आप सबनै शनीचर की राम राम. इस शनीचरी पहेली न.५ मे आपका स्वागत है . नीचै ध्यान तैं देख कै जवाब देणा है बिल्कुल ही आसान पहेली है . यह कौन सी प्रसिद्ध जगह, कहां पर है. तो जरा सा दिमाग पर जोर डालिये. और पहेली जीत कर अपनी मेरिट को उपर कर लिजिये.
आपसे गुजारिश है कि जवाब बिल्कुल सुस्पष्ट देवे, यह कौन सी जगह है? इसकानाम लिखें, और फ़टाफ़ट अपना जवाब दे दे. विवरण के लिये दुसरी टीपणि करें, जिससे आपके पहले कोई दुसरा जवाब देकर आपसे अधिक अंक नही ले जाये.
अगर आपको यह पहेली आयोजन पसंद आया है तो पसंद पर भी एक चटका लगाने की कृपा करें. इससे हमारा उत्साह वर्धन होता है.
यह कौन सी प्रसिद्ध जगह है.
आप विषय से संबंधित जितनी सही जानकारी देंगे वो सभी के ज्ञानवर्धन के लिये ज्यादा अच्छा रहेगा . और आपकी टिपणी भी प्रकाशित की जायेगी .
इसका जवाब आपके जागने से पहले परसों सोमवार को मिल जायेगा . यानि ठीक ४८ घन्टे बाद.
सर्दी का मौसम होने से इस शनीचरी पहेली के प्रकाशन का समय अब हर शनीवार सूबह ७.०० AM कर दिया गया है. और रिजल्ट पुर्ववत सोमवार को सुबह ४.४४ AM पर प्रकाशित कर दिये जायेंगे.
तो है ना छुट्टी के दिनो का भरपूर मजा घर बैठे.
इस ब्लाग के दाहिंने तरफ़ आप आपकी मेरिट की स्थिति देख सकते हैं. सोमवार को इस अंक के रिजल्ट के साथ ही यह अपग्रेड कर दी जायेगी.
पहेली के नियम कायदे पहेली न.१ के रिजल्ट के साथ साथ बता दिये गये थे. जो यहां चटका लगा कर भी देखे जा सकते हैं.
पहेली नम्बर ४ तक जिन्होने भी इस पहेली मे हिस्सा लिया है वो अपने अंक की स्थिति यहां चटका लगा कर देख सकते हैं. शुरु से अंत तक की मेरिट लिस्ट यहां पर प्रकाशित कर दी गई है.
आपके सुझावो का हमेशा ही स्वागत है.
एक विशेष सूचना हम अवश्य देना चाहेंगे कि आप चाहे जितनी देर से आयें आपको अगर सही जवाब मालूम है तो जवाब अवश्य देवें .
यहां पर आपको हर सही जवाब के साथ मार्क्स दिये जाते हैं जो इकठ्ठे होकर कभी भी भविष्य मे आपको बहुत काम आयेंगे. और हर भाग लेने वाले प्रतिभागी को एक अंक दिया जाता है.
आपने अगर जवाब दे दिया हो तो आप इन्तजार करें. हो सकता है आप का जवाब जान बुझकर रोका गया हो. हम पहले ही बता देते हैं कि निरणायक गण आपको भ्रम मे डालने के लिये और पहेली की मनोरंजकता बढाने के लिये पहले जो टिपणियां प्रकाशित करते हैं वो गलत भी हो सकती हैं और सही भी. दोनो ही बाते हैं. अत: अपने विवेक से उत्तर देवें.
और आपसे एक निवेदन है कि किसी भी हालत में जवाब मे लिंक नही देवें. अगर आपका जवाब सही है तो हम उसे गलत नही करेंगे, पर आपके Link देने से आपके बाद आने वालों के लिये कोई चार्म नही बचता.
अत: प्लीज..प्लीज..Link कतई नही देवें. वर्ना आपकी टीपणी प्रकाशित नही की जावेगी.
