ताऊ जी, जगह का तो पता नहीं लग रहा है। रामप्यारी के हिंट का इंतजार करते हैं।
ReplyDeleteपाण्डवों के पिता का नाम पाण्डु था। पाण्डु की दो पत्नियाँ थीं - कुन्ती तथा माद्री। युधिष्ठिर, भीम तथा अर्जुन की माता कुन्ती थी और नकुल एवं सहदेव माद्री के पुत्र थे।
पाण्डु आखेट में मैथुन रत मृग को मार देने के कारण मृगी से शापग्रस्त हो जाने से मैथुन नहीं कर सकते थे। निस्संतान होने से मुक्ति असंभव थी। कुंती मंत्र शक्ति से देवताओं का आव्हान कर सकती थी।
कुंती ने देवताओं का आव्हान किया और उन से पुत्र प्राप्त किये। धर्म से युधिष्ठिर, वायु से भीम और इंद्र से अर्जुन उत्पन्न हुए। उस ने माद्री को भी मंत्र की दीक्षा दी। माद्री ने अश्विनी कमारों का आव्हान किया जिस से नकुल और सहदेव का जन्म हुआ।
इस मंत्र का विवाह पूर्व उपयोग कर लेने के कारण कुंती सूर्य से एक पुत्र और प्राप्त कर चुकी थी लेकिन लोक लज्जा के कारण उसे नदी में बहा दिया गया। जिसे एक सूत ने पाला। वह कर्ण कहलाया।
रामप्यारी जी के सवाल का जवाब है पांडव के पिता पांडू और मां का नाम कुंती और माध्वी। वैसे मान्यता ये है कि पांडव भगवान के अंशदान से पैदा हुए थे।
ReplyDeleteसेलुलर जेल है क्या
ReplyDeleteउदयगिरी उडीसा बाकी हिंट आने पर एक कोशिश और की जायेगी :)
ReplyDeleteताऊ
ReplyDeleteमन्नै तो यो किसे चिडियाघर महै शेर के पिंजरे का पिछला हिस्सा लागै सै
पांडवों की गुफाएं,Aravalem
ReplyDeleteपाण्डवों के माता पिता इस प्रकार हैं:
ReplyDeleteयुधिष्टिर: कुंति व धर्म
भीम : कुंति व वायू
अर्जून : कुंति व इंद्र
नकुल व सहदेव : माद्री व अश्विनी कुमार
इसिलिये पहेली से दूर भागता हूं,जब देखो कठिन सवाल!अरे हम जैसे अनइंटैलिजैंट भतीजों का तो खयाल रखा करो ताऊ, सारी ताऊजी, सारी आदरणीय ताऊजी।
ReplyDeleteरामप्यारी, तेरे सवाल का जवाब ये है-----
ReplyDeleteपाँचों पांडवों के पिता का नाम----"पाण्डू"
युधिष्टर, अर्जुन,भीम की माता---"कुन्ती"
नकुल और सहदेव की माता----"माद्री"
किन्तु इन पांचों पांडवों में भिन्न-भिन्न देवताओं के भी अंश विधमान थे। अर्थात "धर्मदेव" से युधिष्ठर, "इन्द्र देवता" से अर्जुन, "वायुदेवता" से भीम, "अश्विनी कुमारों" से नकुल तथा सहदेव का जन्म हुआ। इस नजरिए से देखा जाए तो ये पांचों देवता भी पांड्वों के पिता हुए।
chhattisgarh
ReplyDeleteregards
pandava caves
ReplyDeletehttp://tbn1.google.com/images?q=tbn:_snRaNBBEM_uLM:http://www.goacentral.com/Goatemples/PandavaCaves1.jpg
regards
http://tbn2.google.com/images?q=tbn:3u9GDb4EeGFfhM:http://www.goacentral.com/Goanatural/PandavaCaves2.jpg
ReplyDelete"pandava caves goa"
regards
ये खंड गिरी की गुफाएं हैं...उडीसा में...पुरी के पास...
ReplyDeleteनीरज
ये है 9 km south of Bicholim Town, Arvalem caves जिसे Pandavas Caves के नाम से भी जाना जाता है।
ReplyDeleteअरे ताऊ मेरे स्कूल की बिल्डिंग की फोटो कहे लगा दिए ?
