रामप्यारी ने आजकल ताऊ टीवी का काम संभालना शुरू कर दिया है. उसी की पहल पर ब्लाग सेलेब्रीटीज से "दो और दो पांच" खेलने का यह प्रोग्राम शुरू किया गया है. दो और दो पांच में, ब्लॉग सेलिब्रिटीज से निवेदन है कि वे सवाल के जवाब कुछ चटपटे रखें ताकि ब्लोगर साथियों का मनोरंजन भी हो , इस प्रोग्राम का मकसद सिर्फ़ हंसना हंसाना सीखना है. प्रतिभागियों द्वारा दिये गये जवाबों का गंभीर या वास्तविक अर्थ निकालने की कोशिश न करे और हलके फुल्के मजाक का आनंद लें ! यानि सिर्फ़ और सिर्फ़ मनोरंजन.........
रामप्यारी अब तक 2 + 2 = 5 का खेल चुकी है सतीश सक्सेना , हरकीरत ’हीर’ , काजल कुमार , संगीता स्वरूप(गीत) , अरविंद मिश्र , वंदना गुप्ता , खुशदीप सहगल , सुमन , डा. दराल ,प्रवीण पाण्डेय, वाणी शर्मा, विजय सप्पाति , रमाकांत सिंह व डा.शौर्य मलिक , अंजू (अनु) चौधरी के साथ.. और आज रामप्यारी के हत्थे चढ गये अनुराग शर्मा.... जिन्हें वो ले आयी सीधे ताऊ टीवी के स्टूडियो में और शुरू हो गया दो और दो पांच का खेल...अब बिना ब्रेक देखिये अटपटे सवालों के चटपटे जवाब... सीधे...ताऊ, रामप्यारी और रामप्यारे की अनुराग शर्मा से दो और दो पांच.....
(कैमरामैन - रामप्यारे)
सवाल ताऊ के जवाब अनुराग शर्मा के यानि 2 + 2 =5
ताऊ : आपसे सबसे ज्यादा दुखी कौन है?
जवाब : दुःखीचंद जी काफी दुःखी हैं क्योंकि हँसते समय उनका जबड़ा और पेट दुखता है और हमारी संगत में वे हँसते ही रहते हैं सो उनका दर्द बढ़ जाता है
ताऊ. आप आखिरी बार कब रोये थे?
जवाब : ताऊ का ब्लॉग पहली बार पढ़ा तो बहुत रोना आया कि अब तक इतने रोचक लेखन पर नज़र ही नहीं पड़ी। वैसे चक्कू रामपुरी की मशहूरी रोने में नहीं कविता सुनाने में है ... जो दूसरों को रुलाते हैं ऐसे ऊँट भी अकसर पहाड़ तले आ जाते हैं
ताऊ : आखिरी बार कब हंसे थे?
जवाब: अपन ठहरे शादीशुदा मर्द (..........लंबी चुप्पी के बाद) अपने हंसने-रोने का हिसाब रहता है श्रीमती जी के पास। वैसे उन्होने हमें हर रोज़ एक बार हंसने की परमिशन दी हुई है सो, हा हा हा ...
ताऊ : कल रात को आपने कौन सी सब्जी खायी थी?
जवाब : अरे यार ताऊ..... कल पोड्मो मोशाय ने भोजन पर बुलाया था। वहाँ पहुंचे तो कीर्तन चल रहा था। राशोगुल्लों की उम्मीद में हमने भी बुक्का फाड़ कर गाया। तीन घंटे गवाने के बाद भला मानुस हाथ जोड़कर कहने लगा, “आप सब ने दिल लगाकर भोजोन गाया, सबका धन्यवाद, घर जाने से पहले यह गंगाजल भी छिड़कवाते जाइए। अरे ताऊ पूछो मत, कल रात भूखे पेट ही सोना पड़ा। आप कुछ लाये हैं खाने के लिए? पिछली बार तो इंदोर की मिठाइयाँ लाये थे। उनका स्वाद हमारे पड़ोसी आज तक याद करते हैं।
ताऊ : आपकी किस आदत से आपकी पत्नि ज्यादा परेशान है?