इब खूंटे पै पढो :- ताऊ की बीबी यानि ताई स्वर्गवासी हो गई, शवयात्रा मे अथाह भीड. लोगो का हुजुम टुटे पड रहा था. भाटिया जी को खबर लगी तो वो भी आगये और शवयात्रा मे शामिल हो गये. पर उन्होने देखा कि इतनी भीड हो रही है तो उन्होने पूछा लोगो से कि भई बात क्या है? इतनी भीड क्यों है? ताऊ की तो इतनी ओकात नही है कि इतनी भीड इक्कठी कर ले. तो क्या ताई कोई मिनिस्टर वगैरह बन गई थी या कोई महिला मोर्चा की नेता थी? लोग जवाब देने की बजाये, भाटिया जी की तरफ़ देख कर मुस्करा कर रह जाते. अब भाटिया जी को और भी उत्सुकता हुई तो उन्होने सीधे जाके ताऊ से ही पूछ लिया कि भई ये क्या कारण है इतनी भीड का? ताऊ बोला - भाटिया जी, इसका असली कारण है मेरा गधा. भाटिया जी - अरे यार ताऊ, तेरी बीबी की शवयात्रा है और इसमे भी तू मजाक कर रहा है? कुछ तो शरम कर. और सही बात बता. ताऊ - मैं सही ही बोल रहा हूं. मेरे गधे को दुल्लत्ती मारने की खराब आदत थी और उसकी दुल्लत्ती लगने से ताई की ये गति हो गई. अब सारे गांव वाले उस गधे को खरीदना चाहते हैं. भाटिया जी - अच्छा है तो फ़िर बेच दे. पर ये क्या कोई नई स्कीम है? ताऊ - भई भाटिया जी अपनी स्कीम तो चोबिसों घंटे चालू रहती है. काम धंधा तो मैं कभी बंद कर ही नही सकता. इसीलिये मैने सबको कह दिया कि उस गधे को जो भी खरीदना चाहे वो शमशान मे आ जाये वहीं पर उस गधे की नीलामी होगी. जो ज्यादा बोली लगायेगा वो गधा मैं उसी को बेचूंगा. और देखो सब आसपास के गांवों के लोग भी इक्कठ्ठा हो रहे हैं. |
ताऊ रे यह हर शनिवार को टपक रही है -अब तीर तुक्का हर बार थोड़े ही लहता है ! जो कुछ इज्जत पानी बची रह गयी है काहें को बंटाधार करने को तुल गया है ताऊ ?
ReplyDeleteआज तो हमारी बुद्धि और स्मृति चकरा गई। निगेटिव नंबर नहीं है इसलिए जवाब दे रहे हैं कि ये
ReplyDeleteएलीफेन्टा की गुफाएँ हैं। तीर न सही तुक्का ही सही।
हाँ, गधे की नीलामी मं दुनिया आए हम नहीं आ रहे हैं। ताऊजी तो गधे की नीलामी इस लिए कर रहे हैं कि यह उन्हें दुलत्ती न मार दे।
पहेली का तो जबाब पता नहीं ताऊ
ReplyDeleteलेकिन गधे की नीलामी कब है?
चटका लगा दिया है, ये गधा मुझे ही मिलना चाहिये
एलोरा की गुफा
ReplyDeleteतुक्का- nalanda
ReplyDelete"ellora caves in aurangabad"
ReplyDeleteRegards
शनिवार की गुड मोर्निंग,..ये पुरानी गुफाओं को बाहर से नवीन कराया गया तो दिखाई दे रहा है ..अजन्ता एलोरा भी कई साल पहले गए थे इस लिए कन्फर्म नही है ,,लेकिन चित्र ऐसा है की याद वहीँ की दिला रहा है ..अब आप चाहे जो जाने....
ReplyDeleteनालंदा तो बिलकुल नहीं है, बीसियों बार नालंदा-राजगीर जा चूका हूँ.. मन्ने तो एलोरा लागे है.. :)
ReplyDeleteThis comment has been removed by the author.
