प्रिय बहणों और भाईयों, भतिजो और भतीजियों सबको शनीवार सबेरे की घणी राम राम.
विनम्र विवेदन
यह कौन सी जगह है?
अब आप रामप्यारी के ब्लाग पर हिंट की पोस्ट सुबह दस बजे ही पढ सकते हैं! दूसरा हिंट नही दिया जायेगा.
इस अंक के आयोजक हैं ताऊ रामपुरिया और सु,अल्पना वर्मा
मग्गाबाबा का चिठ्ठाश्रम
मिस.रामप्यारी का ब्लाग
ताऊ पहेली अंक 60 में मैं ताऊ रामपुरिया, सह आयोजक सु. अल्पना वर्मा के साथ आपका हार्दिक स्वागत करता हूं. जैसा कि आप जानते ही हैं कि अब से रामप्यारी का हिंट सिर्फ़ एक बार ही दिया जाता है. यानि सुबह 10:00 बजे ही रामप्यारी के ब्लाग पर मिलता है.
कृपया पहेली मे पूछे गये चित्र के स्थान का सही सही नाम बतायें कि चित्र मे दिखाई गई जगह का नाम क्या है? कई प्रतिभागी सिर्फ़ उस राज्य का या शहर का नाम ही लिख कर छोड देते हैं. जो कि अबसे अधूरा जवाब माना जायेगा.
हिंट के चित्र मे उस राज्य या शहर की तरफ़ इशारा भर होता है कि उस राज्य या शहर मे यह स्थान हो सकता है.
ताऊ पहेली का प्रकाशन हर शनिवार सुबह आठ बजे होगा. ताऊ पहेली के जवाब देने का समय कल रविवार दोपहर १२:०० बजे तक है. इसके बाद आने वाले सही जवाबों को अधिकतम ५० अंक ही दिये जा सकेंगे
अब आप रामप्यारी के ब्लाग पर हिंट की पोस्ट सुबह दस बजे ही पढ सकते हैं! दूसरा हिंट नही दिया जायेगा.
जरुरी सूचना:-
टिप्पणी मॉडरेशन लागू है इसलिए समय सीमा से पूर्व केवल अधूरे और ग़लत जवाब ही प्रकाशित किए जाएँगे.
सही जवाबों को पहेली की रोचकता बनाए रखने हेतु समय सीमा से पूर्व अक्सर प्रकाशित नहीं किया जाता . अत: आपका जवाब आपको तुरंत यहां नही दिखे तो कृपया परेशान ना हों.
नोट : यह पहेली प्रतियोगिता पुर्णत:मनोरंजन, शिक्षा और ज्ञानवर्धन के लिये है. इसमे किसी भी तरह के नगद या अन्य तरह के पुरुस्कार नही दिये जाते हैं. सिर्फ़ सोहाद्र और उत्साह वर्धन के लिये प्रमाणपत्र एवम उपाधियां दी जाती हैं. किसी भी तरह की विवादास्पद परिस्थितियों मे आयोजकों का फ़ैसला ही अंतिम फ़ैसला होगा. एवम इस पहेली प्रतियोगिता में आयोजकों के अलावा कोई भी भाग ले सकता है.
मग्गाबाबा का चिठ्ठाश्रम
मिस.रामप्यारी का ब्लाग
नोट : – ताऊजी डाट काम पर हर सुबह 8:00 बजे और शाम 6:00 बजे नई पहेली प्रकाशित होती हैं. यहा से जाये।
आज पहली बार एकदम देखी जगह आ गई:
ReplyDeleteगोलघर, पटना (बिहार)
आज तो संजय बैंगाणी जी को पीछे छोड़ने में कोई कसर नहीं छोड़ना है ताऊ..पिछली बार ६-७ अंक आगे होकर हँस रहे थे वे. :)
ReplyDeleteBuddhist pilgrim place
ReplyDeleteBihar
Golghar,
ReplyDeletePatna
bihar
Golghar
ReplyDeletePatna - Bihar
This huge and impressive granary is situated between Maidan and the Ganga river. Captain John Garstin of the Bengal Engineers build it in 1786 to store grains for the British army following a terrible famine. This building has an extra ordinary 29 meter high ovoid dome and has a base of 125 meters and 3.6 meters thick walls. It was intended to hold 137000 tons of grains. However, it was never completed. It gives an excellent view of the city and the Ganga river from its top which can be reached by the winding stairway around it.
