प्रिय बहणों और भाईयों, भतिजो और भतीजियों सबको शनीवार सबेरै की घणी राम राम.
ताऊ शनीचरी पहेली के दुसरे राऊंड के अंक नौ में मैं ताऊ रामपुरिया, सह आयोजक सु. अल्पना वर्मा के साथ आपका हार्दिक स्वागत करता हूं.
आपके सुझावों का हमे सदैव ही इंतजार रहता है. आपकी राय हमारे लिये महत्व पुर्ण है. कृपया अपनी राय अवश्य देते रहिये. अब दूसरे राऊंड की समाप्ति मे सिर्फ़ एक अंक और बचा है. उसके बाद इस पहेली के स्वरुप मे आपकी तरफ़ से कुछ सुझाव हों तो अवश्य बतायें. आपकी बात जानकर हमें हार्दिक प्रशन्नता होगी.
इस पहेली के भी नियम पुर्ववत ही हैं. क्ल्यु आपको रामप्यारी के ब्लाग से मिलेगा. जो आप यहां चटका लगा कर भी जा सकते हैं. या साईड बार की उसकी फ़ोटो पर चटका लगा कर भी जा सकते हैं. उसके ब्लाग पर साईड बार मे आप क्ल्यु की फ़ोटो पर चटका लगा कर वापस यहां आ सकते हैं.
यहां साईड बार के सूचना पटल पर भी नजर डाल कर देखते रहियेगा.
जैसा की आप जानते हैं कि दिलचस्प टिपणी खोज कर विदुषक के तीन खिताब हमारे नये सदस्य हीरामन देते हैं. अत: टिपणि को भी आप मनोरंजक शब्दों से लिखें
कृपया मुख्य पहेली और रामप्यारी का जवाब अलग अलग टिपणी मे देवें. क्योंकि इससे जवाब बनाने मे आसानी रहती है. और नम्बर देने मे भी गलती की संभावना नही रहती.
आईये अब आपको आज की पहेली की तरफ़ ले चलते हैं.
यह कौन सी जगह है?
अब रामप्यारी का विशेष बोनस सवाल : - ३० अंक के लिये
हाय आंटीज, अंकल्स एंड दीदी लोग..वैरी सवीट एंड समाईली गुड मोर्निंग फ़्रोम मिस रामप्यारी…
वो पिछले हफ़्ते क्या हुआ ना…आप लोगों ने मुझे सात चिरंजिवियों के नाम तो बता दिये. पर वो है ना..वो है ना..प्रकाश गोविंद अंकल….उन्होने ना…मुझे टीचर से बिना फ़ालतू मे डांट पिटवा दी…वो तो मैं कूद कर आलमारी पर चढ कर बैठ गई वर्ना तो वो टीचर मुझे इनिशियल एडवांटेज भी दे ही देती..
हुआ यों कि टीचर ने आते ही पूछा – रामप्यारी खडी हो जाओ…तो मुझे काहे का डर? मैं तो खडी हो गई. अब टीचर ने पूछा : सप्त चिरंजिवियों के नाम बताऒ.
अब हुआ ये कि प्रकाश गोविंद अंकल ने सप्तचिरंजिवियों के अलावा सप्त ऋषि और सप्त प्रजापतियों के नाम भी बताये थे . अब आपको तो मालुंम है कि रामप्यारी तो रट्टे मारकर याद करती है, अक्ल लगाने का तो कोई काम नही, सो मैं भी उसी जवाब को पक्का घोट कर गई थी. सो मैने बोलना शुरु किया. : टीचर जी…मैं सब याद करके आई हूं. अभी बताती हुं सब कुछ.
टीचर बोली : बताओ.
मैं बोली - टीचर जी पक्का जवाब याद करके आई हूं…. और र्मैने बोलना श्रु किया…. टीचर जी …मिल गए...मिल गए...मिल गए सप्त चिरंजीवियों के नाम मिल गए ! रामप्यारी लक्ष्मण का नाम तुम हटा दो ! इस बार पक्का ! सप्त चिरंजीवी हैं :- विभीषण, कृपाचार्य परशुराम हनुमान, वेद व्यास, बलि, अश्वत्थामा और टीचर जी आठवें नंबर पर मार्कंडेय का नाम होना चाहिए.
