प्रिय भाईयो और बहणों, भतीजों और भतीजियों आप सबको घणी रामराम ! हम आपकी सेवा में हाजिर हैं ताऊ पहेली 98 का जवाब लेकर. कल की ताऊ पहेली का सही उत्तर है Koch Bihar Palace, district Koch Bihar, West Bengal
और इसके बारे मे संक्षिप्त सी जानकारी दे रही हैं सु. अल्पना वर्मा.
कूच बिहार पेलेस, पश्चिम बंगाल
तोरषा नदी के किनारे ,कोलकता से ६९३ किलोमीटर की दूरी पर स्थित कूच बिहार जिला है , जिसके बीचों बीच एक भव्य आलीशान महल है जिसका नाम 'कूच बिहार पेलेस' है. इसका निर्माण महाराज निर्पेंद्र नारायण ने १८८७ में करवाया था.
महल को आर्किटेक्ट बार्कले ने डिजाईन किया था.दो मंज़िला यह इमारत ज़मीन से १.५ मीटर ऊँचाई पर ४७६८.५ वर्ग मीटर के क्षेत्रफल में बनी है.
लकड़ी की बनी सीढियां ,लेडीज़ गेलेरी ,दरबार हाल आदि यहाँ के खास आकर्षण हैं.यह भवन सन १९८२ से भारतीय पुरातत्व विभाग द्वारा संरक्षित है.
कूच बिहार पैलेस (प.बं.)
वर्तमान संग्रहालय के रूप में इस भवन को २००२ में स्थापित किया गया. पुरातत्व विभाग द्वारा इस क्षेत्र से एकत्र की हुई महत्वपूर्ण पुरातन वस्तुएं यहाँ दर्शाई गयी हैं. कूच बिहार के राज परिवार से सम्बंधित वस्तुएं आदि भी यहाँ देखने को मिलेंगी. संग्रहालय में कुल सात दीर्घाएं हैं. हर दीर्घा की अपनी विशेषता है.
Maharani Gaytri devi
[यह स्थान महारानी गायत्री देवी का मायका भी है. उनके पिता राजकुमार जितेन्द्र नारायण कूचबिहार के युवराज के छोटे भाई थे.]
कूच बिहार देश के सभी भागों से रेल,सड़क और वायु मार्ग से जुड़ा हुआ है.कूच बिहार में मदन मोहन बाड़ी भी दर्शनीय है.
सभी विजेताओं को हार्दिक शुभकामनाएं.
आज के प्रथम विजेता श्री उडनतश्तरी
श्री समीरलाल ’समीर’ अंक 101
आईये अब आज के अन्य विजेताओं से आपको मिलवाते हैं.
आईये अब रामप्यारी मैम की कक्षा में
अब आईये आपको उन लोगों से मिलवाता हूं जिन्होने इस पहेली अंक मे भाग लेकर हमारा उत्साह वर्धन किया. आप सभी का बहुत बहुत आभार.
श्री नीरज जाटजी
श्री राज भाटिया
श्री संजय भास्कर
श्री मनोज कुमार
आयोजकों की तरफ़ से सभी प्रतिभागियों का इस प्रतियोगिता मे उत्साह वर्धन करने के लिये हार्दिक धन्यवाद. !
और इसके बारे मे संक्षिप्त सी जानकारी दे रही हैं सु. अल्पना वर्मा.
कूच बिहार पेलेस, पश्चिम बंगाल
तोरषा नदी के किनारे ,कोलकता से ६९३ किलोमीटर की दूरी पर स्थित कूच बिहार जिला है , जिसके बीचों बीच एक भव्य आलीशान महल है जिसका नाम 'कूच बिहार पेलेस' है. इसका निर्माण महाराज निर्पेंद्र नारायण ने १८८७ में करवाया था.
महल को आर्किटेक्ट बार्कले ने डिजाईन किया था.दो मंज़िला यह इमारत ज़मीन से १.५ मीटर ऊँचाई पर ४७६८.५ वर्ग मीटर के क्षेत्रफल में बनी है.
लकड़ी की बनी सीढियां ,लेडीज़ गेलेरी ,दरबार हाल आदि यहाँ के खास आकर्षण हैं.यह भवन सन १९८२ से भारतीय पुरातत्व विभाग द्वारा संरक्षित है.
वर्तमान संग्रहालय के रूप में इस भवन को २००२ में स्थापित किया गया. पुरातत्व विभाग द्वारा इस क्षेत्र से एकत्र की हुई महत्वपूर्ण पुरातन वस्तुएं यहाँ दर्शाई गयी हैं. कूच बिहार के राज परिवार से सम्बंधित वस्तुएं आदि भी यहाँ देखने को मिलेंगी. संग्रहालय में कुल सात दीर्घाएं हैं. हर दीर्घा की अपनी विशेषता है.
[यह स्थान महारानी गायत्री देवी का मायका भी है. उनके पिता राजकुमार जितेन्द्र नारायण कूचबिहार के युवराज के छोटे भाई थे.]
कूच बिहार देश के सभी भागों से रेल,सड़क और वायु मार्ग से जुड़ा हुआ है.कूच बिहार में मदन मोहन बाड़ी भी दर्शनीय है.