जवाब : ईमानदारी से कहूँ तो वे हमारे आलस से ही परेशान होंगी।
ताऊ. : कौन सा ट्रेफ़िक रुल आप सबसे ज्यादा तोडते हैं?
जवाब : अरे हमारी हथेलियों पर तो हमारे मास्टरों के रूल भी टूट गए, ट्रैफिक किस खेत की मूली है ताऊ।
ताऊ. : अगले जन्म मे आप क्या बनना चाहेंगे?
जवाब : हम तो यहीं ठीक हैं, इसी सोफ़े पर। अगले जन्म का क्या भरोसा, भगवान से मांगें प्रधानमंत्री की कुर्सी और वह दे दे मौनव्रत। इससे भी बुरा तब होगा अगर पाकिस्तान का प्रधानमंत्री बना दे, अरे ताऊ, अपने ही लोगों को फांसी चढ़ाना कोई अच्छी बात है? वैसे सीरियसली, भारतीय मनीषियों के शब्दों में कहें तो
न त्वहं कामये राज्यं न स्वर्गं नापुनर्भवम्।
कामये दुःखतप्तानां प्राणिनामार्तिनाशनम्।।
ताऊ : एक चुटकला सुनाइये, एकदम ओरिजिनल.
जवाब : दुकानदार - इस राजनेता की आत्मकथा में 25% सच है और 25% झूठ ...
ग्राहक - और बाकी 50 प्रतिशत?
दुकानदार - जी, 50% की छूट
ताऊ : अढाई और पोने चार कितने होते हैं?
जवाब : नौने पौ
ताऊ : वैरी गुड...ये बताईये.... धर्मपत्नि से आखिरी बार डांट कब खायी थी?
जवाब : रोज़ ही खाते हैं। अभी मायके जाते समय भी फटकार कर गई हैं। आने के बाद फिर से ...
ताऊ : कौन से कलर के जूते फ़ोकट मे भी नही पहनना चाहेंगे?
जवाब : पैरों में तो कोई भी कलर चलेगा
ताऊ : लिपस्टिक का कौन सा कलर आपको आकर्षित करता है?
जवाब : हरे कृष्णा, हरे रामा, शिव, शिव ... बहुत सी लिपस्टिक में पशु वसा होती है, और हम ठहरे पूर्ण निरामिष
ताऊ : खुद अपने आप की एक खराब आदत कौन सी है?
जवाब : लंबी-लंबी फेंकने वालों को बिलकुल भाव न देकर उनकी हिटलिस्ट आबाद करना
ताऊ : अपने मुंह मियामिठ्ठू बनिये
जवाब : मैं अपने घर का मालिक हूँ, और यह बात मैं तब तक कह सकता हूँ जब तक श्रीमती जी अपने मायके से वापस आकर अपने डेलीगेटेड पॉवर्स वापस नहीं ले लेतीं।
ताऊ : .ऐसा ब्लागर जिससे आपको जलन होती हो और क्यों?
जवाब: ताऊ की पापुलरिटी से। जलन तो किसी से नहीं लेकिन ऐसे कई ब्लॉगर हैं जिनकी मौलिकता, लगन, निस्वार्थ भाव और संसार को सुंदर बनाने की इच्छा देखकर नमन करने को मन करता है। मज़ाक-मज़ाक में बड़े संदेश दे देना तो आपसे सीखना है। इसी प्रकार कुछ अन्य गिने-चुने ब्लॉगर भी हैं जिनसे प्रभावित हूँ।
ताऊ : ऐसा गाना, जिसका हीरो आप अपने आपको समझने लगते हों?
जवाब : अपने जफर दादा का बयान....
मैंने पूछा क्या हुआ वह आपका हुस्नो शबाब,
हँस के बोला वो सनम शाने-खुदा थी मैं न था ...
ताऊ : वे हसरतें जो अधूरी रह गयीं?
जवाब: देश के लिए जान देना :(
ताऊ : आपको एक दिन के लिये बच्चा बना दें तो क्या करना चाहोगे?
जवाब: दिल खोलकर हँसना, उन्मुक्त भ्रमण
ताऊ : सबसे बढ़िया बीता समय कौन सा था?
जवाब: बेशक, बचपन से सुंदर कोई समय नहीं था ...
