माननिय भाईयों , बहणों, भतीजो और भतीजियों आप सबका हार्दिक स्वागत और आज बल्टियान दिवस यानि की वेलेंटाईन बाबा दिवस की बधाई और शुभकामनाएं.
कृपया आज की बात को ध्यान से पढें.
जैसा कि आपको शुरु मे बताया गया था. हम इस ताऊ पहेली प्रतियोगिता को मेगा फ़ायनल तक ले जायेंगे. और इसीलिये हम आप सबको शुरु से निवेदन करते आ रहे हैं कि आप इसमे किसी भी अंक से दाखिल हों, कृपया भाग अवश्य लेवें.
कई लोग ऐसा सोचते हैं कि वो बहुत पिछड गये हैं और अब क्या भाग लेंगे? तो आप गलत सोच रहे हैं. यह राऊंड वाली पहेली प्रतियोगिता है. अब हम जो यह प्रथम राऊंड चल रहा है. इसके दस अंक पूरे करके अपने वादे के मुताबिक ११ लोगो की मेरिट लिस्ट घोषित कर देंगे.
इस प्रथम राऊंड का दसवां अंक पूरा होते ही हम राऊंड दो शुरु करेंगे. दुसरे राऊंड में सभी के अंक और मेरिट नये सिरे से तैयार होगी. तो अब फ़िर से सब लोगों को इस राऊंड मे जीतने का नये सिरे से मौका मिलेगा. तो अब मत चूकियेगा.
और सारे राऊंड पुरे होने के बाद मेगा फ़ायनल होगा.
जो लोग भी प्रथम राऊंड के ११ की मेरिट लिस्ट मे हैं वो यह ना सोचे कि हम अब क्युं भाग लें? हम तो राऊंड जीत ही चुके हैं. तो ऐसी गल्ती मत करियेगा.
आपको हम पहले ही बता देते हैं कि हमारे सारे राऊंड पुर्ण होने के बाद एक सर्वाधिक अंक प्राप्त करने का एक्स्ट्रा अवार्ड भी दिया जाना है. और अन्य कई अवार्ड्स भी हैं. उसमे सभी अंकों और राऊंड्स के नम्बर ही आपको सफ़लता तक पहुंचायेंगे.
और जब मेगा फ़ायनल होगा तब आपका जिस राऊंड का भी सर्वाधिक स्कोर होगा वही काऊंट किया जायेगा. अत: आपसे निवेदन है कि पहेली मे भाग लेना जारी रखें. क्योंकी मेगा फ़ायनल में एक एक अंक का घमासान हो सकता है.
अत: सावधानी पुर्वक भाग लेना जारी रखें.
एक अवार्ड ताऊ पहेली मे नियमित भाग लेने वालों का भी है. अत: हार जीत का उन पर फ़र्क नही पडेगा. यह देखा जायेगा कि किसने सर्वाधिक अंको मे भाग लिया. विविध प्रकार के अवार्ड्स रखे गये हैं. सबसे मनोरंजक टीपणी का भी अवार्ड है.
यानि आप जो सोचेंगे वही मिलेगा. अत: भाग अवश्य लेवें.
जैसा कि आप जानते ही हैं कि ताऊ साप्ताहिक पत्रिका में पर्यटन स्थल की जानकारी हमारी माननिय सलाह्कार संपादक सुश्री अल्पना वर्मा "मेरा पन्ना" स्तम्भ के अंतर्गत देती हैं.
जैसा कि आप जानते हैं हमने इसी माह सुश्री सीमा गुप्ता का साक्षात्कार लिया था. उस साक्षात्कार के पहले तक आप हम उन्हे एक कवियत्री/शायरा के रुप मे ही जानते थे. पर साक्षात्कार के बाद उनका एक और रुप "प्रबंधन विशेषज्ञ" का हमारे सामने आया.
जैसा कि आप जानते ही हैं कि प्रबंधन सिर्फ़ व्यापार का ही नही होता, बल्कि जीवन के हर क्षेत्र मे प्रबंधन अति आवश्यक है.
हमने उनसे अनुरोध किया था कि वो अपने इस ज्ञान का लाभ हमारे पाठकों तक भी पहुंचायें. और हमारी बात मानते हुये उन्होने ताऊ साप्ताहिक पत्रिका के आगामी अंक से हर सप्ताह अपना एक आर्टीकल देने का वादा किया है जो आगामी सोमवार से आप पढ पायेंगें. यह आर्टिकल आप "मेरी कलम से" स्तम्भ मे पढ पायेंगे.
अब आईये आज की पहेली की तरफ़ बढते हैं!!!
ताऊ पहेली न. ९ ये रही !!!
ये नीचे देखिये और पहचानिये ये कौन सी जगह है ? तो जरा फ़टाफ़ट जवाब दिजिये और जीत लिजिये ये पहेली प्रतियोगिता, जिससे हम आपका इंटर्व्यु लेने तुरन्त आपके पास पहुंच सकें.
इस जगह को पहचानिये !
एक दम सीधी सी पहेली पूछी है हमने अबकी बार. सारे नियम कायदे सब पहले की तरह ही हैं. बस आप तो फ़टाफ़ट जवाब देते जाईये. चाहे जितने जवाब दें, कोई प्रतिबंध नही है. ध्यान रखिये आपका आखिरी जवाब पिछले जवाब को स्वत: ही केन्सिल कर देगा.
सोमवार सूबह ४.४४ बजे इसके रिजल्ट घोषित किये जायेंगें. और पहेली विजेताओं का साक्षात्कार गुरुवार सूबह ४.४४ बजे प्रकाशित किया जायेगा. जिसमे अबकी बार हम दो बार के विजेता श्री शुभम आर्य का साक्षात्कार आपसे करवायेंगे.
