प्रिय बहणों और भाईयों, भतिजो और भतीजियों सबको शनीवार सबेरे की घणी राम राम.
विनम्र विवेदन
यह कौन सी जगह है?
अब आप रामप्यारी के ब्लाग पर हिंट की पोस्ट सुबह दस बजे ही पढ सकते हैं! दूसरा हिंट नही दिया जायेगा.
इस अंक के आयोजक हैं ताऊ रामपुरिया और सु,अल्पना वर्मा
मग्गाबाबा का चिठ्ठाश्रम
मिस.रामप्यारी का ब्लाग
ताऊ पहेली अंक 62 में मैं ताऊ रामपुरिया, सह आयोजक सु. अल्पना वर्मा के साथ आपका हार्दिक स्वागत करता हूं. जैसा कि आप जानते ही हैं कि अब से रामप्यारी का हिंट सिर्फ़ एक बार ही दिया जाता है. यानि सुबह 10:00 बजे ही रामप्यारी के ब्लाग पर मिलता है.
कृपया पहेली मे पूछे गये चित्र के स्थान का सही सही नाम बतायें कि चित्र मे दिखाई गई जगह का नाम क्या है? कई प्रतिभागी सिर्फ़ उस राज्य का या शहर का नाम ही लिख कर छोड देते हैं. जो कि अबसे अधूरा जवाब माना जायेगा.
हिंट के चित्र मे उस राज्य या शहर की तरफ़ इशारा भर होता है कि उस राज्य या शहर मे यह स्थान हो सकता है.
ताऊ पहेली का प्रकाशन हर शनिवार सुबह आठ बजे होगा. ताऊ पहेली के जवाब देने का समय कल रविवार दोपहर १२:०० बजे तक है. इसके बाद आने वाले सही जवाबों को अधिकतम ५० अंक ही दिये जा सकेंगे
अब आप रामप्यारी के ब्लाग पर हिंट की पोस्ट सुबह दस बजे ही पढ सकते हैं! दूसरा हिंट नही दिया जायेगा.
जरुरी सूचना:-
टिप्पणी मॉडरेशन लागू है इसलिए समय सीमा से पूर्व केवल अधूरे और ग़लत जवाब ही प्रकाशित किए जाएँगे.
सही जवाबों को पहेली की रोचकता बनाए रखने हेतु समय सीमा से पूर्व अक्सर प्रकाशित नहीं किया जाता . अत: आपका जवाब आपको तुरंत यहां नही दिखे तो कृपया परेशान ना हों.
नोट : यह पहेली प्रतियोगिता पुर्णत:मनोरंजन, शिक्षा और ज्ञानवर्धन के लिये है. इसमे किसी भी तरह के नगद या अन्य तरह के पुरुस्कार नही दिये जाते हैं. सिर्फ़ सोहाद्र और उत्साह वर्धन के लिये प्रमाणपत्र एवम उपाधियां दी जाती हैं. किसी भी तरह की विवादास्पद परिस्थितियों मे आयोजकों का फ़ैसला ही अंतिम फ़ैसला होगा. एवम इस पहेली प्रतियोगिता में आयोजकों के अलावा कोई भी भाग ले सकता है.
मग्गाबाबा का चिठ्ठाश्रम
मिस.रामप्यारी का ब्लाग
नोट : – ताऊजी डाट काम पर मंगलवार और शुक्रवार शाम 6:00 बजे नई पहेली प्रकाशित होती हैं. यहा से जाये।
ताऊ जी
ReplyDeleteइसके बारे में तो हिंट के बाद ही कोई कयास लगा पाएंगे |
ताउ जी यो तो मेरी घुमी हुयी जगह है,
ReplyDeleteलेह-लद्दाख में बौद्ध मोनेस्ट्री,
राम राम
थिकसे मोनेस्ट्री लेह
ReplyDeleteहम लेह गये थे घूमने. उसका नजारा अभी तक नजरों मे कैद है. देखते ही पहचान गये. क्या जगह है, जो न गया हो...जैसे भी मौका निकाल कर वहाँ जाना जरुर चाहिये.