ReplyDeleteताऊ सभी तो एलोरा ही कह रहे है, तो मै क्यों अलग बोलू ?
ReplyDeleteमेरा भी जवाब नालंदा ही लिख लो | :)
एलोरा दिखे है. ज्यादा नहीं पता. लगता नहीं यह पप्पू कभी पास होगा भी :(
ReplyDeleteखूँटा जोरदार था.
मुझे तो ये स्टॅच्यू ऑफ लिबर्टी लग रही है...
ReplyDeleteहा ये वही है.. लॉक कर दीजिए.. और गढ़े की ज़रूरत अभी हमको है नही..
पहले तो जी हम इतना घूमें फिरे है नही। आप जैसा पहले कोई मिला नही। कभी दिल्ली के एक आध स्मारक बगैरा के बारे में पूछेंगे तो कुछ बता पाए। वैसे जब अनुराग जी कह रहे है एलोरा की गुफा तो हमारा जवाब भी वही मानिए। सही हुआ तो भी ठीक नही हुआ तो भी ठीक। और हाँ आज का खूंटे पर तो बस हा हा हा ही कर ते रहे। अब भी गधा याद आ रहा है।
ReplyDeleteताऊजि लगता है हमेम घर बैठे 2 ही भारत दर्शन करवा देंगे धन्यवाद्
ReplyDeleteताऊजी।... पहेलियां और सहेलियां मेरे को तो परेशानी में डाल देती है।... हां।..गधे वाली कहानी अच्छी लगी।... लेकिन मुझे लगता है कि कोई न कोई गडबड है।... गधे की दुलत्ती से तो गधे की टांग बेशक टूट सकती है, ताई नहीं मर सकती।... पता लगा कर बता देना जी... इंतजार कर रहे है।
ReplyDeleteजवाब का इन्तजार करते हैं जी
ReplyDeleteबाघ गुफा , धार जिला , म . प्र .|
ReplyDeleteलगता है आज की पहेली का जवाब कुछ मुश्किल हो रहा है तो आपको बतादे कि सही जवाब आ चुका है. यही आपका क्ल्यु है.
ReplyDeleteकोशीश करिये, बहुत आसान है...और अगर फ़िर भी क्ल्यु चाहिये तो डिमाण्ड किजिये...अभी तक क्ल्यु के लिये कोई request नही आई..लिहाजा क्ल्यु नही दिया जा रह है.
रामराम.
ताऊ क्लु की request मैं कर देता हूँ.. वैसे अगर आप फोटो थोडे़ high resolution की डाल देते तो ये भी नहीं पुछते.. कौशीश जारी है..
ReplyDeleteताऊ जी ये शनिवार बचपन से तंग कर रहा है।शनिवार को स्कूल मे होम वर्क मिलता था इस्लिये बहाना कर के स्कूल नही जाता था अब आप आ गये हो कठिन-कठिन सवाल करते हो।फ़िर शनिवार को गोल मारना पड़ेगा।वैसे एलोरा गये सालो हो गये मगर ऐसा लगता है की वो अजंता या एलोरा की गुफ़ाये ही है।
ReplyDeleteये बाघ गुफा है जो धार से ९७ किलोमीटर दूर मध्ये प्रदेश मे है . इन गुफाओं की खोज १८१८ मे हुई थी, इनका नाम बाघ गुफा क्यूँ पडा इसका कोई ठोस कारन ज्ञात नही है मगर कहा जाता है की इनकी खोज से पहले यहाँ बाघों ने आपना निवास बनाया हुआ था. इसके बाद ये स्थान Buddhist मोंक्स द्वारा रहने और योग साधना आदि के लिए भी किया गया .ये गुफा कुदरती नही हैं इनका निर्माण पुरातन कलाकरों ने पथरों को नक्काशीदार काट कर किया था हैं ये गुफाएं अपनी अद्भुत चित्रकारी के लिए प्रसिद्ध है .पॉँच गुफाओं का ये समूह इंदौर और वडोदरा के मध्य सडक पर पडता है "इन्हे Bagh Buddhist Caves,भी कहा जाता है ये बाघिनी नदी के तट पर बाघ गावं से ७ कम की दुरी पर स्तिथ है."