विशेष बोनस सवाल : - हम आपसे एक सवाल पूछ रहे हैं. इसका जवाब बिल्कुल अलग टिपणी मे देवे. और इसके जवाब के लिये आप मुख्य पहेली का जवाब नही रोके. क्योंकि
इस सवाल के जवाब से आपके मुख्य पहेली पर कुछ असर नही पडेगा.
इस सवाल के लिये सिर्फ़ १० अंक मिलेंगे जो कि आपके अकाऊंट में जोड दिये जायेंगे. यह १० अंक सिर्फ़ आपकी मेरिट को उपर नीचे कर सकते हैं. अत: हमारी सलाह है कि आप इस सवाल का जवाब आराम से सोच कर देवें. कोई जल्दी नही है. पर मुख्य पहेली के जवाब साथ नही देकर अलग से एक टीपणी मे देवें.
लिजीये यह रहा सवाल :- ताऊ की बिल्ली रामप्यारी एक चिकने खम्बे पर उछल कर चढने की कोशीश करती है. वो एक बार मे ६ फ़ुट चढती है तो तीन फ़ुट वापस आ जाती है. इस तरह रामप्यारी कुल ४ बार चढती है. अब बताईये उस खम्बे की कुल उंचाई कितनी है?
इब खूंटे पै पढो :- आप तो जानते ही हैं कि भाटिया जी ताऊ से कुछ रुपये मांगते थे. पर ताऊ दे नही पा रहा था. सो भाटिया जी ने ताऊ पर मुकदमा लगा दिया. ताऊ के पास नोटिस आया तो ताऊ द्विवेदी जी के पास पहुंच गया और अपना केस उनको सौंप दिया. द्विवेदी जी बोले - देखो ताऊजी, मैं आपकी ज्यादा मदद इस केस मे नही कर पाऊंगा. क्योंकि सारा ब्लागीवूड जानता है कि आपने और गोटू सुनार ने मिल कर भाटिया जी के १५ लाख डकारे हैं. इस ताऊ बोला - वकील साहब केस तो आपको लडना ही पडेगा. बाकी मैं संभाल लूंगा. द्विवेदी जी बोले - ठीक है ताऊजी. अब आप कह रहे हो तो ये भी मंजूर. पर मेरे को मालूम है कि मुकदमा आप हारोगे ही और मेरा भी नाम खराब करवाओगे. इब ताऊ किम्मै नाराज होता हुआ बोल्या - वकीळ साहब. आपका नाम क्युंकर खराब होगा? ये समझाओ. द्विवेदी जी बोले - देखो ताऊजी, मैने आज तक कोई मुकदमा नही हारा है. पर आपका तो हारना ही पडेगा. ताऊ बोला - आपने आज तक किसी ताऊ का मुकदमा लडा क्या? अब द्विवेदी जी ने सोचा - कि ये कहां से हरयाणवीं आफ़त पीछे पड गई? सो पिंड छुडाने को कह दिया नही. इब ताऊ बोल्या - इब एक बार किसी ताऊ का मुकदमा लड कर देखो आप . मुकदमा चलने लगा. बीच मे दिपावली आई. ताऊ वकील साहब के घर मिठ्ठाई लेकर पहुंचा और उनसे पूछा कि - द्विवेदी जी, आप कहो तो जज साहब के घर भी एक दो डब्बे मीठ्ठाई के दिपावली के नाम पर भिजवा दूं? द्विवेदी जी बोले - अरे ताऊजी, आप हमेशा ही उल्टी बुद्धि के काम क्यों करते हैं? ऐसा बिल्कुल भी मत करना वर्ना मैने इतनी मेहनत करके जो थोडा बहुत आपका मुकदमा सुधारा है, वो भी उम्मीद खत्म समझना. ये जज साहब बहुत कडक आदमी है.आप पक्के मे केस हार जायेंगे. आप ये मिठाई भेजने का काम बिल्कुल भी मत करना. अब कुछ समय बाद मुकदमा ताऊ जीत गया और खुशी खुशी मिठ्ठाई लेकर ताऊ पहुंच गया द्विवेदी जी के पास. और बोला - वाह द्विवेदी जी वाह. आपकी सलाह काम कर गई. मिठ्ठाई के डब्बे ने मेरा काम बना दिया. द्विवेदी जी आश्चर्य से बोले - मेरी सलाह? पर मैने तो मिठ्ठाई का डब्बा नही भेजने की सलाह दी थी आपको? ताऊ - हां आपने तो बिल्कुल यही सलाह दी थी. द्विवेदी जी - फ़िर तुमने मिठ्ठाई का डब्बा क्यों भेजा? जज नाराज नही हुआ क्या? ताउ - हुआ. बिल्कुल नाराज हुआ. और तभी तो मैं केस जीता वकील साहब. द्विवेदी जी - ताऊ सीधी तरह बताओ कि ये क्या चमत्कार किया तुमने? ताऊ - बस वकील साहब, मैने ज्यादा कुछ चमत्कार नही किया. मीठ्ठाई के टोकरे पर लिखवा दिया - आदर्णिय जज साहब को राज भाटिया की तरफ़ से सादर तुच्छ सी भेंट. और जज साहब के बंगले पर भिजवा दिया. |
ये आगरा के लाल किले का अंदरूनी द्रश्य लग रहा है !