ReplyDeleteजून दिनांक १३,२००९ शनिवार सुबह की सभी को राम राम ,नमस्ते,
ReplyDelete:) आशा है ,क्लू के बाद अब पहेली बूझना बहुत ही आसान हो गया होगा!
रामप्यारी के ब्लॉग पर पहेली २६ के क्लू छाप गए हैं..वे दोनों तस्वीरें उस राज्य की तरह इशारा कर रही हैं जहाँ यह मुख्य पहेली वाली जगह भी है.
अगला और अंतिम क्लू दोपहर ढाई बजे रामप्यारी के ब्लॉग पर आएगा.
धन्यवाद,
पांडवो के पिता का नाम था पांडू...
ReplyDeleteऔर उनकी माता का नाम था कुंती और माद्री
नकुल और सहदेव की माँ माद्री.. थी
और बाकि तीन की माँ कुंती थी...
मीत
गोवा या कर्नाटक में है क्या?
ReplyDeleteदूधसागर प्रपात लग रहा है
Arvalem Caves
ReplyDeleteGoa
These caves from the 6th century, are quite small, with no articulate sculptures or paintings.
They are also claimed to be known as the Pandava caves, signifying the reign of Pandavas here during their 12 year exile as described in the Mahabharata. The shafts of the four carved lingas inside the cave resemble to those found at the famous Elephanta and Ellora caves.
My Quiz Answer -
ReplyDeleteARVALEM CAVES in the State of Goa
mujhe to koi jail lag raha hai...
ReplyDeletequiz answer- Arvalem Caves in Goa
ReplyDeletehamne ekdam sahi answer diya hai. mere answer ko publish kariye.
ReplyDeleteis baar to ham fail ho hi nahi sakte.
Alpana didi aap hamare answer ko dikhayiye.
ReplyDeletehamara answer sahi hai na ?
गोवा का फोर्ट कोर्जुइम या कोई और फोर्ट है
ReplyDeleteअगोडा फोर्ट तो मैने देखा है
पता नही ताऊजी आप किस-किस एंगल से तस्वीरें खींच कर लाते हैं
पाण्डवों के पिता का नाम पाण्डु था।
ReplyDeleteपाण्डु की दो पत्नियाँ थीं - कुन्ती तथा माद्री। युधिष्ठिर, भीम तथा अर्जुन की माता कुन्ती थी
और नकुल एवं सहदेव माद्री के पुत्र थे
गोवा के डोना पाऊला बीच के पास सलीम अली बर्ड सेंचुरी का कोई पिंजरा है क्या
ReplyDelete१-बौद्ध विहार ,साँची ,मध्य प्रदेश
ReplyDelete२-महाराज पांडु पिता और माता कुंती और माद्री .
Rampyari ka answer hai-
ReplyDeletePandavon ke pita - Pandu
Pandavon ki maata - Kunti
very simple question
hamko answer diye huye itni der ho gayi fir bhi kyon nahi dikha rahe hain ?
ReplyDeletetaau ji
alpana didi
seema didi
vinita didi
aap log hamara answer publish kijiye.
ताऊ जी पहेली का पहला पुरस्कार फिर जबलपुर वाले समीर लाल जी के खाते में जा चुका होगा। अब भीम बैठका गुफाओं के बारे में उन के सिवा और कौन सब से पहले बताएगा। हमारे यहाँ तो 10 बजे तक बिजली कटौती रही। फिर भीम बैठका देखा नहीं था सो भटक गए। अब रामप्यारी के क्लू से कुछ समझ आया है। रामप्यारी को बहतु बहुत धन्यवाद कहना हमारी तरफ से।
ReplyDeleteराम राम ताऊ
ReplyDeleteपहेली का उत्तर : यह जगह है "पांडव गुफाएं" गोवा में
रामप्यारी के बोनस सवाल का उत्तर :
युधिष्ठिर - कुंती + धर्मं देव
भीम - कुंती + वायु देव
अर्जुन - कुंती + इन्द्र देव
नकुल और सहदेव - माद्री + दोनों जुड़वाँ अश्विन बंधु ( दोनों भाइयों से एक एक पुत्र )
Madhugiri Fort
ReplyDeletemeet
tau ji mera javab to dikhai nahin de raha hai yahan ... sahi hai na ?