ReplyDeleteRegards
यह नालंदा का ही कोई हिस्सा लग रहा है.अभी यही जवाब माना जाए.
ReplyDeletenaalanda .......
ReplyDelete@ रंजन जी, भाई हम ताऊ आदमी हैं इस लिये हाई और लो रेजोलिशन क्या होता है यह हम नही जानते. :)
ReplyDeleteहां अब तक सही जवाब आ चुके हैं. फ़िर भी क्ल्यु ले लिजिये.
१.इन गुफ़ाओं को सबसे पहले सन १८१८ मे खोजा गया.
२. इन गुफ़ाओं के नाम पर कपडे के काफ़ी फ़ेमस प्रिंट हैं.
३. और ये अजन्ता के जैसी चित्रकारी की वजह से ज्यादा जानी जाती हैं.
४. अब बताने को बचा ही क्या है? :)
रामराम.
ताऊ का खूँटा जिंदाबाद !
ReplyDeleteताऊजी अगले आदेश तक हमारा उत्तर भी नालंदा समझा जाय !
ReplyDeleteपहले का जवाब खारिज कर दिया जाए...
ReplyDeleteनया जवाब है--Bagh caves
-details अभी देती हूँ.
अजंता की गुफायें ही है, जिसका जवाब सही उसे एक बार गुफा दर्शन का टिकट भेज दो, और जिसका जवाब सही ना हो उसे गुफा में बंद करवा दो ताऊ!
ReplyDeleteये चाहे जो भी निकले मगर नालंदा ना निकले.. भगवान करे कि कुश का ही जवाब सही हो, अरे वही स्टेचू ऑफ़ लिबर्टी.. :) अरे भई जब बीसीयों बार नालंदा घूमने के बाद भी हम ना पहचान पायें तो अब और क्या किया जा सकता है मेरे साथ?
ReplyDeleteयह चित्र बाघ गुफाओं का है.कुछ इतिहासकार इन्हें चौथी और पांचवी सदी में निर्मित मानते हैं .
ReplyDeleteअधिकतर ७ वीं सदी में.
ये बाघ गुफाएं ,मध्य प्रदेश में धार जिले से ९७ कम दूर विन्ध्य पर्वत के दक्षिणी ढलान पर hain.
बौद्ध धरम को दर्शाती हुई इन ९ गुफायों में से केवल ५ ही अभी बची हुई हैं.ये इंदौर और वडोदरा के बीच में हैं.बाघिनी नदी के किनारे हैं.
इन गुफाओं का संबंध बौद्ध मत से है। यहां अनेक बौद्ध मठ और मंदिर देखे जा सकते हैं।
इन गुफाओं में चैतन्य हॉल में स्तूप हैं और रहने की कोठरी भी बनी हैं जहाँ बोद्ध भिक्षु रहा करते थे.
अजंता और एलोरा गुफाओं की तर्ज पर ही बाघ गुफाएं बनी हुई हैं। इन गुफाओं में बनी प्राचीन चित्रकारी मनुष्य को हैरत में डाल देती है। इन गुफाओं की खोज 1818 में की गई थी। माना जाता है कि दसवीं शताब्दी में बौद्ध धर्म के पतन के बाद इन गुफाओं को मनुष्य ने भुला दिया था और यहां बाघ निवास करने लगे। इसीलिए इन्हें बाघ गुफाओं के नाम से जाना जाता है। बाघ गुफा के कारण ही यहां बसे गांव को बाघ गांव और यहां से बहने वाली नदी को बाघ नदी के नाम से जाना जाता है।
यहाँ बनी पदाम्पनी का चित्र[पेंटिंग]अजंता में बनी पदाम्पनी से मिलती जुलती है.
यह किताब इन गुफाओं के बारे में आप को बहुत सी जानकारी देगी.