और टीचर जी अगली बार फिर कोई इसी तरह का लफड़ा मत पूछ लेना , इसलिए सप्त ऋषि और सप्त प्रजापति के नाम भी आज ही सुन ले. सप्त ऋषि :-
1. देव ऋषि, 2. ब्रह्म ऋषि, 3. महर्षि, 4. परम ऋषि, 5. राज ऋषि, 6. कंद ऋषि, 7. रुथ ऋषि
अब टीचर बीच मे ही चिल्लाई : रामप्यारी ये क्या बक बक कर रही हो तुम? भांग पी कर आई हो क्या? मैने कहा – टीचर्जी, भांग की आधी गोली का नशा तो रामप्यारी को बिना पिये ही रहता है. इसीलिये तो इतनी बकबक करती हूं. टीचर अब सात प्रजापतियों के नाम भी सुन ही लो, वर्ना बाद मे मैं भूल जाऊंगी. ये सप्त प्रजापति हैं :- 1. महर्षि भ्रगु, 2. महर्षि अंगीरा, 3. महर्षि मिरिच, 4. महर्षि पुलह, 5. महर्षि अत्री, 6. महर्षि पुलस्य 7. महर्षि केतु अब तो टीचर जोर से डंडा उठाकर मेरी तरफ़ दौडी और बोली : जबान चलाती है? जो सवाल पूछा गया उतने का ही जवाब देना चाहिये.
मैने कहा : ऎडवांस मे रखलो टीचर…फ़िर कभी तो फूछोगी ही.
अब तो टीचर बस गुस्से मे पागल हो गई और डंडा फ़ेंक मारा मेरी तरफ़. मैं तो चढ गई आलमारी पर.
टीचर बोली – ठीक है तू इतनी ही होंशियार और अक्लमंद है तो इंद्र की सभा की सात सर्वश्रेष्ठ अप्सराओं के नाम बता.
मैने कहा – टीचर जितने भी सात होते हैं वो तो मैने बता दिये.
टीचर बोली – सोमवार को याद करके आना वर्ना तेरी पिटाई पक्की.
तो मैने घर आकर इस सवाल का जवाब ढूंढ कर रट्टे मार कर याद कर लिया. अब यहां भी वही गडबड हो गई कि एक नाम ज्यादा याद कर लिया. अब आप तो मुझे यह बता दिजिये कि इनमे से कौन सा नाम हटा दूं? यानि जो आठवां नाम गलत है उसे हटाना है.
सवाल इस प्रकार है :- इन्द्र की इन्द्रसभा मे सात सर्वश्रेष्ठ अप्सराओं की गिनती मे निम्न अप्सराएं आती हैं. इनमे से सात नाम सही हैं और एक गलत है. कौन सा नाम गलत है? बताईये.
१. मेनका २. रम्भा ३. उर्वशी ४. स्वर्णलता ५. तिलोतमा ६. सुकेशी ७ धृताची ८ मंजुघोषा
अब मैं आपको दस बजे मेरे ब्लाग पर क्ल्यु के साथ मिलूंगी..आज मेरी छुट्टी है तो मैं जरा आराम से सोकर ऊठूंगी दस बजे तक. अच्छा अब रामप्यारी की तरफ़ से रामराम
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इस अंक के आयोजक हैं ताऊ रामपुरिया और सु,अल्पना वर्मा
kanyakumari, ye moorti vivekananda rock memorial ke bagal me lagi hai, shayad tamil kavi tiruvalluar ki hai
ReplyDeletekanyakumari, vivekananda rock memorial ke bagal me lagi hai ye moorti. shayad tamil kavi tiruvalluar ki hai
ReplyDeleteरामप्यारी इनमे से तो स्वर्णलता को हटा दो। ये ठीक ना हो तो इंद्रजी से ही पूछ लो।
ReplyDeleteaur is raampyaari ki bacchi ki to saat mahadveepon se mangaye gaye ek ek latth se pitai karungi...
