प्रिय बहणों, भाईयो, भतीजियों और भतीजों आप सबका पहेली के जवाबी अंक मे स्वागत है.
कल की पहेली का सही जवाब था नैनीताल. जो चित्र पहेली मे आपको दिखाया गया था वो स्नो व्यु को जाती हुई रोपवे ट्राली का था.
नैनीताल के बारे में कल सोमवार की ताऊ साप्ताहिक पत्रिका मे विस्तार से बता रही हैं सु अल्पना वर्मा.
इस अंक मे क्ल्यु के लिये हमको अपने निजी संग्रह से फ़ोटो उपलब्ध करवाये सुश्री विनीता यशस्वी ने.
बहुत आभार आपका.
पाषाण देवी मंदिर नैनीताल (फ़ोटो : विनिता यशस्वी)
इस पहेली की प्रथम विजेता सुश्री सीमा गुप्ता और द्वितिय विजेता श्री नितिन व्यास पहले से ही ताऊ पत्रिका मे साक्षात्कार के लिये आंमत्रित हो चुके हैं अत: हमारी परम्परानुसार हम आज के तृतिय विजेता
श्री डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री मयंक जी को आमत्रंण भेज रहे हैं.
आज की एक हैरत अंगेज बात यह रही कि जनाब सैयद साहब ने पहले सही जवाब देकर उसको बाद मे गलत जवाब मे बदल दिया. खैर खेल मे तो ऐसा होता ही रह्ता है.
और हमारी एक माननिया प्रतिभागी सुश्री प्रेमलता पांडे ने आखिर तक पहेली का सही जवाब देकर ही दम लिया. बहुत बधाई आपको और आपके जज्बे को.
ताऊ रामपुरिया की तरफ़ से आपको बहुत घणी रामराम.
आदर्णीय देवियों और सज्जनों, ताऊ के भाइयो, बहणों, भतीजियों और भतीजो, समस्त संपादक मंडल के सदस्य गणों, आप सबको बीनू फ़िरंगी का सादर प्रणाम.
और मिस रामप्यारी और हीरामन को विशेष रामराम.
ताऊ पहेली राऊंड –२ के सातवें अंक का रिजल्ट घोषित करते हुये मुझे अपार हर्ष हो रहा है. और मैं अपने आपको गौरवान्वित महसूस कर रहा हूं कि मुझे ये मौका आज फ़िर मिला. और जब तक ताऊ चाहेगा आगे भी मिलता रहेगा.
तो आईये अब चलते हैं रिजल्ट की तरफ़ :- हमारी इस पहेली का सही जवाब नैनीताल, जिस पर कल आपको ताऊ साप्ताहित्क पत्रिका मे सु अल्पना वर्मा देगी बहुत ही विस्तृत जानकारी.
सर्वाधिक अंक प्रात किये १०१ घणी बधाई प्रथम स्थान के लिये. .सुश्री seema gupta
तालियां..... तालियां..... तालियां..... जोरदार …. तालियां
विशेष बधाई…. |
आज के उप विजेता अंक १०० के साथ बधाई नितिन व्यास |
आज के तृतिय विजेता अंक ९९ के साथ ...बधाई |
आईये अब अन्य माननिय विजेताओं के बारे में क्रमश: जानते हैं. सभी को हार्दिक बधाई.
Udan Tashtari अंक ९८ |
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हिमांशु । Himanshu अंक९१ |
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प्रेमलता पांडे अंक ८१ |
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Tarun अंक ७७ |
इसके अलावा निम्न महानुभाओं ने भी इस पहेली अंक मे शामिल होकर हमारा उत्साह बढाया. जिसके लिये हम उनके हृदय से आभारी हैं.
२. संजय बेंगाणी
६. राज भाटिय़ा
आप सबका बहुत बहुत आभार..
आईये अब रामप्यारी की क्लास मे :-
आप सबको रामप्यारी की घणी नमस्ते.
आज मुझको बहुत तेज बुखार आ गया है. पर मैं आपके प्यार की वजह से रिजल्ट बना लाई हूं. मेरे सवाल का जवाब है हीरामन.