ReplyDeleteताऊ , नीचे वाले प्रश्न का उत्तर १५ फीट है | पहेली का उत्तर थोडी देर में ||
ReplyDeleteताऊ , नीचे वाले प्रश्न का उत्तर १५ फीट है | पहेली का उत्तर थोडी देर में ||
ReplyDeleteवाह ताऊ, पहेली का जबाब सोचते सोचते जो दिमाग ख़राब हो जाता है वह खूंटे पर आकर फ्रेश हो जाता है ! वैसे ताऊ पिछली एक बार पहेली का सही जबाब क्या दे दिया आज साढ़े छ: बजे उठ लिया जबकि हमेशा लेट उठता हूँलेकिन क्या फायदा जबाब में तो तुक्का ही मारा है !
ReplyDeleteजयपुर, आमेर का किला.
ReplyDeleteजयपुर, आमेर का किला.
ReplyDeleteताऊ जी ये तो शीश महल है , अम्बेर का किला जयपुर राजस्थान
ReplyDeleteयानि Amber Fort Shish महल |
ताऊ जी ये तो शीश महल है , अम्बेर का किला जयपुर राजस्थान
ReplyDeleteयानि Amber Fort Shish महल |
शीश महल है , अम्बेर का किला जयपुर राजस्थान
ReplyDeleteये तो शीश महल है , अम्बेर का किला जयपुर राजस्थान ||
ReplyDeleteखम्भे की ऊंचाई १५ फुट है |
ReplyDeleteखम्भे की ऊंचाई १५ फुट है |
ReplyDeletejaipur ka city palace
ReplyDeleteबल्टियान दिवस पर बधाई. ये श्वान महोदय रामप्यारी से दिले इज़हार कर रहे है?
ReplyDeleteचलो फ़टाफ़ट लिख लें - ये जगह आगरा के किले मे है.
खंबे की ऊंचाई १५ फ़ीट है.
bonus paheli ka jawab--15 feet
ReplyDeleteपता नहीं। पर धूल में लट्ठ तो मारें।
ReplyDeleteतो धूल में लट्ठ यो के यो लखनऊ को इमामबाड़ो स्से।
ताऊ! जज साहब के यहाँ भी ताऊ गिरी की तिकड़म मार ली। वैसे एक ताऊ का कुछ ऐसा ही मुकदमा लड़ा था। किसी दिन उसी का किस्सा आप की भाषा में लिखा जाएगा। वह भी सीधे तीसरा खंबा में। यह फागुन का महीना जो है।
ReplyDeleteभई ताऊ पहेली तो म्हारे समझ ना आयी मगर दोनों विदुषियों के लेखों की आतुर प्रतीक्षा रहेगी ! आज प्रेम दिवस पर आपको उर आपको चाहने वालों को प्यार की घणी शुभकामनाएं !
ReplyDeleteजयपुर का हवा महल
ReplyDelete---
गुलाबी कोंपलें
ताऊ पहली दृष्टी में तो ये आमेर के किले का फोटु लागे है.. और देख के बतायेगें..
ReplyDelete" length of poll is 12 ft,"
ReplyDeleteRegards
ताऊ, ये रामप्यारी वाला खम्बा १५ फुट का है क्या? जितना भी हो, राम प्यारी पूरा चड़ पाई की नहीं, ये तो बताया ही नहीं.
ReplyDeleteआमेर का किला लगता है.
ReplyDelete" poll ki length 15 ft"
ReplyDeleteRegards
" tau ji pheli ka hint kb tk aayega ha ha ha ha "
ReplyDeleteRegards
" red fort delhi.."
ReplyDeleteRegards
बिकानेर के जूनागढ़ फोर्ट का कोई हिस्सा लग रहा है
ReplyDeleteखंबे की ऊंचाई १५ फ़ीट है.
ReplyDelete१० बजे मिलते हैं !!
ReplyDeleteमैं तो अब चला स्कूल !!
ReplyDeleteखंबा तो १२ फीट का है
ReplyDeleteAmber Fort Shish Mahal jaipur.
ReplyDeleteregards
ताऊ! यो है अम्बर महल,जयपुर(ambar fort,jaipur)
ReplyDeleteसिटी पैलेस जयपुर
ReplyDeletehum bhi jaipur ka hawa mahal keh dete hai,:)
ReplyDeleteमैने इस इमारत को कभी नही देखा किन्तु बनावट, खिड्कियों और दरवाजो से लग रहा है कि यह हवा महल है। अभी तक विनय भाई हमारे अंदाजे को सही साबित कर रहे है। :)
ReplyDeleteताऊ मन्नै तो ये जयपुर के नजदीक आमेर के किले में स्थित शीश महल का फोटू लाग रह्यौ सै..
ReplyDeleteप्रिय ताऊ जी, पता नही आपकी पहेलियों का ही असर होगा, आजकल हर पुरानी हवेली एक जैसे दिखने लगी है. यह समस्या तब और बढ जाती है जब वह हवेली किसी पहेली का हिस्सा हो.
ReplyDeleteमुझे लगता है कि इस मानसिक संघर्ष के लिये अब आप से मुवावजा मांगना पडेगा. इसे "पहेली पुरस्कार" के रूप में भी दिया जा सकता है. (मैं ने हिन्ट दे दिया है, फिर मत कहना कि मालूम नहीं था).
अब आते हैं दिनेश जी और भाटिया जी के कांड पर -- आप इस तरह से एक एक की कलई खोलते जयेंगे तो हमारा क्या होगा ताऊ!! हम तो यह सोचे बैठे थे थे कि हमारे कांड हमेशा छुपे रहेंगे!
अब उस "प्रसिद्ध" खम्बे के बारे में. पता नहीं बिल्ली से कुछ होगा या नहीं, लेकिन यदि कभी आपके पास ऐसा खम्बा निकल आये जिस पर कोई चढे तो चढता ही रहे -- कभी उतर न पाये -- तो सबसे पहले वह इस नाचीज को उधार दे देना. मैं अपने जानपहचान के कई लोगों को (कुछ इनाम-किताब के बहाने) उस खम्बे पर चढाना चाहूँगा!!