ReplyDeleteसंजय बैगाणी नहीं दिख रहे..सही जबाब में बंद तो नहीं हैं कहीं और हम यहाँ बाहर इन्तजार ही करते रह जायें. :)
ReplyDeleteई त पक्का कौनो पहाड़ी ठिकाना हौ ..हम कब्बो नाहीं गयल हई..देखले होइत तब न...!
ReplyDeleteपानी पर चलने वाले सभी जहाज जमीन पर ऐसे ही दिखलाई देते हैं।
ReplyDeleteताऊ ये कोई पहाडी पर बसा हुआ शहर है. पानी पर चलता जहाज तो कतई नही.
ReplyDeleteहां वैसे ये उडता हुआ जहाज अवश्य हो सकता है.
ReplyDeleteयह मसूरी है जो नीचे से ऐसी दिखाई देती है. लोक किया जाये.
ReplyDeleteLEH!
ReplyDeleteमसूरी (उतराखंड)
ReplyDeleteji hint ka intzar hai..
ReplyDeleteकुंभलगढ का किला है.
ReplyDeleteपर कुंभलगढ की पहेली तो पहले आचुकि, पुराना जवाब केन्सिल किया जाये. नया लिंक ढूंढकर आता हूं.
ReplyDeleteहम्म... बौद्ध शैली के ये मकान लेह, लद्दाख, सिक्किम या अरूणाचल प्रदेश में कहीं भी हो सकते हैं. एकदम निरा खालिस तुक्का...कोई हवा नहीं :)
ReplyDeleteVAISHNO DEVI TEMPLE...
ReplyDeleteलद्दाख, बौध मठ के पास
ReplyDeleteरामप्यारी रानी कहाँ गयी, आज जब तक हिंट नहीं मिलेगा काम नहीं बनेगा, जल्दी आओ ना........
ReplyDeleteregards
Tibet lhasa
ReplyDeleteregards
The Potala Palace, winter palace of the Dalai Lama since the 7th century, symbolizes Tibetan Buddhism and its central role in the traditional administration of Tibet. The complex, comprising the White and Red Palaces with their ancillary buildings, is built on Red Mountain in the centre of Lhasa Valley, at an altitude of 3,700m.
ReplyDeleteregards
Potala Palace, located in Lhasa, Tibet, was the primary residence of the Dalai Lama until 1959, when the 14th Dalai Lama fled to Dharamsala after a failed uprising.
ReplyDeleteToday the Potala Palace is a state museum, a popular tourist attraction and an UNESCO World Heritage Site.
What to See
Potala Palace, with flat roofs at various levels and vast inward-sloping walls broken only by straight rows of many high windows, is not unlike a fortress in appearance.
regards
Leh is located at 34.17° N 77.58° E[1]. Its average elevation is 3650 metres (11975 feet). Average annual rainfall is 50 mm. The temperature can range from well below -30°C in winter and to 40°C in summer.
ReplyDeletePrincipal roads include the 434km Srinagar-Leh highway which connects Leh with Srinagar and the 473 km Leh-Manali Highway which connects Manali with Leh. Both roads are open only on a seasonal basis.[2]
The town is dominated by the royal palace, known as Leh Palace. This was built by King Sengge Namgyal in the 17th century, but was later abandoned when Kashmiri forces besieged it in the mid-19th century. The royal family moved their premises south to their current home in Stok Palace on the southern bank of the Indus. The Leh Palace is nine storeys high; the upper floors accommodated the royal family, the stables and store rooms are located in the lower floors
http://images.google.co.in/imgres?imgurl=http://cache.virtualtourist.com/3557074-Travel_Picture-Leh.jpg&imgrefurl=http://members.virtualtourist.com/m/e59ab/10af10/&usg=__daFbESp9JsXN6UwSMcsf7ZvOO3Y=&h=420&w=560&sz=66&hl=en&start=1&sig2=RvMuYKQVUl1HETCwfj6uXA&itbs=1&tbnid=nxe9sqRepY8idM:&tbnh=100&tbnw=133&prev=/images%3Fq%3Dleh%26hl%3Den%26sa%3DG%26tbs%3Disch:1&ei=7Wt_S7WxJsXGrAfcoNDZBA
ReplyDeleteलेह (लद्दाख) है ताऊ जी
ReplyDeleteप्रणाम स्वीकार करें
आ गया जी आ गया. साँस ले लूँ जरा. समीर लाल जी और हम अल्ग अलग टाइम जोन में जी रहे है. यह समस्या का मूल है. वरना प्रतिक्षा का प्रश्न न उठे. इस बार पिछड़ा तय है. :(
ReplyDeleteजगह हिमाचल प्रदेश की धर्मशाला लग रहा है.