ReplyDeletebonus wala to pakka sahi hai
:-)
ताऊजी और अल्पना जी को प्रणाम.. मुझे तो यह जगह गोआ लग रही है.. आभार
ReplyDeleteताऊ कहीं ये कालरा केव तो नहीं...जो लोनावला महाराष्ट्र में है...???हमारे घर के पास...???
ReplyDeleteनीरज
Rampyari tum hamare pahle wale answer ko change kar do.
ReplyDeletecorrect answer is tarah hai-
Pandavon ke Pita - Pandu.
Yudhisthir, Arjun aur Bhim ki maa thi - Kunti.
Nakul aur Sahdev ki maa thi - Maadri
यह पांडवो की गुफाएं हैं...
ReplyDeleteअरावलेम, में
Aravalem Waterfalls के पास...
रुद्रेश्वर मंदिर के पास...
याहू मैंने जवाब दे दिया...
मीत
इतना मुश्किल चित्र है...... समझ ही नहीं आ रहा क्या करुँ...............कोई तो बताये क्या है ये.......... किसका तुका सही है समझ नहीं आ रहा............ चलो थोडी देर बाद देखता हूँ..........
ReplyDeleteताऊ ये अजन्ता केव हैं .....
ReplyDeleteरामप्यारी के बोनस सवाल का उत्तर
युधिष्ठिर - कुंती,धर्मं देव, भीम - कुंती, Pawan Dev, अर्जुन - कुंती, इन्द्र, नकुल और सहदेव - माद्री, जुड़वाँ अश्विन बंधु
ham jaante hain ki is baar hamaara answer 101 percent sahi hai. isliye roka hai aap logo ne.
ReplyDeletekitna aasaan quiz poochte hain aap log bhi.
ताऊ यह तो वो जगहा है जहां पुराने जमाने मै पांचो पांडब जंगल मे घमते घुमते अचानक यहां पहुच गये थे, जहां पर भगवान राम ओर उन का परिवार भी यहां रहता था, फ़िर भगवान राम ने नोकर ने इसी मकान के बारमडे मे पांचो पांडवो को बिठा कर दही की लस्सी साथ मे मक्की की रोटी ओर सरसो का साग, साथ मे गुड ओर हरी मिर्च खिलाई थी, शायद इसी लिये इस जगह का नाम हरी मिर्च ओर गुड पड गया.
ReplyDeleteयह जबाब गलत हो ही नही सकता, क्यो कि मुझे आज सपने मे खुद राम जी ने बताया था कि ताऊ आज यही पहेली बूझेगा.
सीता राम राधे श्याम
अरे आंटीयों अंकलों और दीदियों ...आज तो गजब होगया..मैने अभी आकर टिपणी पढना शुरु की तो लगता है गलती से आज एक सही जवाब भी अभी से पबलिश कर दिया गया है. अब किसका जवाब सही है ये बताकर मुझे पिटना थोडे ही है.
ReplyDeleteपर आप तलाश कर लिजिये. इन्ही प्रकाशित जवाबों मे एक सही जवाब भी है.
अब ये आप लोगों को कनफ़्युज करने के लिये प्रकाशित किया गया है या क्यों? ये अपने को पता नही. और वो तो क्या है कि इतनी बडी बात मेरे छोटे से पेट मे पच नही पारही थी सो आपको बता दी.
और चिंता क्युं करते हैं? बस अभी थोडी देर बाद ही मेरे ब्लाग पर चले आईयेगा. वहां मैं आपको बडा मस्त चकाचक हिंट दूंगी. आपको साफ़ साफ़ समझ आ जायेगा कि ये क्या आफ़त है? पर आपको विद्द्या माता की कसम..मेरा नाम हरगिज मत लेना.
तो अब मैं जा रही हूं..अढाई बजे की पोस्ट लिखने.
रामराम.