शेष सब आपकी कृपा से शुभ है
सस्नेह -- शास्त्री
पुनश्च: आजकल जब तक आपकी पहेली की गोली न "देख" लूँ तब तक रक्तचाप ऊंचा रहने लगा है. इसके लिये भी आप ही जिम्मेदार हैं.
प्रिय ताऊ जी, पता नही आपकी पहेलियों का ही असर होगा, आजकल हर पुरानी हवेली एक जैसे दिखने लगी है. यह समस्या तब और बढ जाती है जब वह हवेली किसी पहेली का हिस्सा हो.
ReplyDeleteमुझे लगता है कि इस मानसिक संघर्ष के लिये अब आप से मुवावजा मांगना पडेगा. इसे "पहेली पुरस्कार" के रूप में भी दिया जा सकता है. (मैं ने हिन्ट दे दिया है, फिर मत कहना कि मालूम नहीं था).
अब आते हैं दिनेश जी और भाटिया जी के कांड पर -- आप इस तरह से एक एक की कलई खोलते जयेंगे तो हमारा क्या होगा ताऊ!! हम तो यह सोचे बैठे थे थे कि हमारे कांड हमेशा छुपे रहेंगे!
अब उस "प्रसिद्ध" खम्बे के बारे में. पता नहीं बिल्ली से कुछ होगा या नहीं, लेकिन यदि कभी आपके पास ऐसा खम्बा निकल आये जिस पर कोई चढे तो चढता ही रहे -- कभी उतर न पाये -- तो सबसे पहले वह इस नाचीज को उधार दे देना. मैं अपने जानपहचान के कई लोगों को (कुछ इनाम-किताब के बहाने) उस खम्बे पर चढाना चाहूँगा!!
शेष सब आपकी कृपा से शुभ है
सस्नेह -- शास्त्री
पुनश्च: आजकल जब तक आपकी पहेली की गोली न "देख" लूँ तब तक रक्तचाप ऊंचा रहने लगा है. इसके लिये भी आप ही जिम्मेदार हैं.
भाटिया जी की तरफ से भेंट भिजवा कर नपवा दिया उनको. :)
ReplyDeleteलो पहेली के चक्कर में १० नं का सवाल तो छूट गया... ताऊ तेरो खम्बो है १५ फि्ट को.. पर ये बात समझ नहीं आई तेरी बिल्ली खम्बे पे क्या लेण चढी़?
ReplyDeleteThis comment has been removed by the author.
ReplyDeleteफोटो देखा हुआ लग रहा है.. अभी आया अपने और अपने मित्रो के पुराने चित्र अल्बम पलट कर.. :)
ReplyDeleteyah sheesh mahal agra fort ke bhitar hai.
ReplyDeletemujhe to aamer ka kila lag raha hai...baaki detail baad me bhejte hain
ReplyDeletesheesh mahal at amber fort--
ReplyDeleteफ़ालतू झूठे कयास लगाने का क्या फ़ायदा ताऊ ? ये जगह हमने नहीं देखी, भाई आप ही बतैयो।
ReplyDeletehan, khambhe ki unchai 15 foot hai :)
ReplyDeleteअरे हाँ जी और हमें तो खंबे की ६ फ़ीट ही लग रही है। हा हा।
ReplyDeletehttp://tbn1.google.com/images?q=tbn:JKkNJby86md-VM:http://www.travel-in-rajasthan.com/images/amber-fort-shish-mahal.jpg
ReplyDelete"Sheesh Mahal of Amber Fort ... जयपुर ही है ताऊ जी १०० % हमारा जवाब लाक कर लो इब कोई थारे हिंट की जरूरत ना सै हमने हाँ...ये लिंक जो दिया है उस फोटू का डिजाईन और थारी पहेली आली फोटू का डिजाईन यानी बनावट एक सी दिखे है मन्ने तो.....बाकि फ़ैसला तो रामप्यारी करेगी इब......."cat-scan' का जमाना है ना "
Location: 11 kilometers from Jaipur in Rajasthan
Highlight: Beautiful carvings and a Hall of Mirrors
Best Time to Visit: October to March
One of the most exquisite creations in the Amber Fort is the Sheesh Mahal. Literally translated, it means the Palace of Mirrors. A big hall that is filled with thousands of tiny mirrors all over, the Sheesh Mahal never fails to amuse onlookers. It is said that during the days of yore, a single tiny candle would illuminate the entire hall. The tiny and intricate mirrors are preserved till date and look as royal as they did then. A visit to the Amber Fort is absolutely essential if you want to see real untouched beauty.
Regards
एम्बर किला शीश महल - जयपुर अपने एम्बर रंग और हाथी सफारी के लिए जाना जाता है
ReplyDeleteपहेली को तो जवाब नही मालूम पर लगता यह राजस्थान मे होगा एसा लगता है। ये आई लव यू का फ़ोटो तो जबरदस्त लग रहा हैं आप कहे तो चोरी कर लूं। और हां मै तो चला आज का दिन मनाने। दूसरे सवाल का जवाब ताऊ से पूछ कर बता दूंगा।
ReplyDeleteवैसे तो मैं यहां कई बार गया हूं। लेकिन इसके बारे में लिखने की जरूरत महसूस नहीं कर रहा हूं (भई.. मैं ही लिख दूंगा तो अल्पना जी क्या करेंगी??) औपचारिकता निभाने के लिए इंटरनेट से चुरा चुरा कर शीश महल की जानकारी दे रहा हूं-
ReplyDeleteआमेर का किला अपने शीश महल के कारण प्रसिद्ध है। इसकी भीतरी दीवारों, गुम्बदों और छतों पर शीशे के टुकड़े इस प्रकार जड़े गए हैं कि केवल कुछ मोमबत्तियाँ जलाते ही शीशों का प्रतिबिम्ब पूरे कमरे को प्रकाश से जगमग कर देता है। चालीस खम्बों का है यह शीश महल। सुख महल व किले के बाहर झील बाग का स्थापत्य अपूर्व है।
ताऊ, हमने दोनों जबाब दिये थे..दोनों नहीं दिख रहे मतलब की सही ही होंगे..जीत गये भई जीत गये. मजा आ गया. आज तो नम्बर वन कर ही दे ताऊ.