ताऊ : सबसे घटिया समय?
जवाब: कई किस्से हैं। किसने तोड़ा दिल हमारा, ये कहानी फिर सही
ताऊ : दुश्मन को कोई संदेश देना चाहेंगे?
जवाब : बिल्कुल देंगे....
दुश्मनों को सलाम मेरा मुहब्बत है मुकाम मेरा
इतना खफा हुआ न करें दिलजारी नहीं काम मेरा
जवाब: सच मेरे यार हैं, बाकी सब बेकार...
ताऊ: अपने जीवन साथी से कुछ कहना चाहेंगे जो आप रूबरू ना कह सके हों?
जवाब : जो रूबरू न कह सके उसे पब्लिक में कैसे कहेंगे ताऊ? मुझे अपने घर में रहने लायक छोड़ोगे या नही इस इंटरव्यू के बाद? आपका इरादा क्या है? मुझे तो आप परधान मंतरी बना दो, मैं मौनव्रत ही रख लूँगा – न कहता कुछ भी इब।
ताऊ : ऐसा एक शब्द जिससे आप चिढ जाओ?
जवाब : उलटबाँसी
ताऊ : पसंदीदा अभिनेत्री?
जवाब : अल्लाह उन्हें जन्नत बख्शे
ताऊ : पसंदीदा ब्लागर?
जवाब: दिलीप कुमार यूसुफ खान
ताऊ : फ़ेवरिट गायक
जवाब : कब्बन मिर्ज़ा
ताऊ: पसंदीदा लेखक
जवाब: सुरेन्द्र वर्मा (मुझे चाँद चाहिए)
ताऊ : ब्लागर ताऊ की इमेज आपके दिमाग में क्या है?
जवाब : पर्दे में रहने दो पर्दा न उठाओ ... ताऊ एक ज्ञानी-ध्यानी और विद्वान व्यक्ति हैं। हास्य-व्यंग्य के पर्दे में वर्तमान समाज की विसंगतियों का खुलासा करते रहते हैं।
ताऊ : ब्लागर्स के लिये कोई मेसेज देना चाहेंगे?
जवाब: ब्लोगर्स सब विद्वान लोग हैं, मेसेज तो वे देंगे और हम ध्यान देकर सुनेंगे
ताऊ : आपकी पसंद के 10 टाप ब्लाग्स बिना किसी वरीयता क्रम के?
जवाब – यूं तो अनेकों हैं पर ज्ञानवाणी , लावण्यम्` ~अन्तर्मन्` , घुघूतीबासूती , लालित्यम , एकोऽहम् , मेरे गीत ! , मानसिक हलचल , ताऊ डाट इन , निरामिष , एक आलसी का चिट्ठा का नाम लेना चाहुंगा.
ताऊ : तो धन्यवाद अनुराग जी.....अब फ़टाफ़ट राऊंड के लिये तैयार हो जाईये. रामप्यारी तैयार है अपने सवाल दागने के लिये..... ठीक है?
अनुराग शर्मा : ठीक है ताऊ . मैं तैयार हूं.
अब रामप्यारी का फ़टाफ़ट राऊंड शुरु होता है.
रामप्यारी : हां तो अनुराग अंकल ...आप तैयार हैं फ़टाफ़ट खेलने के लिये?
अनुराग शर्मा - सवाल का जवाब देने के पहले तू मुझे यह बता कि तूने पहेली पूछना बंद क्यों कर दिया? और इतने समय तक कहां गायब हो गई थी?
रामप्यारी : वो क्या है ना...अनुराग अंकल...पहले तो मैं MGB का कोर्स पूरा करने अमेरिका चली गई थी....
अनुराग शर्मा - ये MGB कौनसा कोर्स है? आज पहले बार ही नाम सुन रहा हूं?
रामप्यारी : अंकल आप भी ना....MGB तो अपने यहां का सबसे पापुलर कोर्स है...हर नेता अपने बच्चों को करवाते हैं और इसीलिये ताऊ ने भी मुझे करवाया....MGB यानि "मास्टर्स डिग्री इन घोटाला एंड भ्रष्टाचार"...
अनुराग शर्मा - वाह रामप्यारी फ़िर तो ताऊ और तू चकाचक माल छान रहे होगे?