यह शायद सिर्फ़ पुस्तकालयों में मिलेगी.बडे अफ़सोस की बात है ,की हमारे भारतीय इतिहासकार इन प्राचीन स्मारकों पर किताबें नहीं लिखते[?]=ज्यादातर किताबें और दस्तावेज अंग्रजों के द्वारा एकत्र किए हुए हैं.
यह किताब भी एक अंग्रेज ने ही लिखी है.
The Bagh Caves in Gwalior state
AUTHOR - Sir John Marshall
PUBLICATION - India society, London [year 1927]
[-आज तो सच में मुश्किल लगी पहेली.
-अच्छा हुआ, बहुत से monuments को जान लिया इस बहाने.]
ताऊ
ReplyDeleteहमारी समझ मा को नि आए इस का जवाब
बस थारा खूंटा चोखो से...............इब म्हारी बोली भी रिज़र्व रखियो
ताऊ मेरा अंतिम जबाब माना जाय मध्यप्रदेश में धार के निकट बाघ गुफाएं !
ReplyDeleteसही जवाब :
ReplyDeleteयह चित्र नालंदा का है !
ताऊ वैसे तो मुझे इस बा्रे में बिल्कुल पता नहीं था.. पर आपने हिंट दे दिया अब जबाब नहीं दु तो .. तो फिर हम भतीजे किसके..
ReplyDeleteये है बाघ गुफा.. मध्यप्रदेश में धार से ९७ किमी दूर.. और हां ये प्राकृतिक नहीं ्है.. मानव निर्मित है..
बाकि जबाब तो सोमवार को देखेगें..
नंबर दे देना ताऊ..
राम राम
Taau post galti se delete ho gaya yah ealora ki gufa he hai
ReplyDeleteताऊ
ReplyDeleteचन्देरी का किला, मध्य प्रदेश की फोटो तो नहीं निकाल लाये कहीं घूमते घूमते?
मुझे तो चन्देरी ही लगता है. वैसे सबके साथ अगर एलोरा हुआ तो तो मैं भी हूँ ही वरना फिर चन्देरी.
My Correct Answer :
ReplyDeleteBagh Caves of Madhya Pradesh
ताऊ कहां हमे अजंता अलोरा घुमान लाग रिया शे भाई. अजंता ऎलोरा तो सही शे इब .
ReplyDeleteराम राम जी की
ये हैं बाध गुफाऐं धार जिले में..असल जबाब!!
ReplyDeleteइसे ही मान्यता दी जाये.
taaoo, ramram
ReplyDeletesahi jawab hai- ELLORA
कोई बौद्ध स्तूप-सा है, शायद ऐलोरा हो!
ReplyDelete---मेरे पृष्ठ
गुलाबी कोंपलें । चाँद, बादल और शाम । तकनीक दृष्टा/Tech Prevue
ham to vakeel sahab ke peeche hai ji....vahi sabse intellijent najar aa aahe hai hame.
ReplyDeleteताऊ आपने "क्लू" देकर काम आसान कर दिया वरना मंजिल तक पहुंचना बहुत मुश्किल था !
ReplyDeleteसही जवाब तो मैं दे ही चुका हूँ अब थोड़ा विस्तृत जवाब भी दे दूँ !
बाघ गुफाएं-
ये गुफाएं मध्य प्रदेश के धार जिले से ९७ किलोमीटर दूर हैं ! माँडू किले से इनकी दूरी ५० किलोमीटर (पश्चिम) लगभग है !