ReplyDeleteशीश महल - जयपुर अपने एम्बर रंग और हाथी सफारी के लिए जाना जाता है
ReplyDeleteशीश महल, इस पैलेस के भीतर.का नजारा बहुत अदभुत है
एक राजपूत वास्तुकला के बेहतरीन उदाहरण है, यह Kachhawah शासकों की प्राचीन राजधानी थी. मूल महल राजा मान सिंह और परिवर्धन द्वारा बाद में सवाई जय सिंह द्वारा किए गए बनाया गया था. महल के भीतर दीवान ए आम या दीवान ए खास हैं " . महल का शीश महल घरों और एक महल के मुख्य आकर्षणों में से एक है.
आमेर का किला अपने शीश महल के कारण प्रसिद्ध है। इसकी भीतरी दीवारों, गुम्बदों और छतों पर शीशे के टुकड़े इस प्रकार जड़े गए हैं कि केवल कुछ मोमबत्तियाँ जलाते ही शीशों का प्रतिबिम्ब पूरे कमरे को प्रकाश से जगमग कर देता है। चालीस खम्बों का है यह शीश महल। सुख महल व किले के बाहर झील बाग का स्थापत्य अपूर्व है।
जयपुर का सिटी पैलेस.
ReplyDeleteअर ताऊ जवाब के चक्कर मैंह 'बेलन'टाईन की बधाई देणा तो भूल ही गया.
ReplyDeleteहैप्पी 'बेलन'टाईन डे'
और खंभे की कुल ऊँचाई है १५ फुट .
ReplyDelete"ओह ओह ये आज आपकी पहेली बुझन मे ऐसे उलझे की कुछ याद ही नही रहा..... हमारी तरफ से 'रामप्यारी" और 'सैम' को बल्टियान दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं."
ReplyDeleteor Regards Tau ji ko.....
Hight of poll is -
ReplyDelete12 pht.
खंबे की ऊंचाई १५ फ़ीट है.
ReplyDeleteये जयपुर से ११किलोमेतेर दूर स्थित अम्बर(आमेर) किला है...गाइड ने बताया था की क्योंकि ये बहुत ऊँची पहाडी पर बना हुआ है इसलिए इसको अम्बर किला कहते हैं.(ये सच है या ग़लत हमको मालूम नहीं).
ReplyDeleteये किला राजा मान सिंह द्वारा शुरू किया गया था और सवाई जय सिंह ने इसका निर्माण कार्य पूरा किया १५९२ में. रेड sandstone और सफ़ेद संगमरमर इसको बनाने में लगाया गया है. किले में काली जी का मन्दिर प्रवेश के पास है.
यहाँ एक काली जी का मन्दिर भी है जिसे शीला देवी मन्दिर कहते हैं.
इसके दीवाने आम में एक खास व्यवस्था थी...एक जाली जैसी बनी हुयी थी जिससे मरुथल में में ठंढी हवा आती है आज भी...कारीगरों की उत्कृष्ट कलाकारी का नमूना थी वो जाली...ऐसी एयर कंडिशनिंग मैंने कहीं और नहीं देखी, जब किले में राजा लोग रहते थे तब जाली के पीछे की पाईप में गुलाबजल सर्कुलेट होता था और सबको खुशबूदार हवा लगती थी. (ये भी हमें गाइड ने दिखाया था)
किले की दीवारें आज भी बेहद मजबूती से खड़ी हैं...और इतनी चौडी हैं की हाथी गुजर सकता है.
बस्स...इससे ज्यादा हमें मालूम नहीं.
happy valentine day :)
ताऊ, ’दिल वाले दिन’ आपने दिल खोल दिया.. आज हिंट क्या दिया पुरा उत्तर ही दे दिया... अब ये हिंट देखकर कौन भला गल्त जबाब देगा..:)
ReplyDeleteसिटी पैलेस, जयपुर.
ReplyDeleteहम्म जूनागढ़ भी नही, तो चौका धानी (या चौकी थानी ऐसा ही कुछ नाम है) कहीं वो तो नही। बाकि कल देखेंगे कुछ हिंट मिले तो पता चले।
ReplyDeleteहम्म जूनागढ़ भी नही, तो चौका धानी (या चौकी थानी ऐसा ही कुछ नाम है) कहीं वो तो नही। बाकि कल देखेंगे कुछ हिंट मिले तो पता चले।
ReplyDeleteओह, यह चित्र तो किसी रहीस के झबरैले कुत्ते का है। इस बार तो हमारा उत्तर बिल्कुल सही होगा!