रामप्यारी : अंकल अब क्या बताऊं? कभी कभी गडबड भी हो जाती है...अभी पिछले महिने ही मैं किसी मोटे चूहे (आसामी) के चक्कर में घूम रही थी. मैने एक मोटे तगडे नेता को चूहा समझकर थोडा सा चख लिया... और वो नेता बहुत ही जहरीला था...बस उसको खाने के बाद मुझे फ़ूड पायजनिंग हो गया...अब कुछ दिनों से आराम आया है....अब सवाल जवाब शुरू करें अनुराग अंकल?
अनुराग शर्मा - ओहो....रामप्यारी जमाना खराब है जरा ताऊ लेबोरेटरी में टेस्ट करवा कर चूहे खाया कर..वर्ना परेशानी में पड जायेगी....चल अब सवाल पूछ.............
रामप्यारी : हां तो अनुराग अंकल बताईये कि आपको क्या पसंद है? - जीन्स वाली या साडी वाली?
जवाब : अपन तो दाढ़ी वाले हैं
रामप्यारी - हिल स्टेशन या समुद्र तट?
जवाब: स्विमिंग पूल
रामप्यारी - ट्रेन का सफ़र, बस का सफ़र या हवाईजहाज का?
जवाब : तांगे का
रामप्यारी - पुस्तक पढना या फ़िल्म देखना?
जवाब : कविता सुनाना...तू सुनेगी रामप्यारी मेरी कविता...सुनाऊं...?
रामप्यारी - हां अंकल कविता सुनूंगी...पर इस राऊंड के बाद..हां तो ये बताईये...कौन ज्यादा पसंद है सलमान खान या आमिर खान?
जवाब : खान अब्दुल गफ़्फ़ार खान और अब्दुर्रहीम खानखाना
रामप्यारी - कैटरीना कैफ़ या करीना कपूर?
जवाब : कैकै या कक? इतनी छोटी सूची? वो दो थे और तुम तीन? बहुSSSत नाइंसाफी है ...
रामप्यारी - कारों में हैचबैक या सेडोन?
जवाब : लिमुजिन
रामप्यारी - मेक अप वाली या बिना मेक अप वाली
जवाब: कैचप वाली, सौस वाली या चटनी वाली
रामप्यारी - मिरिंडा, पेप्सी या रूहफ़्जा?
जवाब : लीची का रस, आम का पना या बेल का शरबत
रामप्यारी - गांव या शहर
जवाब : जंगल
रामप्यारी - लैंड लाईन या मोबाईल
जवाब : बेतार का तार – ईश्वर उसकी आत्मा को शांति दे
रामप्यारी - स्प्लिट एसी या विंडो एसी
जवाब : डीसी (डायरेक्ट करेंट)
रामप्यारी - लेप टोप या डेस्कटोप
जवाब : लोटपोट या दीवाना
रामप्यारी - ब्लेक व्हाईट फ़ोटो या कलर फ़ोटो
जवाब : इंद्रधनुष
रामप्यारी - ज्वाईंट फ़मिली या न्युक्लियर्फ़ेमिली?
जवाब : वसुधैव कुटुंबकम
रामप्यारी - कांच की चूडियां या मेटल की?
जवाब : रेशम की डोरी
रामप्यारी - शिफ़ोन की साडी या काटन की?
जवाब :
दाढ़ी को काटन लगे हाजी जी हज्जाम
दाढ़ी बोली बढ़े चलो कटने से क्या काम
कटने से क्या काम चमक जैसे रेशम सी
दाढ़ी से अनुराग क्योंकि दाढ़ी है हम सी
रामप्यारी - चश्मा या कांटेक्ट लैंस?
जवाब : आइजस्टर – कमाल की चीज़ है। एक सस्ता सा चश्मा जो किसी भी नंबर के लिए कितनी बार भी आराम से बदला जा सकता है।
रामप्यारी - नौकरी या बिजनैस?
जवाब : श्याम मने चाकर राखो जी
रामप्यारी - प्यार शादी के पहले या बाद?
जवाब : सौ साल पहले भी ... आज भी है ... और कल भी रहेगा
रामप्यारी - ताऊ की बकबक या रामप्यारी की चकचक?