आपसे अनुरोध है कि रामप्यारी के सवाल का जवाब अलग टिपणी मे देवें..आपका एक जवाब सही और दुसरा जवाब गलत होने की दशा मे हम आपकी टिपणी पबलिश भी नही कर सकते. और आप यह जानकर की आपकी टिपणी अप्रकाशित है..आप उसको सही मान बैठते हैं.
ReplyDeleteआपसे सहयोग की आकांक्षा के साथ :
- आयोजक गण
अरी राम प्यारी तो सुन अपने सवाल का जबाब ओर जल्दी से मेरे पहले ३० नम्बर मुझे भेज दे...
ReplyDeleteपांचो पाण्ड्वो की मां का ना था ( दो माये )कुंती ओर माद्री.
पिता श्री का नाम था पाण्डु ? अजी नही ध्यान से देखो...
पिता का नाम था
युधिष्ठर के पिता का नाम था धर्म
भीम के पिता का नाम था वायुदेव
अर्जुन के पिता का नाम था इन्द्र
यह तीनो की मां थी कुंती
फ़िर माद्री से दो बच्चे हुये...
पिता का नाम
नकुल ओर सहदेव के पिता का नाम था अश्र्वनी कुमार थे
अरी राम प्यारी अब हम भी बाबा बनने वाले है तेरे ताऊ के संग
पहेली का आखिरी क्लू रामप्यारी ने अपने ब्लॉग पर दे दिया..एक खूबसूरत 'सागर!'
ReplyDeleteअब तो मुख्य पहेली की तस्वीर का नाम आप सभी को मिल गया होगा.
क्लू की तस्वीरें आप को सिर्फ मुख्य पहेली की जगह को खोजने में मदद करने के लिए दिखाई गयी हैं ,उनके [क्लू की तस्वीरों के]अकेले नाम बताने से आप को अंक नहीं मिल पाएंगे..मुख्य तस्वीर का नाम तो आप को बताना ही पड़ेगा! :)
-@अलका जी कुछ जवाबों को अभी भी जांच के लिए रोका हुआ है..सभी जवाब ताऊ जी के पास हैं हमारा उन पर कोई नियंत्रण नहीं है..इस लिए हम उन्हें आज़ाद नहीं कर सकते!
-यह तस्वीर अंतर्जाल से ली गयी है इस लिए बिलकुल यही तस्वीर आप को गूगल बाबा के पास आसानी से मिल जायेगी.
आभार
savere hamne jawab de diya tha raampyari wali paheli ka par ham jaldi main the is liye ham pandavon ke baap ka naam to bata gaye par maa ka naam nahi bataya to woh hai yudhisther, bheem or arjun ki maa ka naam hai kunti or nakul sahdev ki man ka naam hai mandri.
ReplyDeleteab ram pyari ka jawaab poora ho gaya
मेरी टिप्पणी कहाँ गई?
ReplyDelete@संजय बेंगाणी अंकल,
ReplyDeleteआप चिंता मत करिये, आपकी सुबह वाली टिपणी तो रामप्यारी के पास मस्त चकाचक रखी है संभाल कर.:)
यह जगह गोवा है
ReplyDeleteपिता का नाम पाडू महाराज और माता का नाम कुंती
ReplyDeleteदूसरा जवाब है यह
गोवा है यह जगह
ReplyDeleteपर टिप्पणी नहीं पब्लिश हो रही है
समझ नहीं आ रही वजह।
हा हा हा ..तौ इब फंसा तू ..ले सुन ये थारी गुफाएं हैं भीमबैठका की गुफाएं..
ReplyDeleteदूसरा उत्तर अगली टिप्प्न्नी में..
गोआ की पाण्डव गुफाऐं... इनको अरवलेम गुफा भी कहते हैं..राम प्यारी एक चाकलेटे तेरे लिये..
ReplyDeleteले ताऊ बिल्लन ने जो पूछय ऊका जवाब...