ReplyDeletejab dekho ulte seedhe kaam karti rahti hai, kya jaroorat tha teacher ko gyaan dene chali gayi. arey ham log tumhari jaan bacha dete hain to sar par chadh gayi hai. soch rahi hoon is baar tujhe pitai khane hi doon...kuch din chup chap rahogi to teacher bhi sawal nahin poochegi. khud ko chain ki neend soti hai das baje tak aur hamari neend subah subah kharab kar deti hai.
मेरी समझ से ये सात नाम सही होने चाहियें-
ReplyDeleteमेनका
रम्भा
उर्वशी
स्वर्णलता
सुकेशी
धृताची
मंजुघोषा
ताऊ सोच-समझकर ईनाम देना। पहेली के चक्कर में खुद मैं भी उलझ गया हूँ।
घणी राम-राम।
यह जगह स्मारक है, पहली बार देखी है और हमारी पृथ्वी नीले गृह पर ही है।
ReplyDeleteस्थान - कन्याकुमारी
ReplyDeleteयह प्रसिद्ध तमिल कवी और विचारक संत तिरुवल्लुवर की १३३ फुट ऊंची मूर्ती है. तिरुवल्लुवर के ग्रन्थ तिरुक्कुरल की शिक्षाओं को आज भी तमिल समाज में बहुत मान्यता मिली हुई है.
रामप्यारी,
ReplyDeleteयह कैसा प्रश्न है? ताई ने सुन लिया तो लट्ठ लेकर ताऊ से पूछेंगी की "यह स्वर्णलता कौन है?"
चलो तुम्हारे सवाल के जवाब में हम यह कवित्त सुनाते हैं - सातों नाम इसमें हैं - जो चाहे चुन लो:
घृताची मेनका रम्भा उर्वशी च तिलोत्तमा ।
सुकेशी मञ्जुघोषाद्या: कथ्यन्तेऽप्सरसो बुधै: ।।
तिलोतमा
ReplyDeleteदेखा देखा सा तो लग रहा है !
ReplyDeleteये तो किसी बाबाजी की मुर्ती लग रही है. देखी तो नही है कहीं. तलाश करके बताते हैं.
ReplyDeleteताऊजी और अल्पना जी को प्रणाम, यह कन्याकुमारी स्थित थिरुवल्लुवर की प्रतिमा लग रही है। जानकर अचंभा हुआ कि 133 फीट ऊंची है और दुनिया की 50 सबसे ऊंची प्रतिमाओं में शुमार है।
ReplyDeleteरामप्यारी माताजॊ को प्रणाम. माताजी आप ये क्या सवाल पूछ रही हो? अब हमसे इतने सीधे सादे सवाल भी मत पूछा करो. इतने सीधे सवालों का क्या जवाब दें?
ReplyDeleteकोई टेढा सवाल पूछो जिससे जवाब देने मे मजा भी आये? जैसे यह पूछ सकती हो की दो और दो कितने होते हैं?
Thiruvalluvar Statue
ReplyDeleteRecently sculptured, huge landmark statue of famous Tamil saint and poet Thiruvalluvar located at the Southern most tip of India.
Date created - 2000
Sculptor - Dr. V. Sthapati
Material - Granite
Size - Statue 29 m and pedestal 11.5 m. Total 40.5 metres
Location - Kanyakumari, India.
Regards
गांधी स्मारक???
ReplyDeleteरविंद्र नाथ टैगोर स्टेच्यु?
ReplyDeleteरामप्यारी का जवाब सुकेशी?
ReplyDeleteरम्भा है रामप्यारी.
ReplyDeleteKanyakumari
ReplyDeleteBack to Classic RunAt the southern most land tip of India, where the Arabian Sea, the Indian Ocean and the Bay of Bengal meet, lies Kanniyakumari, an important pilgrim centre. Kanniyakumari is famous for its spectacular sunrises and sunsets, especially on full moon days. The beach itself is a beautiful site with multi-cloured sand. There is a lighthouse from where one can get a panoramic view. The Government museum offers a good collection of sculptural art crafts of Tamil Nadu.
Kanniyakumari was once referred to as the Alexandria of the east. It has been a great centre for the arts, culture, civilization, and pilgrimage for years. It was also a famous centre for commerce and trade.