tau ye patna ka gol ghar hai
ReplyDeleteनेहरू तारामंडल
ReplyDeleteभारत
तीनमूर्ति भवन
ReplyDeleteनई दिल्ली
नेहरू तारामंडल
ReplyDeleteबैंगलोर
तीनों में से जो सही हो
ReplyDeleteउसे ही रोक लिया जाये
वैसे प्रथम तो आना नहीं है
नंबर कुछ अधिक आ सकते हैं
सिर्फ।
ताऊ चित्र देखते ही पहचान गया सो जोश जोश में रोमनवा में ही टीप गया अब देवनागरी में लीजीए ,
ReplyDeleteपहेली का जवाब ...पटना का गोल घर , जो अंग्रेज सरकार ने अन्न भंडारण के दृष्टिकोण से बनवाया था ।वर्तमान में पटना का एक पर्यटन स्मारक है
अजय कुमार झा
ताऊ के खेत में भेंस चर रही हे...:)
ReplyDeleteअपनी तो राम राम है ताऊ जी।
ReplyDeleteहमारे गाँव में ऐसी जगहे अनाज रखने के लिए बनायी जाती है ! शायद वही है !
ReplyDeleteपटना का अनाज गोदाम
ReplyDeleteडोम थियेटर, अप्पू घर दिल्ली
ReplyDeleteनीरज
गोल घर पटना
ReplyDeleteअरे! ई त हमरे पटना का गोलघर है!!!!
ReplyDeleteगोदियाल जी सही हैं इस मायने में कि इसे अनाज रख्नने के लिये ही बनाया गया था।
ReplyDeleteगोल घर पटना - फायनल जवाब
ReplyDeleteनीरज
गोल घर सोनपुर बिहार ....बस ये अंतिम जवाब है.
ReplyDeleteनीरज
हरी-हरी घास और खुशहाल गाय से भी कुछ अता-पता नहीं मिला ताऊ.
ReplyDeleteतारामंडल, पटना
ReplyDeleteये ताऊ जी पटना बिहार स्थित गोलघर है , पक्का !!
ReplyDeleteMahabodhi bihar
ReplyDeleteregards
GolGhar
ReplyDeleteThis huge and impressive beehive-shaped structure was constructed in July 1786 by Captain John Garstin following a terrible famine in 1770, to serve as a state granary. A flight of steps winds round this 29m high building to the top from where one gets a fine view of the river Ganga and Patna city.
regards
यह तो गोल घर पटना है जी. 1800 से कुछ पहले अंग्रेज ने बनाया था, गंगा किनारे.
ReplyDeleteGolghar: Alarmed by the famine of 1770, captain John Garstin built this huge granary for the British army in 1786. The massive structure is 29 m high and the walls are 3.6 m wide at the base. The winding stairway around this monument offers a brilliant panoramic view of the city and the Ganga flowing by.
ReplyDeleteGolGhar
ReplyDeletepatna
regards
लगता है उड़नतश्तरी रात भर ताक लगाए ताऊ के घर पर मंडराती रही. :) खैर मात खाने में भी मजा है, देखते है कित्ते अंक का फटका लगता है :)
ReplyDeleteगोलघर, पटना, बिहार
ReplyDeleteमिस रामप्यारी जी का हार्दिक धन्यवाद
उन्हीं के दिये क्लू की वजह से पता लगा है जी
प्रणाम स्वीकार करें
Gol Ghar:
ReplyDeleteA very peculiar and interesting structure in the centre of the city. It is said that the structure was built some 200 years ago by the Britishers to store grains. The 150 ft high building appears like one half of a coconut and has got stairs to reach the top. From the top one can get a good view of Patna.
Golghar Granery, Patna, Bihar
ReplyDeleteपटना का गोलघर है भाई ये तो ...........
ReplyDeleteNASA स्पेस सेंटर (लेकिन बिहार में)
ReplyDeleteGolGhar, where one gets a fine view of the river Ganga and Patna city.