ReplyDeleteयुधिष्ठिर - कुंती + धर्मं देव
भीम - कुंती + वायु देव
अर्जुन - कुंती + इन्द्र देव
नकुल और सहदेव - माद्री + दोनों जुड़वाँ अश्विन बंधु ( दोनों भाइयों से एक एक पुत्र )
वैसे ओफ्फिसीयाली रज्सितर्द पिता श्री पाण्डु जी थे
इब करांगे रिजल्ट का इन्तजार ...
कुंती के बेटे - युधिश्टर, अर्जुन और भीम
ReplyDeleteऔर मादरी के बेटे नुकुल और सहदेव
युधीश्टर के पिता - धर्म -
भीम के पिता - वायु
अर्जुन के पिता - इन्द्र
और्र नकुल और सहदेव के पिता - अश्विन
बड़ा पेचिदा खान दान है माईगोड..;)
ताऊ यो ससुरी paandavas केव्स है गोवा की
ReplyDelete..ससुरी गूगल में भी दिख गयी मन्ने तो..
यो जवाब फाईनल से ..
क्लू में अरवालम फाल्स दिखा दिया तन्ने..क्यूँ ठीक से न..
"यह पहेली प्रतियोगिता पुर्णत:मनोरंजन, शिक्षा और ज्ञानवर्धन के लिये है. इसमे किसी भी तरह के नगद या अन्य तरह के पुरुस्कार नही दिये जाते हैं."
ReplyDeleteसवाल यह है कि क्या कार के लिये दिया विज्ञापन भी हंसी मजाक के लिये दिया गया है. एक नजर में इस में न तो मनोरंजन, न ज्ञानवर्धन की गुंजाईश दिखती हैं.
हां शिक्षा की गुंजाईश जरूर दिखती है कि ताऊ के चिट्ठे पर जो भी लापरवाही से जायगा वह अपने अज्ञान के लिये शिक्षा और शिक्षा (पढाई/सजा) जरूर पायगा. क्या मैं भी दोचार विज्ञापन भेज दूँ?? (सारथी चिट्ठा बिकाऊ है, आदि??)
आज सुबह, सच ताऊ, जो चेहर उतरा और कपकपी आने लगी तो घर वाली को लगा कि जरूर मलेरिया ही है, वर्ना यह आदमी जो जरूरत पढने पर भी नहीं कांपता वह बेवजह क्यों कांप रहा है.
खैर घर के सारे डाक्टरों ने जब हथियार डाल दिये तो उन्होंने मुझ से ही पूछ लिया कि आपके रोग का क्या है राज.
मैं ने उत्तर दिया कि हमेशा के समान आज भी ताऊ जी के चिट्ठे से "लौट के बुद्धू आये घर पे" की सोच कर कांप रहा था !!
सस्नेह -- शास्त्री
हिन्दी ही हिन्दुस्तान को एक सूत्र में पिरो सकती है
http://www.Sarathi.info
ये हैं तो पांडव गुफा ही, अरवालेम गोवा की
ReplyDeleteभीम बैठका गुफाओं की तस्वार लगती है।
ReplyDeleteराम-राम।
रामप्यारीजी आपके सवाल का जवाब
ReplyDeleteपिता का नाम पांडू
और माता का नाम कुंती
ये रहा रामप्यारी के सवाल का जवाब - महाभारत के पाँचों पांडवों के माता-पिता का नाम :
ReplyDeleteयुधिष्ठिर, अर्जुन, भीम की माता : कुंती एवं पिता : पांडु
नकुल, सहदेव की माता : माद्री एवं पिता : पांडु
क्यूँ रामप्यारी सही है ना ???
साभार
हमसफ़र यादों का.......
ताऊ, रामराम
ReplyDeleteअजी हिंट के हिसाब से तो ये जगह गोवा की होनी चाहिए, सही सही पता नहीं है, इसलिए पूरा इस्टेट ही बता रहा हूँ.
और जो है रामप्यारी,
ReplyDeleteउनकी मां तो थी कुंती, अर पापा थे सारों के अलग-अलग.
अरे नहीं नहीं नहीं नहीं.
युधिष्ठिर, भीम और अर्जुन की मां थी कुंती. नकुल और सहदेव की मां थी माद्री. पापा का पता नहीं.