Tiruvalluvar Statue
In 2000, the government of Tamil Nadu installed a large stone statue of the Tamil saint Tiruvalluvar on a rock. The Statue, which was sculpted by a team headed by Mr. Ganapathi Sthapathi, is 133 ft (41 m) high signifying the 133 chapters of Thirukural.
सूचना : एक प्रतिभागी का जवाब इमेल से आया है जो कि सही है. वो अभी प्रवास पर हैं और ब्लाग पर कमेंट नही हो पा रहा है. उनके दोनो जवाब सही हैं. उनका वरियता क्रंमाक इसी कमेंट के हिसाब से रहेगा.
ReplyDeleteक्या यह भारतीय शिल्प है? नहीं पता कहाँ का है...
ReplyDeleteरामप्यारी को भी निराश ही कर रहा हूँ, अप्सराओं से पाला नहीं पड़ा. दो तीन के ही नाम पता है :(
रामप्यारी, गलत नाम स्वर्णलता है.. बाकी सात नाम टीचरजी को बता देना..
ReplyDeleteअगर वो फिर भी नहीं माने तो 'अमरकोश' से लिया गया यह उद्धरण उन्हें सुना देना..
घृताची मेनका रम्भा उर्वशी च तिलोत्तमा ।
सुकेशी मञ्जुघोषाद्या: कथ्यन्तेऽप्सरसो बुधै: ।।
यहां स्पष्ट रूप से इंद्र की सभा की सात अप्सराओं के नाम लिए गए हैं..
रामप्यारी रानी तुम्हारा जवाब स्वर्णलता है.
ReplyDeleteऔर सारी बात छोडो आज तुम इस गोल्डन ड्रेस में किसी अप्सरा से कम थोडी लग रही हो.....बहुत प्यारी लग रही हो.....हाँ."
bye han
Kanyakumari
ReplyDeleteThiruvalluvar statue at Kanyakumari !!
ReplyDeleterampyari ye swarnlata apsara shayad inralok ki nahi hai.baki to ram hi rakhe,kahe ulajh jati ho teacher se,exam mein marks kum milenge,phir kahogi hum logo ne copy motes se tumhari maddat nahi ki:):),magar rampyari sharat karti hi achhi lagti hai:)
ReplyDeleteएक प्रतिभागी का जवाब इमेल से आया है जो कि सही है. वो अभी प्रवास पर हैं और ब्लाग पर कमेंट नही हो पा रहा है. उनके दोनो जवाब सही ....
ReplyDeleteसमीर जी एक ई-मेल इधर भी भेज देते .....!!
धृताची
ReplyDeleteताऊ जी सुना हैनमज़ा जीतने से ज्यादा हारने मे आता है,इसलिये हारते चला जा रहा हूं।
ReplyDelete"स्वर्णलता"
ReplyDeleteमुझे दोनों के जवाब नही आते :-(
ReplyDeleteशनिचरी पहेली का हमारे द्वारा पहली बार सही जवाब यह है:
ReplyDeleteकन्याकुमारी में संत कवी तिरुवल्लुवर की विशालकाय प्रतिमा है.
इनकी जग प्रसिद्द रचना है "थिरुकुरल"
Answer :
ReplyDeleteThiruvalluvar statue - Kanyakumari
उत्तर :
ReplyDeleteदेश की ये कैसी दुश्वारी है
श्री नगर हैं पर कन्याकुमारी है !!
रामप्यारी के सवाल का जवाब है - स्वर्णलता
ReplyDeleteतिरुवेल्लुवर की मूर्ति है कन्याकुमारी, तमिलनाडु मे
ReplyDeleteयहां अरब सागर, हिन्द महासागर और बंगाल की खाडी तीनों मिल जाते हैं
ताऊ जी राम राम आज पहली बार आपकी पहेली में हिस्सा लेने जा रहा हूँ..
ReplyDeleteयह मूर्ति तिरुवल्लुवर संत की है... और यह शायद कन्या कुमारी में है...