इन गुफाओं का संबंध बौद्ध मत से है। यहां अनेक बौद्ध मठ और मंदिर देखे जा सकते हैं। अजंता और एलोरा गुफाओं की तर्ज पर ही बाघ गुफाएं बनी हुई हैं। इन गुफाओं में बनी प्राचीन चित्रकारी मनुष्य को हैरत में डाल देती है। इन गुफाओं की खोज 1818 में की गई थी। माना जाता है कि दसवीं शताब्दी में बौद्ध धर्म के पतन के बाद इन गुफाओं को मनुष्य ने भुला दिया था और यहां बाघ निवास करने लगे। इसीलिए इन्हें बाघ गुफाओं के नाम से जाना जाता है। बाघ गुफा के कारण ही यहां बसे गांव को बाघ गांव और यहां से बहने वाली नदी को बाघ नदी के नाम से जाना जाता है।
सब से पहले कहना चाहती हूँ--मेरे पहले [खारिज कर दिए ]जवाब -'नालंदा 'को कोई कॉपी न करे -please..मैं ने अंदाजे से लिखा था.
ReplyDeleteखूंटे पर ताई के बारे में पढ़ा...बहुत बुरा लगा..लेकिन ताऊ यह ख़बर आई है..की ताई इतनी भीड़ और शोर सुनकर उठ बैठी है..और अब आप की तो खैर नहीं!बिना पूरी जाँच किए , बेहोश ताई को शमशान पहुँचा दिया!बड़ी बुरी बात है...:(---और अब के ताई को जिन्दा देख ...सारे जमा गाम वाले भज जायेंगे..कोसेंगे अलग..की उनका टेम खोटी कर दिया! गधा अब किस के दुल्लती मारे न मारे--अब नहीं नीलाम होता..
ये मध्यप्रदेश के धार जिले में 'बाग की गुफाएं'हैं.किंवदंतियो के अनुसार यहीं पर पांड्वो ने अपने अज्ञातवास का समय व्यतीत किया था.
ReplyDeleteताऊ राम राम कैसे हैं आपके पडोसी
ReplyDeleteअच्छा तो आज की पेहली का सही जवाब है म्हारे गांव का बच्चियों वाले स्कूल का पिछवाडा
ना ताऊ म्हाने तो आइडया सा न लग रया अब थमी बता दयो कुणसी जगह है या
ReplyDeleteओफ फो इतना ज्यादा कनफूजन । :)
ReplyDeleteहम ४८ घंटे बाद आकर देख लेंगे ।
क्यूँ ठीक है न ताऊ ।
पक्का अलोरा ही है। लोक कर दिजिये।
ReplyDeleteआज की पहेली के जवाब के लिए मैं भी एक clue दे दूँ -'बगल में बच्चा और नगर में ढिंढोरा....' मैं ने भी सारी दुनिया घूम डाली ,इस के जवाब को पाने में...बड़ी मशक्कत से जवाब मिला..
ReplyDeleteताऊ मैंने पहला जवाब दिया था |
ReplyDeleteबाघ गुफा , धार जिले की , वो आपने प्रकाशित क्यों नही किया |
हमको शुभम आर्य से तीन मेल मिले थे, हमारी गलती से कम्प्युटरवा का कोई उल्टा सीधा बटनवां दब गया है सो हम उनकी तीनों मेल विवरण सहित तीन अलग अलग टिपणीयों मे प्रकाशित कर रहे हैं.
ReplyDeleteपहली टिपणी :-
date Sat, Jan 17, 2009 at 10:33 AM
subject[रामपुरिया का हरयाणवी ताऊनामा !] New comment on ताऊ की शनीचरी पहेली-५.
mailed-byblogger.bounces.google.com
शुभम आर्य has left a new comment on your post "ताऊ की शनीचरी पहेली-५":
ताऊ सभी तो एलोरा ही कह रहे है, तो मै क्यों अलग बोलू ?
मेरा भी जवाब नालंदा ही लिख लो | :)
शुभम आर्य की दुसरी टीपणी :-
ReplyDeletedate Sat, Jan 17, 2009 at 10:59 AM
subject[रामपुरिया का हरयाणवी ताऊनामा !] New comment on ताऊ की शनीचरी पहेली-५.