अरे भई ये रामप्यारी को अचानक क्या हो गया ?? कहीं इसकी याददाश्त तो नहीं चली गयी......लिखती है "हाय आंटीज, अंकल्स एंड दीदी लोग.. सिल्वर जुबिली की वैरी सवीट एंड समाईली गुड मोर्निंग फ़्रोम मिस रामप्यारी…" हमारे हिसाब से तो सिल्वर जुबिली पिछले हफ्ते मनाई गयी थी........लगता है रामप्यारी के दिमाग में कैमिकल लोचा हो गया है या फ़िर स्कूल जाने के नाम से चक्कर आ रहे हैं, इसीलिए कहता हूँ जल्दी से जल्दी इलाज कराओ इसका
ReplyDeleteसाभार
हमसफ़र यादों का.......
रामप्यारी के बोनस सवाल का उत्तर :
ReplyDeleteयुधिष्ठिर - कुंती + धर्मं देव
भीम - कुंती + वायु देव
अर्जुन - कुंती + इन्द्र देव
नकुल और सहदेव - माद्री + दोनों जुड़वाँ अश्विन बंधु ( दोनों भाइयों से एक एक पुत्र )
Andman Nikobaar
ReplyDeleteपिता का नाम पाडू महाराज और माता का नाम कुंती
ReplyDeleteclue wali photo Dhudhsagar Jharne ki hai. :)
ReplyDeleteताऊ जी की पहेली का जवाब है:
ReplyDeleteदूध सागर जल प्रपात, गोवा.
साभार
हमसफ़र यादों का.......
Alpana Didi & Taau ji
ReplyDeletehamko bhi apni advertisement
deni hai.
Mere paas 2000 model ki Cycle hai jo ki hamko sell karni hai. Cycle ke Tyre aur Handle nahi hain baaki sab sahi hai.
jaldi contact karen.
पिछला जवाब रद्द किया जाए......ताऊ जी की पहेली का सही जवाब है:
ReplyDeleteअर्वालेम गुफाएं (arvalem caves), अर्वालेम , बिचोलिम तालुका, नॉर्थ गोवा डिस्ट्रिक्ट, गोवा जो पांडव गुफाओं के नाम से भी जानी जाती हैं.....अंतिम और फाइनल जवाब....
साभार
हमसफ़र यादों का.......
कॉपी पेस्ट उत्तर :
ReplyDeleteपाण्डवों के पिता का नाम पाण्डु था। पाण्डु की दो पत्नियाँ थीं - कुन्ती तथा माद्री। युधिष्ठिर, भीम तथा अर्जुन की माता कुन्ती थी और नकुल एवं सहदेव माद्री के पुत्र थे।
पाण्डवों के पिता का नाम पाण्डु था। पाण्डु की दो पत्नियाँ थीं - कुन्ती तथा माद्री। युधिष्ठिर, भीम तथा अर्जुन की माता कुन्ती थी और नकुल एवं सहदेव माद्री के पुत्र थे
ReplyDeleteधर्म ने कुन्ती को पुत्र प्रदान किया जिसका नाम युधिष्ठिर रखा गया। कालान्तर में पाण्डु ने कुन्ती को पुनः दो बार वायुदेव तथा इन्द्रदेव को आमन्त्रित करने की आज्ञा दी। वायुदेव से भीम तथा इन्द्र से अर्जुन की उत्पत्ति हुई। तत्पश्चात् पाण्डु की आज्ञा से कुन्ती ने माद्री को उस मन्त्र की दीक्षा दी। माद्री ने अश्वनीकुमारों को आमन्त्रित किया और नकुल तथा सहदेव का जन्म हुआ।
बताईये यह कौन सी जगह है?
ReplyDelete---रामप्यारी और उसकी सखियों की ससुराल
रही बात महाभारत के ज़माने की तो हे ताऊ संग रामप्यारी वो जमाना मल्टी फादर रखने का था बस्स इस से ज्यादा कुछ नहीं
Fort Aguada, Goa
ReplyDeleteबताईये यह कौन सी जगह है?
