प्रिय भाईयो और बहणों, भतीजों और भतीजियों आप सबको घणी रामराम ! हम आपकी सेवा में हाजिर हैं ताऊ पहेली 59 का जवाब लेकर. कल की ताऊ पहेली का सही उत्तर है - आगा खान पैलेस, पुणे (महाराष्ट्र) .
और इसके बारे मे संक्षिप्त सी जानकारी दे रही हैं सु. अल्पना वर्मा.
ऐतिहासिक भवन आगा खान पैलेस भारत के स्वतंत्रता आंदोलन का एक राष्ट्रीय स्मारक है.यह महाराष्ट्र राज्य के पुणे शहर में स्थित है.इसे 'महात्मा गाँधी राष्ट्रीय स्मारक' के नाम से भी जाना जाता है.
Aga Khan Palace
आगा खान महल को १८९२ में सुल्तान मोहमद शाह आगा खां तृतीय ने इसे बनवाया था,इसे बनवाने का उद्देश्य सूखा पीड़ित प्रजा को रोज़गार देना था.इसे बनाने में ५ साल और १२ लाख रूपये खर्च हुए थे. ६.५ हेक्टेयर में फैले हुए इस भवन की खूबसूरत वास्तुकला इटालियन है.सुन्दर उद्यान भी यहाँ देख सकते हैं .कुल मिला कर १९ एकड़ में यह दोमंजिला महल फैला है.
१९६९ में, सुलतान आगा खां चतुर्थ ने इसे गाँधी स्मारक समिति [भारत सरकार] को दान दे दिया था.
इस भवन का ऐतिहासिक महत्व इसलिए है क्यूंकि यहाँ भारत छोड़ो आंदोलन के शुरू करने के जुर्म में ब्रिटिश सरकार ने १९४२ में गाँधी जी को यहाँ कैद कर के २१ महीने रखा था.
महादेव देसाई जिन्हें लोग प्राय: महात्मा गांधी के निजी सचिव के रूप में जानते हैं उन्हें भी ९ अगस्त १९४२ में ही यहाँ बंदी बना कर लाया गया.उस समय यहाँ महात्मा गांधी ही नहीं सरोजनी नायडू ,प्यारे लाल नय्यर,सुशीला नय्यर एवं मीराबेन भी कैद थीं. गाँधी जी की पत्नी कस्तूरबा को भी यहीं कैदी बना कर रखा गया था.
Kasturba and Mahadev Samadhi
इसी भवन में 14 और 15 अगस्त १९४२ की मध्य रात्रि को महादेव देसाई का निधन हुआ.महात्मा गांधी के निर्देश पर वहीं उनकी समाधि बनवाई गई और इस समाधि पर न केवल ओम लिखा गया, बल्कि एक क्रास का निशान भी बनाया गया. महादेव देसाई के निधन के बाद फरवरी २२,१९४४ को कस्तूरबा गाँधी का निधन हुआ और उनकी भी समाधि देसाई की समाधि के नजदीक ही बनाई गई.गाँधी जी की अस्थियां भी यहीं स्मारक के बगीचे में रखी गई हैं.
A portion of Gandhi's ashes
यहीं गाँधी जी और बा की मूर्ति संग्रहालय में देखी जा सकती है.गांधी जी के जीवन पर एक फोटो-प्रदर्शनी और उनके व्यक्तिगत उपयोग की वस्तुएं जैसे उनकी चप्पलें और चश्मे,डेस्क आदि भी यहां देखे जा सकते हैं.
Statue of Mahatma Gandhi and his wife at Palace
यही अन्य गतिविधियाँ भी सक्रीय हैं जैसे खादी ग्रामो उद्योग ,कुटीर उद्योग ,मोमबत्ती बनाने ,अगरबत्ती ,चाक आदि बनाने के प्रशिक्षण केंद्र. राष्ट्रीय महिला संस्था सिलाई कढाई की कक्षाएं चलाती है.गरीब और जरूरतमंद को नि: शुल्क प्रशिक्षण दिया जाता है.