जहाँ तक अप्सराओं का सवाल है उनसे जरा कम ही पला पढ़ा है लगता है की स्वर्णलता गलत है... पर अभी sure नहीं हूँ
मीत
आज तो मैं बड़ी जल्दी आ गया था इस पहेली को बूझने।पिछले दो-एक बार से मिस करता आ रहा हूँ....मगर नतीजा तो वही टांय-टांय फिस्स है
ReplyDeleteकोई ज्वाब तो आता नहीं
हाँ ये सप्त ऋषि और सत्प्चिरंजीवी वाली जानकारी के लिये शुक्रिया
अप्सरा वाले जवाब में मेरे ख्याल से तिलोतमा गलत जवाब है।
ताऊ मानने तो लगे की यू स्वर्णलता ही घुस के इन अप्सराओं के साथ बैठ गई है.. यही है जो की अप्सरा नहीं है...
ReplyDeleteमीत
रामप्यारी
ReplyDeleteतम्हरा उत्तर ४. स्वर्णलता
vivekanand statue, Kanyakumari.
ReplyDeleteताऊ महाराज्! यो शायद "कबीरदास" जी का बुत्त है जो कि कन्याकुमारी में थिरूवैलूवर(Thiruvalluvar)नामक जगह पर स्थित है.
ReplyDeleteताऊ एक गलती हो गई......नाम कबीर दास जी की जगह Thiruvalluvar पढा जाए.जो कि एक तमिल कवि थे.
ReplyDeleteलगता है कि अबकी बार पहला सही जवाब सुब्रमणियम जी का ही होगा, आखिर पहेली का सवाल इन्ही के एरिया से संबंधित है.
ReplyDeleteअरे ये तो कन्याकुमारी स्थित महान तमिल संत और तिरुकुरल के रचयिता तिरुवल्लुवर की प्रतिमा है... १३३ फीट ऊँची इस प्रतिमा का निर्माण कार्य २००० में पूरा हुआ. समुद्री टापू पर बनी हुई यह प्रतिमा विवेकानंद स्मारक वाले टापू के बगल में है. पिछली बार की तरह इस बार भी उत्तर मुझे पता था, देर से आया इसके लिए कम अंक नहीं मिलने चाहिए :-)
ReplyDeleteतुने वसीयत मे जो दिए,
ReplyDeleteकुछ रुसवा लम्हे,....सीमा गुप्ता की कविता की ये पंक्तियाँ मन भाई...
और तिलोत्तमा अप्सरा नही है ...यही जवाब है ...साथ ही स्टेचू का जवाब नही पता,
अरे रामप्यारी के सवाल का जवाब तो मैं भूल ही गया था. ऐसे ही पौराणिक सवाल पोछा कर रामप्यारी :-) चोकलेट मेरी तरफ से !
ReplyDeleteघृताची मेनका रम्भा उर्वशी च तिलोत्तमा ।
सुकेशी मञ्जुघोषाद्या: कथ्यन्तेऽप्सरसो बुधै: ।।
तो उत्तर हुआ स्वर्णलता !
ये तो कुछ समझ मे नही आया कि क्या है? कहीं बाहर विदेश से तो नही ऊठा लाये ताऊ कुछ?
ReplyDeleteरामप्यारी का जवाब मंजूघोषा है.
ReplyDelete*पूछा कर
ReplyDeleteयह है नेहरु स्मारक
ReplyDeleteतिलोत्तमा
ReplyDeleteफ़िर आते हैं पता करके.:)
ReplyDeleteफ़िर आते हैं पता करके.:)
ReplyDeleteयह तो कोई रीषि मुनी की मूर्ती दिख रही है. कौन है? मुश्किल है
ReplyDeleteरामप्यारी का जवाब स्वर्णलता
ReplyDeleteसुकेशी इन दोनो मे से ही कोई होगा.
राम प्यारी तू ये ठीक न कर रही मेरे साथ !
ReplyDeleteमैंने बोला था कि फिर से कोई लफड़ा लेके न
आ जाना ! लेकिन तू बाज न आने वाली !
अब बता कि मैं क्या करूँ ?
धार्मिक चीजों को देखते ही मुझे हाई ब्लड प्रेशर और लो ब्लड प्रेशर दोनों हो जाता है !
चक्कर आने शुरू हो जाते हैं ! धार्मिक किताबों को पढ़ते ही टाइफाइड हो जाता है !