ReplyDelete---रामप्यारी और उसकी सखियों की ससुराल
रही बात महाभारत के ज़माने की तो हे ताऊ संग रामप्यारी वो जमाना मल्टी फादर रखने का था बस्स इस से ज्यादा कुछ नहीं
ReplyDeleteमन्ने कोणी बेरा। वैसे मन्ने तो कोई जेल लागे सै।
ReplyDeletepandava caves goa.
ReplyDeleteaaj to raampyari ke sawal me hint daal diya. aap kamaal ho taau.
नमस्कार,
ReplyDeleteएक सूचना है-
१-जैसा कि आप सभी जानते हैं की इस पहेली में कोई भी जवाब जो आप ने आखिरी पोस्ट किया है उसी को final मान कर अंक दिए जाते हैं.
अगर आप ने पहले सही और फिर उसके बाद गलत जवाब लिख दिया तो बाद में आया जवाब ही अंकों के लिए manaa जायेगा..
इस लिए अपने जवाब जरुर चेक कर लें..गूगल बाबा की इमेज सर्च सुविधा आप की सेवा में हमेशा तैयार है..वहीँ से कन्फर्म कर लें.
२-पहेली की समय सीमा रात १० बजे के बाद आये सही जवाब सिर्फ ५० अंक के हकदार होंगे.
३-आशा है आप का आज का दिन बहुत ही शुभ गुजर रहा है.
आभार,
शुभ रात्रि.
paandvaas caves, GOA
ReplyDeleteदेखो भई रामप्यारी, तुम्हारा नाम भले ही (राम)प्यारी हो पर, तुम्हारे सवाल और उनसे भी ज्यादा उलझाने वाले उनके क्लू देखकर ऐसा लगता नहीं कि तुम्हारे नाम और तुम्हारे काम में कोई घनात्मक सम्बन्ध है. तुम्हारे काम प्यारे कहां हैं !
ReplyDeleteतुम्हारे 8.00 बजे के सवाल और, 11.30 व 2.30 बजे लीक किये गए पर्चों की बाकायदा नक्ल मारने के बाद मैं इस निष्कर्ष पर पहुंचा हूँ कि चट्टान को काट कर बनाई गयी ये गुफा़ 2 AD (गुप्त काल) से लेकर 12 AD (विजयनगर साम्राज्य से ठीक पहले) तक, किसी भी समय की हो सकती है. यह मध्य भारत से लेकर सुदूर दक्षिण भारत तक, कहीं भी स्थित हो सकती है. बेढब लोहे के जंगले देखकर लगता है कि इसकी देखरेख पुरातत्व विभाग के हत्थे चढ़ चुकी है.
इसी तरह, तुम्हारा झरना देख कर लगता है कि ये दक्षिण या मध्य भारत में कहीं है, जबकि समुद्र, नारियल के पेड़, मकान की छत और गोरे पर्यटक देखकर लगता है कि ये उडी़सा से लेकर दक्षिण होते हुए, गुजरात तक कहीं का भी सीन हो सकता है.
और रही बात मूर्तियों की, ये पुर्तगाली शैली की मूर्तिकला का नमूना लगता है (क्योंकि फ्रेंच और डच लोंगो ने ऐसे धंधे भारत में कम ही किये थे क्योंकि, उनकी नज़र भारत के धर्म के बजाय व्यापार पर ज्यादा थी) इसलिए ये जगह गोवा, दमन, दीव, कर्नाटक, केरल बगैरह कुछ भी हो सकती है.
इतने सारे स्थानों के नामों के मद्देनज़र मुझे लगता है कि मैं उत्तर दर्ज़ कराउं कि ये ताजमहल नहीं है…मेरा ख्याल है कि इसे लाक कर ही लिया जाए.
जहां तक बात 5 पांडवों के parents की है, मुझे तो बस इतना पता है कि छठे पांडव कर्ण की माता का नाम कुंती था और उसका पिता सूर्य था. बाक़ी पांचों का मुझे कुछ पता नहीं. हमारे यहां पौराणिकता में यूं भी बहुत घालमेल है… बौद्धिक और मानसकि संबंध तो समझ आते हैं पर, अब तुम्हीं बताओ कि सूर्य किसी स्त्री से शारीरिक संबंध कैसे रख सकता है...बाक़ी की जान अगले शनीवार खाउंगा, रामप्यारी अबकि बार ऐसा सवाल पूछ कर तो देख :-)
एक जरूरी सूचना : आज की पहेली के जवाब देने की समय सीमा समाप्त हो चुकी है. अब जो भी सही जवाब आयेंगे उनको अधिकतम सिर्फ़ पचास अंक ही दिये जायेंगे.
