एक बार गाँव में एक समझदार बाबा आ गया ! वो लोगो को अच्छी २ बातें बताता ! उनकी सब शंकाओं का समाधान करता ! उसकी काफी प्रसंशा सुन कर ताऊ भी एक दिन वहा पहुँच गया !
वहाँ जाकर ताऊ ने पूछा - स्वर्ग जाने के लिए क्या करना चाहिए ?
बाबा बोला -
* दिमाग बिल्कुल ठंडा होना चाहिए !
** प्राणी मात्र से प्यार करना चाहिए !
*** आँखों में शर्म रखना चाहिए !
**** दिल में रहम रखना चाहिए !
***** संतोष पूर्वक रहना चाहिए !
****** कभी गुस्सा नही करना चाहिए !
ताऊ बोला - बाबा बात समझ म्ह नही आई सै, ज़रा खुलकै बता !
बाबा बोला - इंसान को कभी चोरी डकैती नही करनी चाहिए ! सीधी बात यह है की जीवन में जो भी मिल जाए उसे पाकर प्रशन्नता पूर्वक रहने से आदमी को स्वर्ग में जगह मिलती है !
अब चोरी डकैती का मना सुनके ताऊ किम्मै छोह म्ह आकै बोल्या - अरे बावलीबूच .. जब ये सब कुछ इत ही मिल जावे तो स्वर्ग जाण की जरुरत के सै ?
स्वर्ग में किसे जाना है?
ReplyDeleteताऊ स्वर्ग ओर नरक तो यही है, अगर आप संतुष्ट हो तो स्वर्ग है,चाहै एक झोपडे मै ही रहते हो, ओर अगर असंतुषट हो तो महलो मै भी नरक ही लगेगा.
ReplyDeleteआप ने मजाक मजक मै बात बहुत पहुची हुयी कह दी.
धन्यवाद
बडे बडे योगी और स्वयम्` ईश्वर भी धरा पर आये और सम्मोहित हो गये
ReplyDeleteस्वर्ग भी यहीँ है और नर्क भी ..
सही कहा, ताऊ...बहुत सटीक!!!
ReplyDeleteसत्यवचन!
ReplyDeleteस्वर्ग को भी ज़रूरत कहाँ है, ठीक?
ReplyDeleteतो यह लफडा है सरग नरक का -नरक तो फुल हो चुका और नही हुआ तो अकेले चीन वाले ही इसमें भेडिया धसान मचा देंगे -इससे अच्छा तो ताऊ तुम्हारा हरियाणा और मेरा जौनपुर ही है -महाराष्ट्र तो अब नरक बनने वाला ही है !
ReplyDeleteताऊ जी,आज तो आपने असली बात कह दी-
ReplyDeleteजीवन में जो भी मिल जाए उसे पाकर प्रशन्नता पूर्वक रहने से आदमी को स्वर्ग में जगह मिलती है!
जीवन आपके साथ हंसे तो स्वर्ग और जीवन आपके साथ रोये तो नरक। इसलिए स्वर्ग भी यहीं और नरक भी यहीं।
ReplyDeleteअब चोरी डकैती का मना सुनके ताऊ किम्मै छोह म्ह आकै बोल्या - अरे बावलीबूच .. जब ये सब कुछ इत ही मिल जावे तो स्वर्ग जाण की जरुरत के सै ?
ReplyDelete" ha ha ha ha ha ha well said, very true hell and heaven both are her only what we sow that only we reap..... great thought of the day"
Regards
visit this blog sometime..
http://loveneverloves.blogspot.com/
sahi kaha taau,bahut satik shabd...
ReplyDelete:-)
ReplyDeleteबंदर का परिचय के ऊपर क्या यह सफ़ेद उल्लू का फोटो है?
ReplyDeleteमैं जानता था कि ताऊ बुद्धिमान है - जो कुछ लेना है, यहीं लेना है।
ReplyDeleteचाहे उसे चोरी-डकैती से ले या सन्तई से, लेना यहीं है। जो है यहीं है।
वैसे भी ताऊ आज एक एस.एम एस आया था की तुम सारे दोस्त जहाँ मिलोगे वही मेरे लिए स्वर्ग होगा ओर तुम नर्क में मिलोगे ये तय है....फ़िर काहे की माथा पच्ची ....
ReplyDeleteझगड़ा नाहक है भैया...यहाँ भी पक्षपात होता है...सलेक्शन में...!!! कोई गारंटी नहीं है.
ReplyDeleteताऊ ने ठीक ही कहा भाई। एक आदमी वैद्य के पास गया। बोला मुझे ऐसी दवा बता दें कि मैं सौ साल जिऊं। वैद्य जी ने पूछा- सुरा का सेवन करते हो। वह बोला-नहीं। वैद्य जी ने पूछा- परस्त्रीगमन का शौक रखते हो। वह बोला नहीं। और कोई नशा करते हो-वह बोला नहीं। वैद्य जी ने उसे डांट कर भगा दिया- मैं तुझे दवा नहीं देता। आखिर तू फिर सौ साल जी कर करेगा क्या?
ReplyDeleteक्या खुब कही ताउ जी खुश हो गया !!मजेदार
ReplyDeletebahut aachha
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