और मैने आप सबके अकाऊंट मे ३० नम्बर जमा करवा दिये हैं.
नितिन व्यास अंकल, प्रेमलता आंटी, प्रकाश गोविंद अंकल, दिनेश राय द्विवेदी अंकल,
काजल अंकल और अभिव्यक्ति अंकल.
इसके बाद इंदोरीलाल अंकल, अंकल आपका ये कैसा नाम है? मुझे बुखार मे भी हंसी आ रही है. खैर माफ़ करना अंकल ..मैं तो युं ही मजाक कर रही थी.
फ़िर ऊडनतश्तरी अंकल, हैल्लो अंकल..आप तो अभी लंदन पहुंचने वाले होंगे? और अंकल आपकी किताब मुझे मिल गई है…बस बुखार उतरते ही पढूंगी.
फ़िर आलोक सिंह अंकल..
और सीमा आंटी..हाय आंटी..कैसी हैं आप?
हाय हिमांशु अंकल ..कैसे हो आप? और आशीष भैया..कब ले चल रहे हो GT में?
फ़िर दिलिप कवठेकर अंकल, हाय मास्साब प्रवीण त्रिवेदी अंकल….और फ़िर आय्र
लविजा के पापा सैयद अकबर अंकल…हाय लवि कैसी है तू…
दीपक तिवारी अंकल और आखिर मे आये मकरंद अंकल..
आप सबको बधाई और अब रामप्यारी आपको अगले शनीवार फ़िर मिलेगी इसी ताऊ पहेली के अगले अंक में.
रामप्यारी की आप सबको नमस्ते. |
पाठकों के विचार स्तम्भ मे आज हैं श्री महावीर बी. सेमलानी
हे प्रभु यह तेरापन्थ महावीर बी सेमलानी " भारती' नैनादेवी के नाम पर पडा नैनिताल। बैरन नामक एक अग्रेज ने इस हील स्टेशन कि खोज कि, वो इतना आकर्षित हुआ कि १८४१ में नैनीताल शहर का निर्माण शुरू हो गया। सबसे पहले बैरन ने अपने लिए एक कोठी बनायी। इसके बाद कुमांऊ के तत्कालीन कमिश्नर लाशिंगटन ने १८४१ में अपने लिए एक कोठी का निर्माण करवाया। नैनीताल तीन ओर पहाड़ों से घिरा है, बीच में झील है। इसका अर्थ है नैनी झील के चारो और शहर बसा है। पुरा नैनिताल वन पहाड़ियों से घिरा हुआ है। १८६७ में शेर का डांडा और १९ सितंबर १८८० को विक्टोरिया होटल के पास भीषण भूस्खलन हुआ। इसमें १५१ लोग मारे गए। मरने वालों में ४३ विदेशी नागरिक भी थे।
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अच्छा अब नमस्ते. कल सोमवार को ताऊ साप्ताहिक पत्रिका मे आपसे पुन: भेंट होगी.
सभी प्रतिभागियों को इस प्रतियोगिता मे हमारा उत्साह वर्धन करने के लिये हार्दिक धन्यवाद. इस दुसरे राऊंड की सातवीं पहेली का आयोजन एवम संचालन ताऊ रामपुरिया और सुश्री अल्पना वर्मा ने किया.
संपादक मंडल :-
मुख्य संपादक : ताऊ रामपुरिया
विशेष संपादक : अल्पना वर्मा
संपादक (प्रबंधन) : seema gupta
संपादक (तकनीकी) : आशीष खण्डेलवाल
सहायक संपादक : बीनू फ़िरंगी एवम मिस. रामप्यारी
सहायक संपादक : हीरामन
सभी जीतने वालों को बधाई ................
ReplyDeleteघनी घनी बधाई................सबको राम raam
सीमा जी , नितिन व्यास जी , डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री मयंक और सभी विजेतायों को हार्दिक बधाईया.
ReplyDeleteविदुषक के तीन खिताब हीरामन के द्वारा आज नहीं दिए गए क्या बात है कही उसे भी तो बुखार नहीं आ गया .
रामप्यारी तू जल्दीसे ठीक हो जा .
सभी विजेताओं को ढेर सारी बधाई.