ReplyDeleteइस पहेली प्रतियोगिता मे भाग लेने के लिये आपका हार्दिक धन्यवाद
-आयोजक गण
फ़िर वही शाम , वही ग़म, वही तनहाई है,
ReplyDeleteदिल को समझाने पहेली की याद आयी है, मगर हमेशा की तरह लेट...
राम्प्यारी के सवाल का जवाब:
युद्धिष्ठर, भीम और अर्जुन-पाण्डु और कुंती से
नकुल और सहदेव-पाण्डु और माद्री से.
वैसे पिता सबके अलग-अलग भी कहे जा सकते हैं।
धर्म, पवन, इन्द्र और अश्विनी कुमार
अर्वलेम केव्ज़, गोअ, जिन्हे पांडव गुफ़ायें भी कहा जाता है.
ReplyDeleteपांडव गुफा, गोवा
ReplyDeleteजरूरी सूचना : यह उत्तर टीप कर बिलकुल नहीं लिखी गयी है :-)
अब ताऊ ५० दो या २० :) हम तो हर बार की तरह लेट ! ये गोवा की पांडव गुफाएं हैं
ReplyDeleteऔर रामप्यारी का उत्तर:
ReplyDeleteपिता: पांडव.
- माता कुंती से:
- धर्मराज पुत्र: युद्धिष्ठिर
- वायु पुत्र भीम
- इन्द्र पुत्र अर्जुन
माता माद्री से:
- अश्विनी कुमार पुत्र: नकुल, सहदेव !
आपके सवाल का जवाब है-Pandava Caves, गोवा
ReplyDeleteरामप्यारी क्लू मे जो चित्र है Arvalem Waterfalls Goa
रामप्यारी के सवाल का जवाब है
ReplyDeleteतीन पाण्डव (युद्धिष्ठर, भीम और अर्जुन) पाण्डु और कुंती से
दो पाण्डव (नकुल और सहदेव)पाण्डु और माद्री से
वैसे माता तो पांचों पाण्डवों की यही दोनों थी मगर पिता सबके अलग-अलग भी कहे जा सकते हैं।
धर्म, पवन, इन्द्र और अश्विनी कुमार
नकल जिन्दाबाद!!!!!!!
pandava caves Goa (Aravalem Caves)
ReplyDeleteयह जगह गोआ की "पांडव गुफायें" है, जिन्हें "अरावलम गुफाओं" के नाम से भी जाना जाता है. युधिष्ठिर, भीम और अर्जुन की माता कुंती थी, और नकुल-सहदेव की माता माद्री थी.
ReplyDeleteअरे मैं पांडवों के पिता का तो नाम बताना ही भूल गया. पांडु महाराज उन पांचों के पिता थे. ध्यान रहे कि वैसे तो कर्ण भी कुंती का पुत्र था, लेकिन उसे पांडव कहलाने का दर्जा कभी नहीं दिया गया.
ReplyDeleteअरे रामप्यारी, तू रामायण महाभारत के सवाल क्यों पूछ रही है...हमारे शिक्षण संस्थानों में इन चीजों की शिक्षा दी नहीं जाती...फिर लोग सही जवाब कहां से देंगे। ताऊ जी और अल्पना जी, रामप्यारी को कभी-कभार सेकुलरिज्म का पाठ भी पढ़ाया करो... आखिर उसे रहना है कि नहीं इस देश में :)
ReplyDeleteइतनी टिप्पणियों के नीचे दबे अब तो जवाब देने का कोई फायदा ही नहीं...
ReplyDeletearray array is baar miss ho gaya :) wasie yahi reason apni izzat bachata hai..miss nahin bhi hota to kya ukhaad lete bhai :)
ReplyDeletehamesha ki tarah bahut hi gyaanvardhak..
badhaai