श्री रतन सिंह शेखावत अंक 100 |
श्री प्रकाश गोविंद अंक 99 |
श्री Darshan Lal Baweja अंक 98 |
सुश्री Indu Arora अंक 97 |
सुश्री सीमा गुप्ता अंक 96 |
श्री पी.एन.सुब्रमनियन अंक 95 |
प० अनिल जी शर्मा सहारनपुर अंक 94 |
श्री गजेंद्र सिंह अंक 93 |
श्री अंतरसोहिल अंक 92 |
श्री Somesh Saxena अंक 91 |
Dr.Ajmal Khan अंक 90 |
श्री संजय बेंगाणी अंक 89 |
डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री मयंक अंक 88 |
श्री Surendra Singh Bhamboo अंक 87 |
प. डी.के. शर्मा "वत्स", अंक 86 |
आपकी खेल भावना का सम्मान करते हुये आपको अंक नही दिये जा रहे हैं. |
श्री नरेश सिंह राठोड अंक 85 |
सुश्री इंदु अरोड़ा श्री Darshan Lal Baweja श्री प्रकाश गोविंद श्री विवेक रस्तोगी श्री Somesh Saxena श्री गजेंद्र सिंह श्री M VERMA श्री ललित शर्मा अब अगले शनिवार को ताऊ पहेली में फ़िर मिलेंगे. तब तक जयराम जी की! |
अब आईये आपको उन लोगों से मिलवाता हूं जिन्होने इस पहेली अंक मे भाग लेकर हमारा उत्साह वर्धन किया. आप सभी का बहुत बहुत आभार.
श्री नीरज जाटजी
श्री राज भाटिया
श्री संजय भास्कर
श्री मनोज कुमार
अब अगली पहेली का जवाब लेकर अगले सोमवार फ़िर आपकी सेवा मे हाजिर होऊंगा तब तक के लिये आचार्य हीरामन "अंकशाश्त्री" को इजाजत दिजिये. नमस्कार!
आयोजकों की तरफ़ से सभी प्रतिभागियों का इस प्रतियोगिता मे उत्साह वर्धन करने के लिये हार्दिक धन्यवाद. !
ताऊ पहेली के इस अंक का आयोजन एवम संचालन ताऊ रामपुरिया और सुश्री अल्पना वर्मा ने किया. अगली पहेली मे अगले शनिवार सुबह आठ बजे आपसे फ़िर मिलेंगे तब तक के लिये नमस्कार.
विजेताओं को शुभकामनाएं
ReplyDeleteसभी विजेताओं को बधाई हो,
ReplyDeleteबधाईयां जी
ReplyDeleteसमीर जी को
व अन्य समेत मेरे सभी को
बधाईयाँ
ReplyDeleteपरखनली में तड़ित बनायें
क्यों लगता है हैण्डपम्प का पानी ठंडा गर्मियों में
आदरणीय समीर जी व सभी विजेताओं को बधाई
ReplyDeleteregards
शेखावत जी को प्रथम आने की बहुत बधाई...
ReplyDelete(समीर भाई को तो permanent दी हुई है) :)
आदरणीय श्री समीरलाल जी सहित समस्त विजेताओं को ढेर सारी बधाई
ReplyDeleteसमीर जी को व उनके पीछे आने वाली पूरी फौज को बहुत बहुत बधाइ। ताऊ जी, राम प्यारी व पूरे ताऊ खानदान को दीपावली की हार्दिक शुभकामनायें।
ReplyDeleteइस बार लेट क्यों हो गये ताऊ
ReplyDeletesamer ji ko aur sabhi vijetaon ko bahut bahut badhai..........
ReplyDelete....समीरजी एवं अन्य विजेताओं को घणी बधाई!..ताउजी और समस्त परिवार को दिपावली की खुशियां मुबारक हो!...लड्डू पेढे खूब खाएं...फटाखे खूब चलाएं!
ReplyDeleteSamerji evam sabhee vijetaon ko bahut badhaii...!!
ReplyDeleteAlpana ji abhaar !
isee sundar jaankaree kr bad
lagta hai ik baar Bihaar bhee jana hee padega ...:)
सभी मित्रों को इसी मंच से दीपावली की बहुत शुभकामनायें !!
ReplyDeleteसभी विजेताओं को बधाई!!!
ReplyDeleteअरे ताऊ सुबह सुबह पी ली हे क्या... बाबा सीता फ़ल कद्दू को कहते हे,ओर कद्दु कब से पेड पर लगने लगा?
ReplyDeleteसभी विजेताओ को बहुत बहुत बधाई
समस्त विजेताओं को बधाई!
ReplyDeleteसभी विजेताओं को बधाई...
ReplyDeleteइस बार संजय भाई भी नजर आये, अच्छा लगा..:)
कोई ख़ास खुश तो नहीं हूँ लेकिन औपचारिकता निभानी पड़ती है :
ReplyDeleteचलिए समीर जी एक और बधाई स्वीकार कीजिये !
ये चक्कर क्या है कि जब भी मेरी हैट्रिक होने वाली होती है आपका देखा हुआ कुछ न कुछ आ जाता है ! सबकी कुंडली में राहू-केतु और शनि का प्रभाव होता है लेकिन मेरी कुंडली में कनाडा ग्रह का कुछ लफड़ा दीखता है :)
-
-
सभी प्रतियोगियों को शुभ कामनाएं
बहुत बढ़िया पहेली / बहुत सुन्दर जानकारी
आभार
सभी विजेताओं को और आयोजकों को
ReplyDeleteज्योति-पर्व दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएँ!