ताऊ पहेली - 61

प्रिय बहणों और भाईयों, भतिजो और भतीजियों सबको शनीवार सबेरे की घणी राम राम.

ताऊ पहेली अंक 61 में मैं ताऊ रामपुरिया, सह आयोजक सु. अल्पना वर्मा के साथ आपका हार्दिक स्वागत करता हूं. जैसा कि आप जानते ही हैं कि अब से रामप्यारी का हिंट सिर्फ़ एक बार ही दिया जाता है. यानि सुबह 10:00 बजे ही रामप्यारी के ब्लाग पर मिलता है.


विनम्र विवेदन


कृपया पहेली मे पूछे गये चित्र के स्थान का सही सही नाम बतायें कि चित्र मे दिखाई गई जगह का नाम क्या है? कई प्रतिभागी सिर्फ़ उस राज्य का या शहर का नाम ही लिख कर छोड देते हैं. जो कि अबसे अधूरा जवाब माना जायेगा.

हिंट के चित्र मे उस राज्य या शहर की तरफ़ इशारा भर होता है कि उस राज्य या शहर मे यह स्थान हो सकता है. अब नीचे के चित्र को देखकर बताईये कि यह कौन सी जगह है?


यह कौन सी जगह है?


ताऊ पहेली का प्रकाशन हर शनिवार सुबह आठ बजे होगा. ताऊ पहेली के जवाब देने का समय कल रविवार दोपहर १२:०० बजे तक है. इसके बाद आने वाले सही जवाबों को अधिकतम ५० अंक ही दिये जा सकेंगे


अब आप रामप्यारी के ब्लाग पर हिंट की पोस्ट सुबह दस बजे ही पढ सकते हैं! दूसरा हिंट नही दिया जायेगा.

जरुरी सूचना:-

टिप्पणी मॉडरेशन लागू है इसलिए समय सीमा से पूर्व केवल अधूरे और ग़लत जवाब ही प्रकाशित किए जाएँगे.
सही जवाबों को पहेली की रोचकता बनाए रखने हेतु समय सीमा से पूर्व अक्सर प्रकाशित नहीं किया जाता . अत: आपका जवाब आपको तुरंत यहां नही दिखे तो कृपया परेशान ना हों.


इस अंक के आयोजक हैं ताऊ रामपुरिया और सु,अल्पना वर्मा



नोट : यह पहेली प्रतियोगिता पुर्णत:मनोरंजन, शिक्षा और ज्ञानवर्धन के लिये है. इसमे किसी भी तरह के नगद या अन्य तरह के पुरुस्कार नही दिये जाते हैं. सिर्फ़ सोहाद्र और उत्साह वर्धन के लिये प्रमाणपत्र एवम उपाधियां दी जाती हैं. किसी भी तरह की विवादास्पद परिस्थितियों मे आयोजकों का फ़ैसला ही अंतिम फ़ैसला होगा. एवम इस पहेली प्रतियोगिता में आयोजकों के अलावा कोई भी भाग ले सकता है.


मग्गाबाबा का चिठ्ठाश्रम
मिस.रामप्यारी का ब्लाग

 

नोट : – ताऊजी डाट काम  पर रविवार सुबह 8:00 बजे, मंगलवार एवम शुक्रवार शाम 4:44 बजे नई पहेली प्रकाशित होती हैं. यहा से जाये।

Comments

  1. राजस्‍थान में स्थित रणकपुर जैन धर्म के पांच प्रमुख तीर्थस्‍थलों में से एक है। यह स्‍थान खूबसूरती से तराशे गए प्राचीन जैन मंदिरों के लिए प्रसिद्ध है। इन मंदिरों का निर्माण 15 वीं शताब्‍दी में राणा कुंभा के शासनकाल में हुआ था। इन्‍हीं के नाम पर इस जगह का नाम रणकपुर पड़ा। यहां के जैन मंदिर भारतीय स्‍थापत्‍य कला का अद्भुत नमूना है। केवल रणकपुर में ही नहीं बल्कि उसके आस पास की जगहों में भी अनेक प्राचीन मंदिर हैं। जैन धर्म के आस्‍था रखने वालों के साथ-साथ वास्‍तुशिल्‍प के दिलचस्‍पी रखने वालों को भी यह जगह बहुत भाती है।

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  2. lag to देलवाडा का मंदिर रहा है..और देखते है...

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  3. कोणार्क का सूर्य मंदीर है

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  4. इमानदारी की बात तो ये है कि कहां का चित्र है..पता नहीं. पर इतनी सुंदर परस्तरकला देखकर मन प्रसन्न हो गया, साथ ही बहुत अच्छा लगता है ये जानकर कि हमारे देश में एसे कलाकार जन्म लेते हैं.

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  5. Ranakpur is a relatively small village located in western India, but it is home to one of the most stunning sights in the world, a grand Jain temple. The temple is supported by 1,444 intricately detailed marble pillars and can be easily recognized by its distinctive domes and cupolas from its façade. Although the temple has not been dated with complete certainty, most estimates place the temple as having been built anywhere from the 14th century to the 15th century.

    regards

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  6. Ranakpur is located in Rajasthan. It is one of the five most important pilgrimage sites of Jainism. Ranakpur is probably the most extensive of Jain temples in India, covering 40,000 square feet (3600m). The Ranakpur temple can be called a treasure house of pillars. The pillars are arranged in such a manner that none of them obstructs the view of the pilgrims wishing to have a `Darshan' (glimpse). From any corner of the temple one can easily view the Lord's image. It is believed that there are about 1444 pillars in the Ranakpur temple
    regards

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  7. ताऊ अपना तो आप जानते ही हैं क्या जवाब होगा। राम राम

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  8. हमने इत्ते मंदिर देखे भगवान के दर्शन किये पर ये मंदिर नहीं देखा, अब देखने की कोशिश करते हैं।

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  9. mandir to hai north India ya south ka paata nahi lag raha?

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  10. रणकपुर (राजस्थान( का जैन मन्दिर......

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  11. रणकपुर स्थित आदिनाथ का मन्दीर है जी.

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  12. हिंट आने के बाद देखते हैं जी
    प्रणाम स्वीकार करें

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  13. राजस्थान लाग्गे है।

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  14. Ramkapur temple, Jodhpur Rajasthan

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  15. दिलवाड़े के मंदिर मांऊट आबू, राजस्थान।

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  16. पालिताना का मंदिर, गुजरात

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  17. ये रणकपुर के जैन मंदिर है! इसमें १४४४ खम्बे है !मज़ेदार बात ये है की प्रत्येक खम्बा एक दुसरे से भिन्न है !रणकपुर उदयपुर से ९० की. मी. दूर अरावली की पहाड़ियों के बीच है!इन मंदिरों को राणा कुम्भा के शासन काल में बनाया गया था...

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  18. रनक पुर राजस्थान का चामुक्का मंदिर जैन मंदिर में ..

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  19. अरे यह तो हाथी महल है जी, जो भारत मै है

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  20. abhi to kuch nhi pata ........vaise bhi sab alag alag hi naam le rahe hain.

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  21. ताऊ जान बूझ के देर से आया हूँ क्यूँ की ये पहेली राजस्थान से सम्बंधित है और मुझे मालूम है की ये रणकपुर का जैन मंदिर है जो फलना के पास है और मैं चाहता हूँ की कोई गैर राजस्थानी इस पहेली को जीते....इसे कहते हैं त्याग की भावना या स्पोर्ट्स मैन शिप....इस बात के लिए आप मुझे कितने भी नंबर दो कम ही पड़ेंगे...
    नीरज

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  22. जैन मंदिर रणकपुर (राजस्थान)

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  23. जैन मंदिर हैं कहीं के भी पक्के से.

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  24. दिलवाडा के जैन मंदिर हैं.

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  25. रणकपुर जैन मंदिर

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  26. रामप्यारी के इशारे की बाद तो अब हमें भी दिलवाडा का ही एक मंदिर लग रहा है.

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  27. ये तस्वीर माउन्ट आबू में स्थित दिलवारा मंदिर का है!

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  28. mera jawaab ranakpur hi hai typing mistake ko krupaya nazarandaaz kiya jaye.

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  29. सूचना : - इस पहेली में जवाब देने की समय सीमा समाप्त हो चुकी है. अब जो भी सही जवाब आयेंगे उन्हें अधिकतम ५० अंक दिये जा सकेंगे और जवाबी पोस्ट मे उनका शामिल किया जाना संभव नही हो पायेगा.

    सभी प्रतिभागियों का उत्साह वर्धन के लिये हार्दिक धन्यवाद.

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  30. यहाँ ब्लॉगवुड अपना ब्लॉग दर्ज करवाएं। मुझे खुशी हो गई, शायद आपको भी।

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