ReplyDeleteअरे रामप्यारी ज्यादा टेनिस खेल कर तुम को बुखार आ गया है या फिर मौसम बदल रहा है इस लिए.[वैसे मैं ने अभी तुम्हारी पिछली पोस्ट [सास-बहुत वाली]पढ़ी तुम तो सपने भी कैसे कैसे देखने लगी हो??]
अपना थोडा ख्याल रखो.
चलो अपना इलाज करो.तुम्हारे लिए फूल भेज रहे हैं जल्दी ठीक हो जाना.
@अलोक जी ,महाशय हीरामन जी तो अपना व्याख्यान सोमवार की पोस्ट में देते हैं.आज रविवार की पोस्ट में उनका कोलम नहीं आता.
सभी विजेताओं को बधाई। ताउ को ठोक-बजा के घणी राम-राम।
ReplyDeleteआलोक जी की जिज्ञासा मेरी भी है . तीनों विदूषक कहाँ गए ?
ReplyDeleteसभी विजेताओं को बधाई .
विजेताओ को हार्दिक बधाई.
ReplyDeleteरामप्यारी को घणी बधाई.
सभी जनों को घणी जोरदार बधाई.......ताऊ जी, आज विदुषकों की कमी खल रही है.
ReplyDeleteरामप्यारी, मेरे अकाउंट में सबसे पहले ३० नंबर जमा करवाने के लिए, सबसे पहले नमस्ते.
ReplyDeleteऔर सभी विजेताओं को घणी-घणी राम राम जी.
बधाई जी.
ReplyDeleteRaampyari bukhar thik nahi hua kya ya phir hume char gaya, Heeraman to humne bhi kaha tha...
ReplyDeleteya ek hi hal me javab dene se number kat gaye ;)
श्री डॉ. रूपचन्द्रजीशास्त्री मयंक ,
ReplyDeleteइसे कहते है तकदिर का बादशाह्। बधाई ले लो जी लालाजी कि स्टाईल मे।
प्रथम स्थान के लिये. .सुश्री seema gupta जी को भी सलाम नमस्ते क्यो कि समझदार को ईशारा ही काफी है।
आज के उप विजेता हाथी मेरे साथी वाले भाईसाहब आपको भी खुदा हाफिज।
बाकी मेहनती अभ्यासीयो के लिए ताऊनाम बोल रहा है-"आप कतार मे है - ताऊनामे मे सम्पर्क करने के लिऐ धन्यवाद।"
उप्प्स .... थोडा कन्फ्यूजन हो गया था... खैर अगली बार सही जवाब दूंगा :)
ReplyDeleteरामप्यारी, लवी बिलकुल मस्त है, और तुम्हें गेट वेल सून कह रही है.
सभी विजेताओं को हार्दिक बधाई..
भाई कही रामप्यारी को वायरल तो नहीं गया है सीजन जरा खाराब चल रहा है .. तनिक ध्यान रखोजी . सभी विजेता जनों को बधाई . राम राम
ReplyDelete......और हाँ रामप्यारी, तुम आशीष भैया से कितने दिनों से कह रही हो GT ले जाने के लिए.. अगर आशीष भैया बिजी हैं तो लवी के साथ चले जाओ.
ReplyDelete..लवी कल ही तो गयी थी GT ज़ेबा बाजी के साथ....
विजेताओं को बधाई! रामप्यारी को एक पत्ता पैरासिटामाल!
ReplyDeleteसभी विजेताओं को बधाई!
ReplyDeleteरामप्यारी, गर्मी बढ़ रही है अपना ख्याल रखा करो। बीमार पड़ो तो परीक्षा के समय छुट्टियों तो नहीं।
ताऊ जी!
ReplyDeleteघणी राम-राम
प्रथम विजेता सुश्री सीमा गुप्ता द्वितीय विजेता श्री नितिन व्यास को बधायी देने के साथ-साथ अपनी भी पीठ ठोक लेता हूँ। मेरे इलाके व मेरे जनपद का रोप-वे हो तो मैं इसे पहचानना कैसे भूल सकता हूँ?