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hide details 10:59 AM (6 hours ago) Reply
शुभम आर्य has left a new comment on your post "ताऊ की शनीचरी पहेली-५":
ताऊ मेरा जवाब बदल दिया जाए मुझे मिल गया सही जवाब ये तो बाघ गुफा यानि bagh caves है |
जो धार, मध्य प्रदेश में है |
शुभम आर्य की तीसरी तिपणी :-
ReplyDeletedateSat, Jan 17, 2009 at 11:03 AM
subject[रामपुरिया का हरयाणवी ताऊनामा !] New comment on ताऊ की शनीचरी पहेली-५.
mailed-byblogger.bounces.google.com
hide details 11:03 AM (6 hours ago) Reply
शुभम आर्य has left a new comment on your post "ताऊ की शनीचरी पहेली-५":
ताऊ मेरा जवाब बदल दिया जाए मुझे मिल गया सही जवाब ये तो बाघ गुफा यानि Bagh Caves है|
जो धार , मध्य प्रदेश में है |
ab sab bagh gufa bol rahe hain to ham bhi kah hi dete hain bagh gufa.. yahi antim javaab..
ReplyDeletechori karke aaj pass ho hi jate hain.. :)
अरे ताऊ
ReplyDeleteमैं अचरज में हूँ कि ये अल्पना वर्मा जी
हर एक प्रश्न का जवाब इतने विस्तार से
कैसे दे लेती हैं !
हर बार ऐसा लगता है जैसे अल्पना जी
महीने भर पहले से जवाब की तैयारी कर
रही थीं !
इस मामले पर जांच कमीशन बैठना चाहिए
या सी०बी०आई० इन्क्वारी होनी चाहिए !
मैं इस गंभीर मामले को संसद में उठाऊंगा !
ताऊ, जैसी के हमारी और आपकी डील हुई थी, बिल्कुल वैसे ही मैंने जानते हुए भी सही उत्तर बाघ गुफा, (धार जिला) म . प्र लिखने के बजाय लोगों को कन्फुजिआने के लिए एलोरा बोला है. इब थम म्हारे पीसे लौटा दोगे ना?
ReplyDeleteताऊ, मै पहले ही आई ही जवाब देने पर किसी ने वाज मार ली ...अब मोहन वशिष्ठ ने मेरा जवाब
ReplyDeleteकापी कर लिया....ये हमारे गांव का स्कूल ही है अरे इसी बरामदे में खडे होकर तो हम प्र।र्थना किया करते थे
...."सारे जहाँ से अच्छा हिन्दुस्तां हमारा...."पर ताऊ एक राज की बात सुण लै ...गधे की निलामी ना करियो
दूसरी ताई के काम आयेगा....हा हा... फेर मौजां ही मौजां....."तालियाँ...!"
अपन तो गदहे की बोली लगाने में इंटेरेस्टेड हो गए, और जगह भूल गए.
ReplyDeleteताऊ काम में ऐसा फंसा की पहेली रह गयी, बॉस को कहता कहता थक गया कि जाणे दा भाया काम तो होता रहेगा, पहेली ज्यादा जरूरी है नही तो फिर से मेरिट में पीछे आ जाऊँगा माणा ही नही। देर से ही सही हमारा उत्तर भी लॉक कर दिया जाय - बाघ गुफायें (Bagh Caves) जो मध्य प्रदेश में हैं, धार से कोई ९०-१०० किमी दूर।
ReplyDeleteफाइनल उत्तर - बाघ गुफायें (Bagh Caves)
ताऊ चालहे काट दिये, मेरे ब्लाग पै कब्जा करकै टिपणियां के मजे लेण लाग रया सै. यो तओ बाघ की गुफ़ा ही सै, पर मेरे ब्लाग पै कब्जा कब छौडैगा? या बता दे. लागै सै कि चिठ्ठा चर्चा म्ह फ़ु्रसतिया जी की अदालत म्ह तेरे उपर केस ठोकणा पडैगा और वकिळ भी द्विवेदी जी को करुंगा फ़ेर देखते हैं कैसे कब्जा ना छोडैगा तू.
ReplyDeleteइब नम्बर तो दे ही दे, बाकी तो मैं बाद म्ह निपट ल्युंगा.
