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छिछोरापन, टंगडी खींच युद्ध, मौज अपनी
1
छिछोरापन
टंगडी खींच युद्ध
मौज अपनी
2
बदतमीज
आशिक जमाने में
संस्कार कहाँ
3
लैला मजनूं
मुश्किल में युगल
पंच निर्णय
4
चुभती ठंड
बसंत का मौसम
तपते प्रेमी
5
तू मेरी जान
दो से हो गये चार
होश में आए
Rochak prastuti....
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ReplyDeleteबड़ा छिछोरा ताऊ आया
रंग लगाये, होली है !
बदतमीज़ हैं आशिक ताऊ
संस्कार की होली है !
लैला मजनू पढता ताऊ !
यही तो प्यारे होली है !
चुभती ठंडक के मौसम में
तपता प्रेमी ताऊ है !
एक बार में जन्मे छः हैं !
बात न माने ताऊ है!
ताई रोये, देख फसल को !
बुरा न मानो होली है!
बढ़िया विषय-
ReplyDeleteताल, लताड़
वेलेंटाइनी हाल
घर जंजाल ||
आभार आदरणीय ||
बहुत ही सुन्दर हाइकू.
ReplyDelete:)) रोचक हाईकु ... ताऊ जी !
ReplyDelete~सादर!!!
बढ़िया हाइकु ...
ReplyDeleteहमेशा की तरह सटीक हाइकू ...
ReplyDeleteबहुत सुन्दर प्रस्तुति!
ReplyDeleteसभी हाइकू बहुत धारदार हैं!
वेलेंटाइन और बसंत साथ साथ -- बहुत बढ़िया रंग।
ReplyDeleteवाह ! शानदार !!
ReplyDeleteसटीक .... मौजूदा परिवेश में...
ReplyDeleteजबरदस्त हाई कू !
ReplyDeleteवाह ताउजी
ReplyDeleteज़माने बाद ....
ये भी शुरू कर दिया ......
उम्दा !!
नमस्कार भी
ज़माने बाद :)
वाह!
ReplyDeleteबसंत का असर दिख रहा है तायकू सॉरी..हायकू स्पेशल पर.
बहुत बढ़िया.
बढिया है ....आजकल हाइकु ही हाइकु है :)))
ReplyDeletebahut achchha ....
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