जवाब : चकरबक्की, बकरचक्की, बकरचक्की, चकरबक्की, चकरबक्की, बकरचक्की, आइये शायर गुलज़ार की कलाम से एक गीत सुनते हैं जिसे अमर बना दिया राहुल देव बर्मन ने आ आ ई ई आ आ ई ई
अनुराग शर्मा - ठीक है रामप्यारी, जो तेरी इच्छा....
हां या ना राऊंड विद रामप्यारे
रामप्यारे - नमस्कार अनुराग जी, कैसे हैं आप?
जवाब - मैं ठीक हूं रामप्यारे...सवाल शुरू करो...
सवाल : पहला प्यार किससे हुआ?
जवाब : लेखनी से
सवाल : पहली बुरी लत क्या लगी?
जवाब : सच बोलने की
सवाल : पहला प्रेम पत्र किसे लिखा?
जवाब : प्रेम पत्र तो उसे ही लिखा जाता है जिससे प्रेम हो, मस्जिद के मौलवी को कोई प्रेम पत्र लिखता है क्या? बाSSSत करते हैं ...
सवाल : ब्लॉग जगत में किसी से प्यार?
जवाब : अजी, यहाँ तो सभी प्यार के काबिल हैं, वो पुराना गाना है न, "किसे याद रक्खूँ, किसे भूल जाऊँ
सवाल : पसंदीदा महिला ब्लोगर कौन है?
जवाब : लंबी सूची है - लावण्या जी, घूघूती जी, वाणी जी, ...
सवाल : पसंदीदा पुरुष ब्लोगर कौन है?
जवाब : ताऊ तोरे चरण कमल पर वारी ...
सवाल : शराब या सिगरेट दोनो में पहली लत कौन सी लगी?
जवाब : लत होती है दौलत में, शराब में आब और सिगरेट में रेट हो सकता है लेकिन लत नहीं।
सवाल :ऐसी कोई ख्वाहिश, जो पूरी नहीं हुई?
जवाब : हाय रे कचौड़ी कभी पूरी न हो सकी
सवाल : ऐसी कोई सीक्रेट कल्पना जिसे पूरा करने का मन है?
जवाब : किस जमाने की बात करते हो? कितने दिन बाद नाम सुना। सीक्रेट नहीं, उस महान अदाकारा का कुलनाम अय्यर था।
सवाल : किस बात पर गुस्सा आता है?
जवाब : चचा गालिब के शब्दों में कहूँ तो...
हरेक बात पे कहते हो तुम कि तू क्या है,
तुम्हीं कहो के ये अंदाजे गुफ्तगू क्या है।
सवाल - क्या आप की पत्नी आज भी आप को लल्लू और पप्पू बुलाती है?
जवाब - कभी हां कभी ना
सवाल- बॉस के घर सुबह दूध पहुँचाना बंद कर दिया?
जवाब - कभी हां कभी ना
सवाल - पडोसी की पत्नी आज भी खुबसूरत दिखती है आप को?
जवाब - कभी हां कभी ना
सवाल - दिमाग के डाक्टर से इलाज बंद करा दिया
जवाब - कभी हां कभी ना
सवाल - क्या आप के पास दिमाग नहीं है?
जवाब -कभी हां कभी ना
सवाल - पिताजी आज भी छड़ी से ही पीटते है
जवाब - कभी हां कभी ना
सवाल - शादी से पहले किसी से प्रेम किया था या नही?
जवाब - कभी हां कभी ना
सवाल - यदि हां तो उनसे आज भी मुलाकात होती है या नही?
जवाब -कभी हां कभी ना
सवाल - क्या आप भी ब्लाग मठाधीश बनने का सपना पाले हुये है?
जवाब - नहीं, उस दौड़ में कंपटीशन बहुत ज़्यादा है, आपण ठहरे रमता जोगी बहता पानी - न खुद मठाधीश बनने की कोशिश की न कभी मठाधीशों को घास डाली। इस बात से नाराज़ होकर कई मठों ने गतका भी किया जिसमें ब्लॉगजगत का काफी मनोरंजन हुआ।
सवाल - क्या आप भी मित्रो को लिंक भेज भेज कर जबरदस्ती टिप्पणिया लेते है?
