नैनो मेरे जीवन का सपना है ! मैं कर्मचारियों के भविष्य और भावनाओं को ठेस नही पहुँचने दूंगा ! कर्मचारियों का भविष्य मेरे पास सुरक्षित है ! और सरकार द्वारा दिए गए धोखे के लिए मैंने उसको माफ़ कर दिया है !
सिंगुर मामले पर सरकार से इस बुरी तरह धोखा खाने के बाद अगर कोई साधारण उद्यमी होता तो हार कर बैठ जाता ! जिस उद्यमी को पूरा कारखाना ही उखाड़ना पड़ रहा हो , और वो आज कह रहा है नैनो को वक्त पर बाजार में लाने के लिए ! ऐसे दृढ़ निश्चयी उद्यमी के जज्बे को प्रणाम !
बहुत बड़ा स्पैक्ट्रम है उद्योगपतियों का। और टाटा उसके उजले पक्ष के शीर्ष पर हैं।
ReplyDeleteपंडित जी से पुरी तरह सहमत हूं।
ReplyDeleteटाटा के इरादे बहुत मजबुत है.. सलाम टाटा को
ReplyDeleteऐसे दृढ़ निश्चयी उद्यमी को नमन | देश तरक्की के लिए उधोग जरुरी है और उन्हें ऐसे ही दृढ़ निश्चयी उद्यमी चला सकतें ,हमारे नेता तो लगे हुए कारखानों को चौपट ही करा सकतें है ,ममता बनर्जी ने बंगाल का अहित ही किया है |
ReplyDeletechalo maan liya inke pas bhi hriday hai.kafi dhridh-sankalp bhi dikhta hai
ReplyDeleteमै भी टाटा जी के समर्थन मे हुँ!!आमा यार हमे भी तो नैनो खरीदनी है!!
ReplyDeleteबेहतरीन,सामयिक एवं अतिआवश्यक लेख ! बधाई !
ReplyDeleteमणे तो इस बारे कुछ पता ही ना शे भाई बस ताऊ की कारण हा हा हा हा कर रहे है
ReplyDeleteधन्यवाद
टाटा यूँ ही टाटा थोड़े ही है..यही जज्बा तो है. सलाम टाटा!!
ReplyDeleteइसी जज्बे को तो धरोहर कहा जाता है, विरासत में मिला है ये टाटा को. मेरा भी सलाम!
ReplyDeleteनैनों में है बस चुकी,लखटकिया की रेंज
ReplyDeleteताऊ तुमने कर दिया, लेआउट क्यों चेंज
लेआउट क्यों चेंज,गजब हैं अपने टाटा
जो कर रहे विरोध,सहेंगे भारी घाटा
TATA परिवार भारतीय उध्योगपतियोँ की शान हैँ ~~~
ReplyDelete- लावण्या
पश्चिम बंगाल से सीधे गुजरात जा रहे हैं (सुना है). कोई नहीं, अपने राज्य को भी न संभाल पाने वाले उनको भगवा कैंप वाला घोषित कर देंगे (लगता है).
ReplyDeleteआज के तमाम व्यापारिक घरानों में टाटा-बिडला हमेशा से ही अलग दिखते रहे हैं , यही इनके समर्थन का आधार है । भगवन से प्रार्थना है की ऐसे जज्बे वाले व्यक्ति हमेशा सफल रहें। ममता बनर्जी ने बंगाल का अहित ही किया है |
ReplyDelete"ya totaly agree with your words, that is why he is 'Tata'
ReplyDeleteregards