राष्ट्रीय अवकाश के अतिरिक्त सभी दिन यह पर्यटकों के लिए खुला है.
आचार्य हीरामन "अंकशाश्त्री" की नमस्ते!
प्यारे बहनों और भाईयो, मैं आचार्य हीरामन “अंकशाश्त्री” ताऊ पहेली के रिजल्ट के साथ आपकी सेवा मे हाजिर हूं. उत्तर जिस क्रम मे मुझे प्राप्त हुये हैं उसी क्रम मे मैं आपको जवाब दे रहा हूं. एवम तदनुसार ही नम्बर दिये गये हैं.
अब आईये आपको उन लोगों से मिलवाता हूं जिन्होने इस पहेली अंक मे भाग लेकर हमारा उत्साह वर्धन किया. आप सभी का बहुत बहुत आभार.
श्री विवेक रस्तोगी
श्री अविनाश वाचस्पति
श्री सतीश सक्सेना
श्री नीरज गोस्वामी
डा. महेश सिन्हा
सुश्री निर्मला कपिला
श्री स्मार्ट इंडियन
सुश्री वंदना
श्री काजलकुमार,
सुश्री हरकीरत ’हीर’
श्री रामकृष्ण गौतम
श्री मुरारी पारीक
श्री रजनीश परिहार
डॉ. मनोज मिश्र
पुन: आप सभी का हार्दिक आभार!
आयोजकों की तरफ़ से सभी प्रतिभागियों का इस प्रतियोगिता मे उत्साह वर्धन करने के लिये हार्दिक धन्यवाद. !
ट्रेलर
और इसके बारे मे संक्षिप्त सी जानकारी दे रही हैं सु. अल्पना वर्मा.
आप सभी को मेरा नमस्कार,
पहेली में पूछे गये स्थान के विषय में संक्षिप्त और सारगर्भीत जानकारी देने का यह एक लघु प्रयास है.
आशा है, आप को यह प्रयास पसन्द आ रहा होगा,अपने सुझाव और राय से हमें अवगत अवश्य कराएँ.
ऐतिहासिक भवन आगा खान पैलेस भारत के स्वतंत्रता आंदोलन का एक राष्ट्रीय स्मारक है.यह महाराष्ट्र राज्य के पुणे शहर में स्थित है.इसे 'महात्मा गाँधी राष्ट्रीय स्मारक' के नाम से भी जाना जाता है.
आगा खान महल को १८९२ में सुल्तान मोहमद शाह आगा खां तृतीय ने इसे बनवाया था,इसे बनवाने का उद्देश्य सूखा पीड़ित प्रजा को रोज़गार देना था.इसे बनाने में ५ साल और १२ लाख रूपये खर्च हुए थे. ६.५ हेक्टेयर में फैले हुए इस भवन की खूबसूरत वास्तुकला इटालियन है.सुन्दर उद्यान भी यहाँ देख सकते हैं .कुल मिला कर १९ एकड़ में यह दोमंजिला महल फैला है.
१९६९ में, सुलतान आगा खां चतुर्थ ने इसे गाँधी स्मारक समिति [भारत सरकार] को दान दे दिया था.
इस भवन का ऐतिहासिक महत्व इसलिए है क्यूंकि यहाँ भारत छोड़ो आंदोलन के शुरू करने के जुर्म में ब्रिटिश सरकार ने १९४२ में गाँधी जी को यहाँ कैद कर के २१ महीने रखा था.
महादेव देसाई जिन्हें लोग प्राय: महात्मा गांधी के निजी सचिव के रूप में जानते हैं उन्हें भी ९ अगस्त १९४२ में ही यहाँ बंदी बना कर लाया गया.उस समय यहाँ महात्मा गांधी ही नहीं सरोजनी नायडू ,प्यारे लाल नय्यर,सुशीला नय्यर एवं मीराबेन भी कैद थीं. गाँधी जी की पत्नी कस्तूरबा को भी यहीं कैदी बना कर रखा गया था.