जवाब - इश्क़ और मुश्क छिपाए नहीं छिपते। अपने ब्लॉग में तो इश्क़, मुश्क, ईसा, मूसा सभी हैं। लिंक भेजें वे जिनका ब्लॉग खाली हो, हमें कभी ज़रूरत नहीं पड़ी।
सवाल - आप ज्यादा लम्बी गप्पे कहा मारते हैं? फेसबूक पर या ब्लॉग जगत में?
जवाब - कहावत है, "गुनाहे बालज्जत"। मामूली तो मूली होती है, गप्प तो लंबी, तगड़ी और प्रभावशाली ही होनी चाहिए।
सवाल - ब्लॉग जगत के तमाम पुरुस्कारों को पाने की चाहत आज भी है?
जवाब - इतिहासकार जानते हैं कि बड़े-बड़े अंतरराष्ट्रीय पुरस्कारों की छोटी शुरुआत हमारे नाम से ही हुई थी। सो चाहत तो थी, यद्यपि हमें कभी नहीं थी, न है।
तो दोस्तों यह थी ताऊ, रामप्यारी और रामप्यारे के साथ अनुराग शर्मा की दो और दो पांच.... जिसमे अनुराग जी ने रामप्यारे को कभी हां कभी ना के चक्कर मे उल्झा दिया.......
अगली बार हम किसी और ब्लाग सेलेब्रीटी के साथ खेलेंगे दो और दो पांच....तब तक मस्त रहिये.
बड़े रोचक उत्तर
ReplyDeleteआदरणीय अनुराग जी ने तो एकदम सरपट जवाब दिए! और बहुत बढ़िया ढंग से दिए....
ReplyDeleteकाफ़ी रोचक लगा... :)
~सादर!!!
आनंदम .. आनंदम ..
ReplyDelete"कभी हां कभी ना" बेहतरीन जबाब दिया ................
ReplyDeleteबहुत बढ़िया साक्षात्कार ,मजा आ गया
ReplyDeleteताऊ स्टूडियो के इस एपिसोड ने ,मन में रोमांच भर दिया |
ReplyDelete*****
रामप्यारी - ज्वाईंट फ़मिली या न्युक्लियर्फ़ेमिली?
जवाब : वसुधैव कुटुंबकम
................
ताऊ स्टूडियो में हास्य के साथ साथ उच्चतर इमोशंस कों हमेशा महत्व देना ,मेरे दिल के बहुत करीब हैं |
......
बहुत शानदार रहा. अगली बारी किसकी.
ReplyDeleteअनुराग जी को आपने सौहार्द में सलटा लिया और उनका "कभी हां कभी ना" चला लिया।
ReplyDelete॰॰ प्रेम पत्र तो उसे ही लिखा जाता है जिससे प्रेम हो, मस्जिद के मौलवी को कोई प्रेम पत्र लिखता है क्या? बाSSSत करते हैं ...॰॰
मजेदार!! गम्भीर साक्षात्कार!!
रामप्यारी - ज्वाईंट फ़मिली या न्युक्लियर्फ़ेमिली?
ReplyDeleteजवाब : वसुधैव कुटुंबकम
बहुत सुन्दर जवाब दिया है अनुराग जी ने, वैसे मुझे सभी मजेदार लगे !
गुदगुदाते सवाल जवाब :)
ReplyDeleteहा हा हा हा बहुत मजेदार साक्षात्कार :)
ReplyDelete:-) वाह वाह वाह........
ReplyDeleteजवाब सीधे पिट्सबर्ग से इम्पोर्ट किये लगते हैं....
सादर
अनु
वाह..पेट दुखने लगा....
ReplyDeleteहम तो यहीं ठीक हैं, इसी सोफ़े पर। अगले जन्म का क्या भरोसा, भगवान से मांगें प्रधानमंत्री की कुर्सी और वह दे दे मौनव्रत। इससे भी बुरा तब होगा अगर पाकिस्तान का प्रधानमंत्री बना दे, अरे ताऊ, अपने ही लोगों को फांसी चढ़ाना कोई अच्छी बात है? वैसे सीरियसली, भारतीय मनीषियों के शब्दों में कहें तो
न त्वहं कामये राज्यं न स्वर्गं नापुनर्भवम्।
कामये दुःखतप्तानां प्राणिनामार्तिनाशनम्।।
खूब शानदार जबाब रहा...