ReplyDeleteअब ये पक्का हो गया.. कि ये आमेर का किला है जयपुर में... और जो हिंट है वो शीश महल की छत है.. और पहेली में दिखाई हुई जगह शीश महल के बाहर वाला बरामदा दिख रहा है.. कुल सात बन्दे और एक बच्चा दिख रहा है..५ पुरुष, २ महिलाऐं और एक बच्ची.. फ्राक पहने.. जो बैठे है उनमें साफे वाला अंग्रेज है.. और उसके साथ दो महिला अंग्रेज है.. एक और जना (वो भी शायद अंग्रेज होगा) फोटो में नहीं दिख रहा.. ये भी एक पहेली है.. बताओ वो कंहा है.. ये घर से चार जन चले थे.. तीन फोटो में चौथा कंहा....... मिल गया अरे वो ही तो ये फोटो खीच रहा ताऊ को भेजने कि लिये..वैसे ताऊ आमेर में हाथी बहुत है..फोटो में नहीं दिख रहे...
ReplyDeleteये अब ताऊ आमेर के बारे में कुछ पता नहीं तो ये फालतु की बातें लिख दी...बाकी जानकारी तो सोमवार को अल्पना जी देने वाली है..पढ़ लेगें..:)
और आपके एक सदस्य निर्णायक मंडल को प्रणय पर्व की शुभकामनाऐं..
राम राम
ताऊ जी,नमस्ते।
ReplyDeleteभाटिया जी के साथ बुरा हुआ:)
पहेली श्रृंखला अच्छी चल रही है। बधाई।
खम्बा 15 फुट का होना चाहिये। वैसे रामप्यारी का क्या भरोसा 3 फुट के खम्बे पर ही चार बार उछली हो, ताऊ की बिल्ली है ना… हा हा हा हा हा
ReplyDelete-sam aur binu firangi ko bhi-बल्टियान दिवस ki shubhkamnayen
ReplyDelete-rampyari ko 'हैप्पी 'बेलन'टाईन डे'
[pandit ji ka diya yah shbd bhi badiya laga!]
This comment has been removed by the author.
ReplyDeleteचम्पाकली को किसी ने याद नहीं किया??वो चाँद पर बल्टियान दिवस मना रही होगी??
ReplyDeleteमेरे ख्याल से तो खम्बे की लम्बाई..१५ फीट होनी चाहिये--क्योंकि वह 3feet गिर कर फ़िर वहीँ से ६ फीट चढ़ रही है...
ReplyDeleteबिल्ली खेल रही है ताऊ जी उसको खेलने दो ...:) गणित मैं वैसे ही अपना डिब्बा गोल है .कितना चढी कितना उतरी में दिमाग आउट हो गया :) .बहुत सोचने के बाद यही लगा कि अब बिल्ली को यह खेल अच्छा लगा रहा होगा :) ..बल्टियान दिवस की शुभकामनाएं."
ReplyDeleteताऊ रामराम.
ReplyDeleteरामप्या्री जिस खंबे पर चढ र्ही है उसकी ऊंचाई है २४ फ़ीट. सीधी बात है. चार बार उछली और एक बार मे ६ फ़ीट. तो कुल ६ गुणा ४ = २४.
इतने सीधे सवाल भी हम ज्ञानियों से मत पूछा करो. कुछ तो हमारी अक्ल की भी इज्जत किया करो.
ये मुझे तो मुगलेआजम पिक्चर का सेट दिखता है, जहां प्यार किया तो डरना क्या? गाना फ़िलमाया गया था.
ReplyDeleteपर यहां तो कोई अंग्रेज अंग्रेजनी बैठे दिख रहे हैं.
और सोचके बताते हैं. फ़िल्हाल तो यही जवाब समझो.
खंबे की हाईट होगी २१ फ़ीट.
ReplyDeleteसबके जवाब चेक कर लिए !
ReplyDeleteसारे जवाब ग़लत हैं !
कोई है जो "वेलेंटाईन बाबा" के नाम पर
मुझे जल्दी से "क्लू" दे दे !
बस खम्बा नाप पाया हूँ !
खंभे की ऊँचाई १२ फीट है !
[ ताऊ जी ये बिल्ली क्या अमर सिंह के
घर में रहती है ? ]
"दोपहर १२ तक की स्थिति"
ReplyDeleteएक जरुरी सूचना :- निर्णायक मंडल ने कुल ३३ टिपणियों को संदिग्ध पाये जाने के जुर्म मे रोक रखा है.
उनका गहन परि्क्षण चल रहा है. जैसे ही जांच का काम पूरा होगा आपको सूचना दी जायेगी.
बोनस सवाल का जवाब कुछ लोगो ने दिया नही है. कृपया बोनस सवाल का जवाब जरुर देवे क्योंकि आपसे नीचे वाला सीधे १० नम्बर से जम्प करेगा.
सूचना समाप्त हुई.
धन्यवाद.
अर ताऊ यो खंबे की ऊंचाई मन्नै 15 फिट दिखै .
ReplyDeleteलगता है खम्बा नापने में कुछ गलती हो गई !
ReplyDeleteजब दुबारा नापा तो
खंभे की ऊँचाई 15 फीट निकली !
वाहवा.... ताऊ, जैरामजीकी...
ReplyDelete१ या फोटो तो ऐसी लगे जैसे शेखावत जी का मायका हो...
२ बिल्ली को पानीपत भेजो हम अपने खंबे पर चढ़ा कर प्रैक्टकलि चैक करेंगें कितना चढ़ती है और कितना उतरती है...
३ खूंटे का नुस्खा बढ़िया है. वकीलों के लिये नुकसानदेह लेकिन फिर भी द्विवेदी जी आपके वकील थे. फीस के रूप में खूंटे की सांकल याने चेन उन्हें भेज दो.
-----देरी इसलिये हो गई कि आज सुबह से ही पार्क में गुलाब के फूल ढूंढ रहा था. थम saबकी चाची को देने के लिये. फूल नहीं मिले. कांटो का टोकरा दे दिया.