रामराम.
अरे यार ताऊ, आज ही मैं गांव गया था कुक्षी, और आज ही हमारे गांव की पहेली पूछ ली आपने.
ReplyDeleteये हमारे गांव से दस किलोमीटर पर बाघ की गुफ़ाएं हैं यहां पर खूब गुल्ली डन्डा खेला है बचपन मे हमने.
बाघ की गुफ़ाएं हैं ताऊ. और यहां की साडियां भी बडी फ़ेमस हैं. बाघ प्रिन्ट के नाम से यहां की साडीयां और बेड कवर बहुत फ़ेमस हैं.
ReplyDeleteताऊ जी जब इत्ते लोग बता रहे हैं तो हमारा जबाब भी बाघ गुफ़ा होना चाहिये लेकिन हमारा जबाब लाक किया जाये कि ये ताजमहल बनने के पहले की जगह है।
ReplyDeleteदुबई में जब भी ग्लोबल विल्लेज लगता है -भारत के पवेलियन में मध्य प्रदेश का एक छोटा सा स्टाल ही देखा है.जहाँ कपड़े मिलते हैं.मैं ने वहां से एक बार सिर्फ़ cotton बेड शीट्स खरीदीं हैं.राजस्थान और कश्मीर के स्टाल्स के आगे बहुत फीका और dull स्टाल होता है.इसलिए लोग उस तरफ जाते ही कम हैं.मैं भी हैण्ड प्रिंट्स के चक्कर में वहां पहुँची थी.लेकिन तब भी बाघ प्रिंट्स के बारे में नहीं सुना था.आज पहली बार जाना है कि बाघ प्रिंटिंग क्या होती है.इस के बारे में नेट पर पढ़ा और प्रिंट्स देखे.
ReplyDeleteआप की हर पहेली कुछ न कुछ सिखा रही है.
धन्यवाद.
लो तुम भी क्या याद रखोगे ताऊ....इस पहेली का सही हल सिर्फ मुझेपता है-ये ताजमहल के कब्र के अंदर का गलियारा है
ReplyDeleteहो हो हो
मध्यप्रदेश में धार के निकट बाघ गुफाएं !!!!!
ReplyDeleteमध्यप्रदेश में धार के निकट बाघ गुफाएं !
ReplyDeleteताऊ, पहली बात तो ये कोई प्रसिद्ध जगह है पर इतनी भी नहीं जितना थारा खूंटा वहां कम से कम गधा तो रहवै
ReplyDeleteदूसरी बात शनीचर को पानीपत में हमारे मोहल्ले में लाइट नहीं होती अंधेरे में कंप्यूटर महाराज नहीं चलते इसलिये हम तो ठाट से संडे को डंडा लेकै बैठते हैं
jai RAM g kee
Ram Ram Tau .......pehli bar aaya thyare blog pe ........ib sab Bagh ghufa keh rahe to mera bhi yahi jawab man leyo .........waise tau .....teth hariyanvi mein puri post likhi jave to maza hi aa javega ......!!!
ReplyDeleteLucky
Peshe se engineer hu tau ..... par kuch likhna shuru kiya se......ab thyari kripa ho jaye to jivan hi dhanya ho javega .......
ReplyDeleteplz mere blog par aaye
www.getpoetry.wordpress.com
and www.sandesh.co.nr
aapke aashirwad ke pritiksha mein
ताऊ, प्रकाश गोविद जी ने सही कहा मुझे भी अल्पना और सीमा गुप्ता दोनों पर शक है...जांच
ReplyDeleteकमीशन बैठाई जाये...!
बाघ गुफा , धार जिला , म . प्र .|
ReplyDeleteयो तो म्हारे भी दिमाग में थी कि यो टाइगर गुफा है। न दो जी ईनाम हमको। कोई बात नहीं। जो जीता वह सिकंदर। म्हारी तरफ से जीते और हारे को यानी सभी को बधाई।
ReplyDelete