इसी भवन में 14 और 15 अगस्त १९४२ की मध्य रात्रि को महादेव देसाई का निधन हुआ.महात्मा गांधी के निर्देश पर वहीं उनकी समाधि बनवाई गई और इस समाधि पर न केवल ओम लिखा गया, बल्कि एक क्रास का निशान भी बनाया गया. महादेव देसाई के निधन के बाद फरवरी २२,१९४४ को कस्तूरबा गाँधी का निधन हुआ और उनकी भी समाधि देसाई की समाधि के नजदीक ही बनाई गई.गाँधी जी की अस्थियां भी यहीं स्मारक के बगीचे में रखी गई हैं.
यहीं गाँधी जी और बा की मूर्ति संग्रहालय में देखी जा सकती है.गांधी जी के जीवन पर एक फोटो-प्रदर्शनी और उनके व्यक्तिगत उपयोग की वस्तुएं जैसे उनकी चप्पलें और चश्मे,डेस्क आदि भी यहां देखे जा सकते हैं.
यही अन्य गतिविधियाँ भी सक्रीय हैं जैसे खादी ग्रामो उद्योग ,कुटीर उद्योग ,मोमबत्ती बनाने ,अगरबत्ती ,चाक आदि बनाने के प्रशिक्षण केंद्र. राष्ट्रीय महिला संस्था सिलाई कढाई की कक्षाएं चलाती है.गरीब और जरूरतमंद को नि: शुल्क प्रशिक्षण दिया जाता है.
राष्ट्रीय अवकाश के अतिरिक्त सभी दिन यह पर्यटकों के लिए खुला है.
अभी के लिये इतना ही. अगले शनिवार एक नई पहेली मे आपसे फ़िर मुलाकात होगी. तब तक के लिये नमस्कार।
आचार्य हीरामन "अंकशाश्त्री" की नमस्ते!
प्यारे बहनों और भाईयो, मैं आचार्य हीरामन “अंकशाश्त्री” ताऊ पहेली के रिजल्ट के साथ आपकी सेवा मे हाजिर हूं. उत्तर जिस क्रम मे मुझे प्राप्त हुये हैं उसी क्रम मे मैं आपको जवाब दे रहा हूं. एवम तदनुसार ही नम्बर दिये गये हैं.
श्री प्रकाश गोविंद अंक 101 |
श्री सीमा गुप्ता अंक 100 |
श्री संजय बेंगाणी अंक ९९ |
प. श्री. डी. के. शर्मा “वत्स” अंक 98 |
श्री सैयद | Syed अंक 97 |
डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री मयंक अंक 96 |
श्री मीत अंक 95 |
सुश्री रेखा प्रहलाद अंक 94 |
श्री उडनतश्तरी अंक 93 |
श्री ललित शर्मा अंक 92 |
श्री मोहसिन अंक 91 |
श्री मिश्रा पंकज अंक 90 |
श्री रतन सिंह शेखावत अंक 50 |
छपते छपते :-
श्री अभिषेक ओझा का भी बिल्कुल सही जवाब आया है. आपको अंक 49 दिये गये हैं.
अब आईये आपको उन लोगों से मिलवाता हूं जिन्होने इस पहेली अंक मे भाग लेकर हमारा उत्साह वर्धन किया. आप सभी का बहुत बहुत आभार.
श्री विवेक रस्तोगी
श्री अविनाश वाचस्पति
श्री सतीश सक्सेना
श्री नीरज गोस्वामी
डा. महेश सिन्हा
सुश्री निर्मला कपिला
श्री स्मार्ट इंडियन
सुश्री वंदना
श्री काजलकुमार,
सुश्री हरकीरत ’हीर’
श्री रामकृष्ण गौतम
श्री मुरारी पारीक
श्री रजनीश परिहार
डॉ. मनोज मिश्र
पुन: आप सभी का हार्दिक आभार!