और...... दुःखीचंद जी काफी दुःखी हैं क्योंकि हँसते समय उनका जबड़ा और पेट दुखता है और हमारी संगत में वे हँसते ही रहते हैं सो उनका दर्द बढ़ जाता है...यही हाल इधर हो जाता है ताऊ जी की ब्लॉग पर आते ही ...अब फुटकती हूँ मैं....
एक और मस्त साक्षात्कार-
ReplyDeleteआभार आदरणीय-
राम राम
वाह खूब जवाब... मजा आ गया .
ReplyDeleteताऊ : लिपस्टिक का कौन सा कलर आपको आकर्षित करता है?
ReplyDeleteजवाब : हरे कृष्णा, हरे रामा, शिव, शिव ... बहुत सी लिपस्टिक में पशु वसा होती है, और हम ठहरे पूर्ण निरामिष...
फिक्र मत कीजिए अनुराग जी, ताऊ अपनी ब्यूटी प्रोडक्टस फर्म के लिए निरामिष और आमिष दोनों तरह की लिपस्टिक का इम्पोर्ट कराते हैं...
जय हिंद...
ताऊ ब्यूटी प्रोडक्टस फर्म का कौन सा भरोसा है, बोलें वनस्पति तेल तो हो सकता है कि फैक्ट्री के दड़बे की हर मुर्गी का नाम "वनस्पति" रखने का कानून हो
Deleteताऊ : वैरी गुड...ये बताईये.... धर्मपत्नि से आखिरी बार डांट कब खायी थी?
ReplyDeleteजवाब : रोज़ ही खाते हैं। अभी मायके जाते समय भी फटकार कर गई हैं। आने के बाद फिर से ...
हर पुरुष ब्लॉगर के साक्षात्कार में ये जवाब यूनिवर्सल ट्रूथ साबित हुआ है...
जय हिंद...
घायल की गति घायल जाने ...
Delete:)
घायलों की गति सभी घायल जानें ... पर कोई तो झूठ बोले ...
Deleteवाह ...इतना संजीदा इंटरव्यू जमाने बाद पढने को मिला ....एक बड़ा प्रश्न चुटकियों में हल हो गया . अगले प्रधान-मंत्री की ओर आपने इशारा करके सच्चे देश-भक्त होने का सबूत भी दे दिया ...
ReplyDeleteतुम्हारी जय हो ताऊ ...रामप्यारी जुग -जुग जियो
लिपस्टिक में पशु वसा होती है...
ReplyDelete(मुझे भी यह ज्ञात था)
इतनी महत्वपूर्ण सूचना है पर देख देना किसी के कान पर जूं तक नहीं रेंगेगी क्योंकि हम वही देखते-सुनते हैं जो हम देखना-सुनना चाहते हैं
सत्य वचन!
Deleteहा हा हा हा हा ! अब आया ऊँट पहाड़ के नीचे ! : )
ReplyDeleteताऊ ने उंगली पकड़ाई , अनुराग जी ने पहुंचा ही जकड़ लिया।
अच्छा रहा !
ReplyDeleteपहले ये बताओ ताऊ कि सारे उलटे जवाब देने वाले अनुराग जी ने पसंदीदा ब्लॉगर और ब्लॉग के नाम लिए है … थोडा शक हो रहा है जे भी मजाक है के !!!!
ReplyDeleteताऊ के सवालों का ऊंट पर भारी पड़े सारे जवाब। …मुझे भी अपने सारे जवाब बदलने हैं :(
महारोचक !
मज़ाक हमें समझ नहीं आता और सच्ची बात रामप्यारे को ...
Deleteaji aap ka hi to naam liye hain :)
Deleteबहुत सुन्दर प्रस्तुति...!
ReplyDeleteआपको सूचित करते हुए हर्ष हो रहा है कि आपकी इस प्रविष्टि का लिंक आज रविवार (25-08-2013) को पतंग और डोर : चर्चा मंच 1348
में "मयंक का कोना" पर भी है!