हवामहल नहीं है. जगह राजस्थान की लग रही है...कहा? नहीं पता :(
ReplyDeleteताउ यह जयपुर के आमेर किले क शीश महल है
ReplyDeleteताउ यह जयपुर के आमेर किले क शीश महल है
ReplyDeleteयहा पर हि मुगले आजम फ़िल्म की शूटीन्ग हुइ थी
अरे ताऊ भाटिया जी सच मै बहुत सीधे है, जरा मुकदमे का फ़ेसला तो होने दो फ़िर देखो... जिस छोरे के हाथ मिठाई भेजी थी उसे हम ने १० हजार युही तो नही दिये... बस भाटिया जी की जगह ताऊ जी ही तो लिखना था, ओर साथ मे एक नोटो को डिब्बा भी आप के नाम से जज सहाब को नजर कर दिया था.
ReplyDeleteयह खम्बा तो ९ फ़िट का ही है
पहेली का जबाब मेने कोनी बेरा, अब लोगो के घरो मे तांका झाकी कर के जुते तो नही खाने.
राम् राम जी की
" ताऊ जी ये हिंट वाली फोटो देख कर "मुगले आजम" और मधु बाला याद आ गयी......"
ReplyDeleteRegards
This comment has been removed by the author.
ReplyDeleteइस तरह रामप्यारी कुल ४ बार चढती है. अब बताईये उस खम्बे की कुल उंचाई कितनी है?
ReplyDelete...
ताऊ पहले तो ये गारंटी दो कि बिल्ली चौथी बार में खम्भे पर चढ़ ही जाती है. मान लिया कि चौथी बार में चढ़ भी जाती है तो खम्भे की ऊँचाई है---
15 फीट
ओके?
ताऊ ये तो आमेर किले का शीश महल लग रहा है ! सुबह आपका हिंट नही नही दिख पा रहा था अब देखने पर पता चला है !
ReplyDeleteLast try - Amber fort
ReplyDeleteआम्बेर के किल्ले का शीश महा हैगा - पिछ्ला जवान केंसल
ReplyDeleteयह जयपुर (राजस्थान) में स्थित
ReplyDeleteअम्बर किले का शीशमहल है !
आत्मा पर बोझ लेकर जवाब दे रहा हूँ !
सिद्धांततः तो मुझे इस प्रतियोगिता में
शामिल होने का हक़ नहीं है क्योंकि
मैंने एक बहुत अच्छे शख्स से छोटा सा हिंट
माँगा था लेकिन उन्होंने मुकम्मल जवाब बता दिया !
अब मैं क्या करता ...... ??
यह जयपुर (राजस्थान) में स्थित अमेर किले का शीशमहल है !
ReplyDeleteआत्मा पर बोझ लेकर जवाब दे रहा हूँ !
सिद्धांततः तो मुझे इस प्रतियोगिता में
शामिल होने का हक़ नहीं है क्योंकि
मैंने एक बहुत अच्छे शख्स से छोटा सा हिंट
माँगा था लेकिन उन्होंने मुकम्मल जवाब बता दिया !
अब मैं क्या करता ...... ??
मेरा ख्याल है की खम्बा ६ फ़ुट का ही ठीक रहेगा. क्योंकि चिकना है तो बिल्ली ४ क्या ४० छलांग भी लगा सकती है... चाहे वह ३ फ़ुट से वापिस फिसल आए या ६ फ़ुट से..... चलो जी, फाइनल उत्तर ६ फ़ुट लाक किया जाए.
ReplyDeletepole ki height 12 ft hai taaoo...
ReplyDeleteaur paheli ka jawaab manne na maalum..
shayad red fort delhi ho....
मतलब आपने ठान रखा है कि मैं तो कोई जवाब ही न दे पाऊँ.....
ReplyDeleteइस पहेली का सीजन-२ कब से शुरू हो रहा है?उसी में हाथ आजमाऊँगा,तब तक भारत भ्रमण कर आता हूँ
...और दूबारा आया हूँ बिल्ली के बारे में विमर्श करने।
ReplyDeleteहल तो हो गया है सवाल,मगर फिर सोचने लगा कि ये ताऊ की बिल्ली कूद जायेगी इतना?
सब समझ गये हम ताऊ.....
अरे ये तस्वीर तो मेरे महल की है... यहाँ की फोटो कैसे खीच ली आपने?
ReplyDeleteताऊ ये है आमेर का किला का अण्दरुणि भाग. यहां हाथियों से चढ कर भी जाते हैं और पैदल भी जा सकते हैं.
ReplyDeleteइस किले मे घुसते ही शिला देवी का मंदिर है जहां अब भी नियमित पूजा अर्चना होती है. ये जयपुर के राजपरिवार की कुल देवी हैं.
यही से उपर की तरफ़ जयगढ का किला भी दिखाई देता है.
रामप्यारी जिस खंबे पर चढ रही है उसकी उंचाई १५ फ़ीट है. क्योंकि आखिरी यानि चोथी छलांग लगाने के लिये उसे छ फ़िट ऊंचाई चाहिये. तब वह १२ फ़िट पर रुकेगी.
ReplyDeleteआपने बडा घुमा कर फूछा है. आखिर इसीलिये तो ताऊ हो.:)
हमारा जवाब बिल्ली ने कुल ऊंचाई चढी १२ फ़ीट और कुल खम्बे की लम्बाई १५ फ़ीट.
ताऊ,ताई, रामप्यारी, सैम, बीनू फ़िरंगी, चंपाकली, अनारकली और रामदयाल और उसकी गधेडी यानि ताऊ के सारे कुणबे को वेलेण्टाईन दिवस की बधाई.
ये आमेर फ़ोर्ट (जयपुर) है.
ReplyDeleteखम्बे की उंचाई है १५ फ़िट.