अब अगली पहेली का जवाब लेकर अगले सोमवार फ़िर आपकी सेवा मे हाजिर होऊंगा, तब तक के लिये आचार्य हीरामन "अंकशाश्त्री" को इजाजत दिजिये. नमस्कार!
आयोजकों की तरफ़ से सभी प्रतिभागियों का इस प्रतियोगिता मे उत्साह वर्धन करने के लिये हार्दिक धन्यवाद. !
ताऊ पहेली के इस अंक का आयोजन एवम संचालन ताऊ रामपुरिया और सुश्री अल्पना वर्मा ने किया. अगली पहेली मे अगले शनिवार सुबह आठ बजे आपसे फ़िर मिलेंगे तब तक के लिये नमस्कार.
बापु - हां तुम बिल्कुल सही समझे ताऊ. वही ... बस फ़ट से एक हिंदी ब्लाग मेरा भी बना दो. मैं अपनी जनता के नाम अभी एक संदेश पोस्ट के द्वारा दूंगा. और उसका नाम रखो "बापू का प्रथम ब्लाग" ताऊ - बापू ...बापू...आपके हाथ जोडूं..पैर पडूं...आप इस चक्कर मे मत पडिये...ये आपके काम का नही है..आप तो सेलीब्रीटी हो और सब सेलेबरीटीज ट्विटर पर टरटराती हैं..बापू..आप तो ट्विटर पर अकाऊंट बना कर आपका सत्याग्रह वहां से चलाईये....और हिंदी ब्लाग के भी कुछ लोग वहां टरटराया करते हैं...तो आपका मन कहीं उनसे मिलने का हो तो उनसे वहीं मिल लेना. |
प्रकाश गोविन्द जी को बधाई.
ReplyDeleteअन्य विजेताओं को बधाई.
संजय भाई ने गजब कर दिया, अब वो पहले जैसे नहीं रहे, बदल गये हैं. :)
बधाई!!
ReplyDeleteसभी विजेताओं कको हार्दिक बधाई ! अगली पोस्ट का इंतजार | ट्रेलर पढ़कर लग रहा है पोस्ट बड़ी मजेदार आएगी |
ReplyDeleteआदरणीय प्रकाश गोविंद जी सहित सभी विजेताओं को हार्दिक बधाई...
ReplyDeleteregards
आदरणीय प्रकाश गोविंद जी सहित सभी विजेताओं को हार्दिक बधाई...
ReplyDeleteregards
प्रकाश गोविन्द जी को बधाई.
ReplyDeleteअन्य विजेताओं को बधाई.
सभी विजेताओं को बधाई.
ReplyDeleteश्री प्रकाश गोविंद सहित सभी विजेताओं को बधाई! आलेख में यह पता नहीं चला कि सुल्तान मोहमद शाह आगा खां तृतीय कौन हैं और कहाँ के सुलतान हैं और पुणे से उनका क्या सम्बन्ध है.
ReplyDeleteअल्पनाजी द्वारा दी गई जानकारी से आगा खान पैलेस और गांधी जी पर बहुत विषेष जानकारी मिली. बहुत आभार अल्पनाजी का.
ReplyDeleteताऊ, बापू आपके पास ब्लाग बनवाने आये? यह विज्ञापन नीचे दिखा तो कल देखते हैं कि क्या हुआ? बनाया क्या बापू का ब्लाग आपने?
ReplyDeleteप्रकाश गोविन्द जी को बधाई.
ReplyDeleteअन्य विजेताओं को bhee बधाई.
सभी विजेताओ को बधाई! गांधी पुण्यतिथी पर उनसे संबंधित अच्छी जानकारी के लिये अल्पना जी का धन्यवाद.
ReplyDeleteDetails about Aaga khan--
ReplyDelete***Aga Khan (Persian] is the hereditary title of the Imam of the Nizārī Muslims.[followers of shia faith].