ReplyDeleteकही कुछ हिंट मिले तो शायद बता पाए।
ReplyDeleteजवाब बदलना चाहते ताऊ.
ReplyDeleteयह लेह से 18 कि.मि. दूर एक बौद्ध मठ है.
leh ladhakh..
ReplyDeleteThiksey मठ, लेह, लद्दाख
ReplyDeleteladakh_monastery.......
ReplyDeletedharamshala himachal
ReplyDeleteThikse Gompa or Thikse Monastery in Ladakh ...
ReplyDeleteTaau ji .. Raam Raam .. bhai aaj to hint kaam aa gaya ...
ReplyDeleteleh he..
ReplyDeleteram raam
ladakh_monastery
ReplyDeleteregards
Thicksey Monastery
ReplyDeleteSituated at an altitude of 3600 m above sea level, the monastery of Tiksey is situated about 20 km far from the town of Leh and ranks among the most important monasteries in Ladakh. It is the seat of Tiksey Rinpoche, the main leader of the Gelug School in Ladakh and is the main and leading monastery for more than ten other famous Ladakhi monasteries such as Diskit, Spituk, Likir, and Stok. It is believed that in the early 15th century, Tsongkhapa, the founder of the reformed Gelug School, sent six of his disciples to remote regions of Tibet to spread the teachings of the new school. One of these six was known as Sherab Sangpo. He went to Ladakh and was the founder of a small monastery at the end of a valley in the village called Stagmo. Palden Sangpo, Sherab's disciple carried on with the work of his teacher and he was the one who founded the Thiksey monastery a few miles away from Stagmo near the River Indus on a sacred hill above a village of the same name.
Housing one of the largest Buddhist statues, the 15 metre tall Champa, the Buddha of Future and located strategically, today, Thiksey is one of the most frequently visited and most photogenic monasteries in Ladakh. About a hundred monks live here. Ngawang Champa Tenzin, born in 1943, places a great emphasis on preservation of the traditional ways of running the monastery and continues to teach both monks and lay villagers. A former member of Indian Parliament, he has helped greatly towards establishing the village school called Lamsang, which is one of the prestigious Ladakhi Lamdon schools. Thiksey is one of the finest examples of Ladakhi architecture. This Gompa is situated on the top of the hill and forms part of Gelukpa order. The 12-storey monastery complex contains numerous stupas, statues, thankas, wall paintings, swords and a large pillar engraved with the Buddha's teachings apart from the sacred shrines and other precious objects to be seen.
regards
अरे इतनी आसान पहेली, जा राम प्यारी तेरे नखरे आज नही सहेगे, ओर सुन सही जबाब यह है दिल्ली का पहाड गंज.
ReplyDeleteपक्का
jab se main laeh ghum ke aayi tab se sare pahad ..laddhak ke hee lagte hain...shey palase lag raha leh kaa...:)
ReplyDeletejab se main laeh ghum ke aayi tab se sare pahad ..laddhak ke hee lagte hain...shey palase lag raha leh kaa...:)
ReplyDeleteमाता वैष्णों देवी का नजारा!