ReplyDeleteजरूरी सूचना :-
ReplyDeleteकल रविवार दोपहर १२ बजे तक आये हुये जवाब ही पत्रिका मे शामिल किये जा सकेंगे.
उसके बाद आये जवाबों के नम्बर आपके अकाऊंट मे दे दिये जायेंगें.
रामराम.
अम्बेर किले का शीश महल ही लगता है, सिटी पैलेस नहीं।
ReplyDeletekhamba 18ft high.
ReplyDeletehan taau, shishmahal ke bare me ek baat batana bhool gayi thi...
ReplyDeletewahan ek kamra khas taur se sheeshmahal ki khoobsoorati dikhane ke liye rakha gaya tha, uske darwaje aur khidkiyan band kar diye jaate aur fir ek candle jalane par charo or aise rohni chitakti jaise taaron bhara aasman ho..ye nazara maine khud dekha hai...diwar me angitat chote chote sheeshon ki nakkashi hone ke karan aisa adbhut drishya hota hai.
आमेर किले का शीश महल !!!!
ReplyDeleteआमेर किले का शीश महल
ReplyDeleteनमस्कार ताउजी!
ReplyDeleteआपके प्रश्न का उत्तर तो १५ फीट ही हैं!
और खूंटा बड़ा जोरदार था, पढ़कर बहुत मजा आया! वैसे एक बात कहूँ आप बुरा मत मानना, ये ताऊ लोग बहुत चालू होते हैं मेरा मन करता हैं की इनसे दूर ही रहूँ, क्या पता मेरे ससुराल में कुछ उल्टा सीधा लिखकर भेज दे और मेरी बसी बसाई गृहस्ती (२ महीने बाद की बात कर रहा हूँ क्यूंकि २० मई को आपके भतीजे की शादी हैं) को उजाड़ने की कोशिश कर दे! समझे!
हा हा हा हा..
Sorry... if you dont like it!
सस्नेह!
दिलीप गौड़
गांधीधाम
ताऊ राम राम आज मुझे पहेली में हिस्सा नहीं लेना
ReplyDeleteलेकिन
जवाब दे दूंगा
कि
यो
फोटू
आमेर किला
या
शीश महल
ही है
ताऊ अब एक बात और सुन लो मेरी भी
मैं भी आपके ऊपर केस करने जा रहा हूं आज शाम को छह बजे के बाद अदालत में
क्योंकि
आपने
मेरी पहेलियों में वादा किया था कि विजेताओं को बिना पानी के गोल गप्पे एक रूपये के देने का वादा किया था लेकिन अभी तक ईनामी राशि नहीं आई और मेरी पहेलीयों के विजेता मुझे रोज फोन कर रहे हैं। आप बताओ कि आपके एक रूपये के गोलगप्पे के लिए हमारे आदरणीय भाटिया जी ने विदेश से फोन किया और करीब आधा घंटा बात की तो उनके तो करीब 500 रूपये वैसे ही लग गए
अगले केस लडने के लिए तैयार हो जाओ
ताऊ खंभे की लंबाई पूरी पूरी बता सकता हूं एक सूत भी ईधर ऊधर नहीं होगा और आपको मेरा जवाब का विजेता बनाना होगा
ReplyDeleteतो मेरा सही जवाब है
आधे से दोगुना
अगर कोई भी इसे गलत साबित कर दे तो मुझे बताओ
आपने यह तो बताया कि बिल्ली चार बार चढी, लेकिन यह नहीं बताया कि चौथे बार उस ने हार मान ली या वाकई में ऊपर पहुंच गई.
ReplyDeleteइस हिंट के बिना इस सवाल का जवाब नहीं दिया जा सकता है.
सस्नेह -- शास्त्री
@ मान. शाश्त्रीजी, छ फ़ुट चढकर ३ फ़ुट गिरने वाली बिल्ली कभी खम्बे के टोप पर पहुंच सकती है भला? कभी नहीं.:)
ReplyDeleteरामराम.
प्रिय ताऊजी, यदि आप का मतलब "ज़ीनो पेराडोक्स" से है तो आप को "चार बार चढती है" वाक्य हटाना होगा.
ReplyDeleteसस्नेह -- शास्त्री
Sheesh Mahal of Amber Fort
ReplyDeleteखैर, जबाब तो मैं पहले ही दे चुका हूँ. अब लोग रामप्यारी को इतनी बार कुदा चुके हैं कि मुझे तो उसकी चिन्ता लग गई है. कैसी तबीयत है बिल्ली की?
@शाश्त्री जी,
ReplyDeleteजी १५ फ़िट के खम्बे पर ही चार बार उछल सकती है
क्योंकी वो एक बार मे सिर्फ़ ६ फ़िट ही ऊछल सकती है.
ना कम ना ज्यादा.
चोथी बार मे वो १५ फ़िट तक उछल गई और १२ फ़िट
हाईट पर रुक गई.
और उपर ३ फ़िट खम्बा बच गया. क्युंकी वो छ फ़िट से कम
नही ऊछल सकती.
अगर १८ फ़िट होता तो एक बार और यानि ५ वीं बार भी उछल लेती.:)
अरे ताऊ कही राम प्यारी राम को प्यारी तो नही हो गई, कल से कुदा कुदा के सब ने उसे मार ही दिया होगा, यह खम्बा उखाड के फ़ेक दो, ओर यह महल का जबाब देने आया था, लेकिन इस रामप्यारी की हालात देख कर अब मेरा मुड नही जबाब देने का इस लिये मै इस महल के बारे कुछ नही बताऊग, पहले राम प्यारी को सम्भालो, नही तो इस राम प्यारी के याद मै तुम्हे भी एक शीश महल बनबाना पडेगा.
ReplyDeleteराम राम जी की