***The title Aga khan means-"Commanding Chief.''
In the 1850s, the honorific title of Aga Khan was bestowed upon Aga Hasan Ali Shah, the 46th Imam of the Ismailis, by Fat′h Ali Shah Qajar, the Shah of Persia.
-In 1887, the colonial rulers of India, the British Raj Sarkar, gave the Aga Khan rank and nobility in recognition of the help in suppressing a Muslim rebellion against the British. In recognition of helping the British suppress Muslim uprising against the British, the Aga Khan was hailed as a great leader by the British and thus the Aga Khan became the only religious or community leader in British India granted a personal gun salute; all other salute dynasties were either rulers of Princely States, or Political Pensioners holding ancestral princely titles in states abolished by the Raj.
--List of those who have held the title of Aga Khan---
1. Aga Khan I = Hasan Ali Shah Mehalatee Aga Khan I -46th Imam (1817–1881) -(born in 1804 in Kahak, Iran – death in 1881 in Bombay, India) He was buried in a specially built shrine at Hasanabad in the Mazagaon area of Bombay.
2. Aga Khan II = Ali Shah Aga Khan II (about 1830–1885), 47th Imam (12 April 1881–1885)-Aga Khan II maintained the ties with the British and was appointed to the Bombay Legislative Council.
3. Aga Khan III = Prince ,(1877-1957), 48th Imam (17 August 1885 Karachi (British India)–died in egypt 1957),He was one of the founders and the first president of the All-India Muslim League, and served as President of the League of Nations from 1937-38.He was made a "Knight of the Indian Empire" by Queen Victoria.
He married, on November 2, 1896, in Poona, India, Shahzadi Begum, his first cousin and a granddaughter of Aga Khan I.
4- Aga Khan IV = Prince Karim Al Husseini (b. 1936), 49th Imam of the Ismailis (from 11 July)
--He is doing a lot of social work--
for more info you can read here-
http://www.akdn.org/
------------------------------------in hindi it will be given later.
------Details
सभी विजेताओं को हार्दिक बधाई.
ReplyDeleteप्रकाश गोविंद जी को हेट्रिक के लिए शुभकामनाएँ.
सभी प्रतिभागियों का आभार.
सभी विजेताओं को बधाई !
ReplyDeleteइस बार 6 अंको की लीड है... :)
ReplyDeleteसभी को छप्पर फाड़ कर बधाई
ReplyDeleteमीत
प्रकाश गोविन्द जी को बधाई.....
ReplyDeleteअल्पना जी की जानकारी पढ़ कर अच्छा लगा .......
समस्त विजेताओं :
ReplyDeleteसुश्री सीमा गुप्ता जी
श्री संजय बेंगाणी जी
श्री. डी. के. शर्मा “वत्स” जी
श्री सैयद
डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री जी
श्री मीत जी
सुश्री रेखा प्रहलाद जी
श्री उडनतश्तरी जी
श्री ललित शर्मा जी
श्री मोहसिन जी
श्री मिश्रा पंकज जी
को बहुत-बहुत बधाई और शुभ कामनाएं !
प्रकाश गोविन्द को भी बधाई हो !
सभी विजेताओं को हार्दिक बधाई ! अल्पना जी को इस जानकारी के लिए धन्यवाद्!
ReplyDeleteलो जी, ट्रेलर देखकर ही पता चल रहा है कि फिल्म जरूर सुपर-डुपर हिट होगी :)
समस्त विजेताओं :
ReplyDeleteसुश्री सीमा गुप्ता जी
श्री संजय बेंगाणी जी
श्री. डी. के. शर्मा “वत्स” जी
श्री सैयद
डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री जी
श्री मीत जी
सुश्री रेखा प्रहलाद जी
श्री उडनतश्तरी जी
श्री ललित शर्मा जी
श्री मोहसिन जी
श्री मिश्रा पंकज जी
के साथ
प्रकाश गोविन्द को बधाई!
मगर अमर भारती की इतनी आसान पहेली पर तो ज्यादातर चित्त हो गये!