सादर...!
डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'
अनुराग जी ने रोचकता बनाए रखी है लेकिन फिर भी अभी और रोचकता चाहिए। वैसे हमारे ब्लाग का नाम एकाध बार आ जाता तो यह साक्षात्कार बेजोड़ होता लेकिन हमारा नाम लेने के लिए तो बहुत बड़ा जिगरा चाहिए। खैर कोई तो होगा ही जिगरे वाला।
ReplyDeleteजी, आपकी बात सही है। दिल छोटा न कीजिये, बहुत बड़े जिगरे वालों की भी कमी नहीं है, बस पहुँचते ही होंगे ...
Deleteअब तक के सबसे अच्छे प्रश्न और उत्तर , आनंद आ गया !
ReplyDeleteबधाई ताऊ !
सच में निर्मल हास्य..... अनुराग जी उत्तर रोचक और कमाल के है....
ReplyDeleteहा हा हा मजेदार साक्षात्कार , बहुत रोचक , आप तो अब कोई राष्ट्रिय चैनल ज्वाइन कर लीजिये ..
ReplyDeleteमजेदार साक्षात्कार
ReplyDeleteशब्दों की मुस्कराहट पर....तभी तो हमेशा खामोश रहता है आईना !!
बहुत रोचक साक्षात्कार....
ReplyDeleteबड़े रोचकऔर मजेदार उत्तर
ReplyDeleteरोचक जवाब .... हास्य के साथ गंभीरता का भी पुट है ।
ReplyDeleteरोचक साक्षात्कार....बहुत सुन्दर प्रस्तुति। ।
ReplyDeleteअनुराग जी ने रामप्यारी के सवालों का अब तक का सबसे मजेदार जवाब दिया , ताऊ के जवाब भी मजेदार दिए लेकिन रामप्यारे के सवालो के समय क्या हुआ क्या पत्नी का मायके से फ़ोन आ गया था, बोलती बंद :)))
ReplyDeleteताऊ : पसंदीदा ब्लागर?
जवाब: दिलीप कुमार यूसुफ खान
?????
अंशुमाला जी,
Deleteआपको पता नहीं है कि रामप्यारे कैसा चलता पुर्जा है। हाँ और न दोनों को ही टीवी पर ऐसे तोड़मरोड़ कर पेश कर सकता था कि दंगे भड़कने का खतरा था, इसीलिए हमने मध्यम मार्ग अपनाया। दूसरी बात यह कि आमिरखान, अमिताभ बच्चन आदि को तो सभी पढ़ते हैं, वह पढ़ना भी कोई पढ़ना हुआ, ब्लॉग पाठक तो वे हैं जो दिलीप कुमार, दादा साहब फाल्के आदि को पढ़ें। अब आप इस कूट जानकारी के लिए धन्यवाद तो कहेंगी ही सो हमारी तरफ से "मोस्ट वेलकम है जी"
वाह वाह ! अनुराग जी पता न था की आप बंद किताबे (ब्लॉग )भी पढ़ लेते है , जब इस बारे में बताया है तो सिखाना भी पडेगा :))
Deleteविवाद से बचेंगे तो बेचारे ताऊ टीवी के टी आर पी का क्या होगा , वो तो विवादों से ही बढ़ता है । अरे कुछ भी कह देते और बाद में आरोप लगा देते की मेरी बातो को तोड़ मरोड़ कर पेश किया गया आप का "वो" मतलब नहीं था :))
वेलकम के पहले वाला थैंक यु :)
कभी धूप..कभी छाँव जैसे वातावरण का आभास हुआ आज ये सब पढ़ते-पढ़ते ...बहुत खूब
ReplyDeleteलो जी .. ताऊ ने तो आपकी पोल भी खुलवा दि ...
ReplyDeleteआप तो ऐसे न थे ...
जब आपको घेर लिया तो हम भी कब तक बचते। चचा रामपुरी को तो ताऊ रामपुरिया की बात मनानी ही पड़ेगी
Delete:-)
ReplyDeleteवाह...उत्तम लेखन ...दीपावली की शुभकामनाएं.....
ReplyDelete