मैं आभार के साथ आपका निमन्त्रण सहर्ष स्वीकार करता हूँ ।
समस्त संपादक मंडल के सदस्य-गण को धन्यवाद!
वाह जी वाह सभी विजेताओं को घणी बधाईयां मेरी तरफ से और खास मुबारकबाद सीमा जी को जिन्होंने मेरी भी नैया पार करा दी आप सभी को बैसाखी पर्व दी लख लख बधाईयां
ReplyDeleteताऊ जी राम राम
आपको भी बैसाखी पर्व दी लख लख बधाईयां
@ तरुण जी,
ReplyDeleteआपकी टीपणी चेक करने पर पता चला की आप ठीक कह रहे हैं, आपने एक ही टिपणि मे दोनों जवाब दे दिये थे.
असल मे इसीलिये हम अलग से टिपणि बुलवाते हैं कि गलती की गुंजाईश ना रहे.
हम साथ साथ रिजल्ट बनाने के लिये मुख्य पहेली की टिपणियां एक अलग मेल पर फ़ार्वर्ड कर देते हैं और रामप्यारी की एक अलग मेल पर. इससे ये गलती नही होती.
आपकी टिपणि मुख्य पहेली मे चली गई और रामप्यारी मे नही चढ पाई. इसी से गलती हो गई है.
बोनस सवाल के ३० नम्बर आपके अकाऊंट मे जोड दिये गये हैं.
आगे से सभी से निवेदन है कि टिपणी अलग अलग करने का ध्यान रक्खें.
एक साथ टिपणी मे अगर आपका ध्यान नही गया तो गलती की काफ़ी गुंजाईश है. अत: ध्यान रखें.
रामराम.
सभी जीतने वालों को मेरी तरफ से बधाई .
ReplyDelete८७ अंक...?? क्या ताऊ......?
ReplyDeleteरहने दे ...अपुन को चोरी का माल कहाँ हजम होगा ....??
आदरणीय नितिन व्यास जी , डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री मयंक जी सहित सभी जीतने वालों को बधाई . और रामप्यारी रानी क्या हुआ.... कैसे बीमार पड गयी हाँ अब नन्ही सी जान और इतने काम है न.....ताऊ जी से सिफारिश करनी पडेगी की बच्ची के कंधो पे इतना बोझ ना डाला करे ......चलो जल्दी से ठीक हो जाओ हाँ.....तुम हंसती खेलती ही अच्छी लगती हो हाँ.."
ReplyDeleteRegards
मेरी टिप्पणी कहाँ गयी????????
ReplyDeleteसभी विजेताओं को बधाई..
ReplyDeleteविजेताओं को हार्दिक बधाई. शास्त्री जी के साक्षात्कार का इंतज़ार रहेगा.
ReplyDeleteरामप्यारी के सवाल के बारे में कहना चाहूंगा कि इसका उत्तर हीरामन भी हो सकता है और सैम भी. यह इस बात पर निर्भर करता है कि आप बैठने वाले के दृष्टिकोण से क्रमबद्ध करते हैं अथवा दर्शक के दृष्टिकोण से. बैठने वालों के दृष्टिकोण से देखने पर यह क्रम इस प्रकार होगा:-
रामप्यारी - सैम - हीरामन - बीनू फिरंगी
वहीं सामने से देखनेवाले की नजर में यह क्रम इस प्रकार भी रखा जा सकता है -
बीनू फिरंगी - हीरामन - सैम - रामप्यारी
प्रतियोगिता परीक्षाओं में सामान्यतः बैठने वालों के दृष्टिकोण से क्रम अरेंज किया जाता है क्योंकि यह निरपेक्ष होता है. देखने वालों के दृष्टिकोण में भिन्नता हो सकती है क्योंकि इसका उल्लेख नहीं है कि दर्शक (यहाँ फोटोग्राफर) किस दिशा से देख रहा है; सामने से, पीछे से, अथवा साइड से.
खैर यह तकनीकी बातें हैं. वैसे भी रीजनिंग के सवालों का कोई सर्वसम्मत जवाब देना मुश्किल होता है.
पर तुम्हारी पहेली हल करने मन मजा आता है. तुम जल्दी से ठीक हो जाओ.