ReplyDeleteगोलघर , पटना (विहार)
ReplyDeletegol ghar of Patna (bihar)
ReplyDeleteमुझे तो ये सांची का स्तूप दिख रहा है?
ReplyDeleteअगर सांची का स्तूप नही है तो बिरला तारामंडल होगा.
ReplyDeleteऔर उप्रोक्त दोनों मे से कोई बःइ नही निकला तो कल १२ बजे बाद नकल करके बतायेंगे.:)
ReplyDeleteमुझे तो ये कोई परमाणू रियेक्टर दिखता है, पर ताऊ की भैंस वहां क्या कर रही है?
ReplyDeleteअब ताऊ की भैंस को परमाणू रियेक्टर मे तो कोई घुसने नही देगा तो हो ना हो ये गोलघर पटना (बिहार) वाला ही होगा. क्योंकि रामप्यारी भी लालू जी और राबडी जी को दिखारही है.
ReplyDeleteगोलघर पटना (बिहार) लोक किया जाये.
ReplyDeleteये तो कोई गुंबज है.
ReplyDeleteपता नहीं ताऊ जी,गजब उल्टा चित्र लगाई दियो हो.
ReplyDeleteहै तो वेध शाळा ही.
ReplyDeleteगोलघर पटना बिहार।
ReplyDeleteताउजी राम राम
ReplyDeleteMahabodhi बिहार को लोक करे
अरे ताऊ जी.. हम तो कब से खुद को इस पहेली प्रतियोगिता के लिए अक्षम मान कर इसमे भाग ही लेना बंद कर दिए थे.. मगर पढते सभी को थे, ज्ञान बढ़ाने के लिए.. मगर आज अभी जैसे ही इसे देखे वैसे ही लिखने चले आये..
ReplyDeleteइसके ऊपर ना जाने कितने ही दिन बस यूं ही बिठाये हैं मैंने.. पटना का गोलघर.. किसी जमाने में लोग कहते थे कि इसके ऊपर से पूरा पटना दिख जाता है और इससे बड़ी कोई और इमारत नहीं है पटना में.. अब तो इससे बड़ी जाने कितनी ही इमारतें बन चुकी हैं मगर इस पर चढ कर गंगा नदी का तट देखना अभी भी खूब भाता है.. इसके ठीक बगल में पटना कमिशनरी है.. और उसके बाद पटना कलेक्टर का आवास.. फिर बिस्कोमान भवन(जो आजकल पटना का शान भी बना हुआ है).. इस पर चढ कर बोरिंग रोड का यमुना अपार्टमेंट भी खूब दीखता है जो किसी जमाने में पटना कि सबसे ऊंची इमारत के रूप में जाना जाता है..
ओह ताऊ जी.. क्या याद दिला दिए!! बहुत साल हुए इस पर चढ़े हुए.. सोचता हूँ कि इस बार जब कभी जाना हुआ तो इस पर जरूर चढूं.. :)
कानपुर का लगता है।
ReplyDeleteबिहार है
ReplyDeleteबहुत खोपड़ी खुजाई नहीं मिला :(
ReplyDelete*NASA स्पेस सेंटर (लेकिन बिहार में)
ReplyDeleteताऊ इस जवाब को संरक्षित किया जाए और प्रतियोगी को विशेष पुरस्कार से सम्मानित किया जाए !
आनंद आ गया यह जवाब सुनकर :)
देसी व्हाइट हाउस .
ReplyDeleteदेसी व्हाइट हाउस .
ReplyDeleteगोलघर, पटना (बिहार)
ReplyDeleteसूचना :-
ReplyDeleteइस पहेली का जवाब देने की समय सीमा समाप्त हो चुकी है. अब जो भी सही जवाब आयेंगे उन्हें अधिकतम ५० अंक ही दिये जा सकेंगे.
सभी प्रतिभागितों को उत्साह वर्धन के लिये हार्दिक धन्यवाद.
रामराम.
ना अब सही जवाब आयेंगे, ना पचास अंक दिये जायेंगे.
ReplyDeletesab golghar patna kah rahe hain to wo hi hoga .......humne to dekha nhi hai .
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