ReplyDeleteल्हासा, तिबेट में स्थित पोटाला पेलेस है जो दलाई लामा का घर हुआ करता था पर अब चीन के लोगों ने उसे मुसियम में तबदीली कर दी है!
ReplyDeleteलद्दाख !
ReplyDeleteमुझे भी वो ही सही लग रहा है जो बबली जी कह रही है.
ReplyDeleteलद्दाख
ReplyDeleteThikse Monastery. Leh, Ladakh India
ReplyDeleteThikse Monastery. Leh, Ladakh India
ReplyDeleteनई टिहरी, उत्तराखण्ड!
ReplyDeleteare tau ye to Ladakh hai.
ReplyDeleteलेह-लद्दाख, बौद्ध मॉनेस्ट्री!
ReplyDeleteभगसुनाग रोड,मैक्लाडगंज,धरमशाला(हिमाचल प्रदेश) - दलाई लामा के तिब्बत से निर्वासन के बाद से उनका हैड्क्वार्टर।
ReplyDeletena??????
ReplyDeleteThiksey Moneastry Leh Laddakh...
ReplyDeleteyes, its Boddh moneastry in Leh.
ReplyDeleteताऊ जी ये दार्जिलिंग है.
ReplyDeleteलोक किया जाये दर्जिलिंग. सौ टका पक्का.
ReplyDeletemil gaya...100%
ReplyDeleteye raha link..
ReplyDeletehttp://www.indianetzone.com/19/thikse_monastery_leh_jammu_kashmir.htm
ताऊ जी, मकान हैं और पहाड़ी पर हैं. पहाड़ी गजब की होती है. पहाड़ पर पेड़-पौधे होते हैं. वहां जानवर और इंसान भी होते हैं. पहाड़ी ऊंचाई पर होती है. ऊंचाई अलग अलग होती है. आदमी की ऊंचाई उसके चरित्र से नापी जाती है. एक दिन मैंने भी एक महानुभाव से अंग्रेजी में उनकी तारीफ करनी चाही. मैंने उनसे कहा कि आप तो बहुत बड़े कैरेक्टर लैस हो. वो सज्जन लाल-पीले हो गये. मैंने फिर उन्हें समझाया कि उनका कैरेक्टर बहुत अच्छा है और वे इससे लैस हैं, युक्त हैं. अब उनकी समझ में ही अंग्रेजी न आई तो इसमें मेरा कौन दोष. खैर उस दिन के बाद मैंने अंग्रेजी से बाय-बाय कर ली. यह किस्सा यहीं छोड़ते हैं. और मुझे इबके इनाम पक्का ही दे दो. मकान तो दीख ही रहे हैं व्हाईट और पहाड़ी भी है. यानी पहाड़ी पर सफेद मकान.
ReplyDeleteकभी देखा नहीं पर लद्दाख लोक करें
ReplyDeleteLeh Monasteries, Leh Monasteries.
ReplyDeleteHemis Monastery, Leh, Ladakh.
ReplyDeleteधर्मशाला हिमाचल प्रदेश मे मैकलोडगंज जगह है ।
ReplyDeleteleh laddhakh
ReplyDeletemere shar me har roj 10 baje se 11:30 tak power cut hai is vajah se deri ho jaati hai. ;)
ReplyDeleteHemis Monastery nahi ye to Thikse Gompa or Thikse Monastery hi hai. jo ki Leh Ladakh me sthit hai.
It is a Yellow Hat (Gelugpa) (thiksok Nambar tak pe ling) Buddhist monastery located on top of a hill in the Indus Valley, east of Leh, the capital of Ladakh, India. Its architecture is noted for its resemblance to the Potala Palace in Lhasa, Tibet and is the largest gompa in central Ladakh. (wikipedia)
इस पहेली में जवाब देने की समय सीमा समाप्त हो चुकी है. अब जो भी सही जवाब आयेंगे उन्हें अधिकतम ५० अंक ही दिये जा सकेंगे.
ReplyDeleteउत्साह वर्धन के लिये सभी प्रतिभागियों का आभार!
रामराम
कुंभलगढ का किला है.
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