पिछली बार तो तुक्का लग गया था !
अब क्या करूँ ?
ये कौन सी लिस्ट है !
इनमें से तो एक नाम ही सुना हुआ सा है ..........
लेकिन वो तो अपने चुनाव क्षेत्र में हैं !
तेरी लिस्ट सही करने के लिए कौन सी
किताब पढूं ?
मेरे पास तो हनुमान चालीसा भी नहीं है !
ताऊ राम राम अल्पना वर्मा जी का जवाब या सीमा गुप्ता जी का जवाब मेरे में कापी कर देना बाकी सब ठीक हे सात नाम के बारे में वशिष्ठ जी से पता करके बताता हूं
ReplyDeleteye to sant tiruviram he.. kanya kumari me..
ReplyDeleteये तो कन्याकुमारी में थिरुवलुर जी की भारत की ओर देखती हुई प्रतिमा है।
ReplyDeleteरामप्यारी वैसे तो इन्द्र की सभा में 26 अप्सराएं है, लेकिन जब तुमने मुख्य सात् अप्सराओं के बारे में ही सवाल पूछा है तो हमारा जवाब ये है कि "स्वर्णलता" का नाम निकाल देना चाहिए.....मेनका,घृ्ताची,उर्वशी,त्तिलोतमा,रम्भा,सुकेशी का तो पक्का पता है....सिर्फ मंजूघोषा और स्वर्णलता इन दोनों में से एक के बारे में थोडी कन्फयूसन हो रही है. खैर स्वर्णलता लाक कर दिया जाए.
ReplyDeleteऔर हां ताऊ, सप्त प्रजापतियों में अन्तिम नाम महर्षि केतु नहीं बल्कि "महर्षी क्रतु" है.....ठीक कर लीजिए.
स्वर्णलता का नाम हटा दीजिये, बाकी सात ठीक लग रहे हैं।
ReplyDeleteमैंने अपने आस-पास के कई विद्वानों
ReplyDelete(विश्वविद्यालय के छात्रों) से संपर्क किया तो
पता चला कि तेरी पूरी लिस्ट ही गड़बड़ है !
सात सर्वश्रेष्ठ अप्सराओं के नाम इस प्रकार होंगे :
१ - बिपाशा बसु
२ - करीना कपूर
३ - कैटरीना कैफ
४ - राखी सावंत
५ - दीपिका पादुकोणे
६ - प्रीती जिंटा
७ - मल्लिका शेरावत
ताऊ रामराम,
ReplyDeleteजवाब बताऊँ? लग तो मुझे रहा है क... कन...कन्या....कन्याकु...कन्याकुमारी में विवेकानंद रोक.
बाकी तेरी मर्जी.
ताऊ हम तो इस दरिया किनारे कभी नहीं गए अतः हमें नहीं पता ये कोनसी जगह है !
ReplyDeleteVivekananda temple and Thiruvalluvar statue - Kanyakumari, India
ReplyDeleteविवेकानंद स्मारक, कन्या कुमारी...
ReplyDeleteRampyari answer:
ReplyDeleteघृताची मेनका रम्भा उर्वशी च तिलोत्तमा ।
सुकेशी मञ्जुघोषाद्या: कथ्यन्तेऽप्सरसो बुधै: ।।
(so the answer is swarnlata)
tau ka answer:
ReplyDeletehttp://en.wikipedia.org/wiki/Kanyakumari_(town)
rampyari ji ka answer pehle hi de chuka hoon....
rampyari ji ke hint ka answer:
मुझको भी तरकीब सिखा कोई यार blogger।अक्सर देखे हैं तेरे post पे comment हजारों.जब कोई post reject हुआ या old हुआ . छोड़ के उसको नया कुछ लिखने लगते हो ,तेरे इन posts में लेकिन एक भी comment अलाचोना सा कोई,देख नहीं सकता है.मैंने तो एक बार लिखा था एक ही post .उसकी सारी छिछालेदार,सारी आलोचनाएं . साफ़ नज़र आती है मेरे यार blogger,मुझको भी तरकीब सिखा मेरे यार blogger.
हा..हा..हा.. मुझे दोनों का ही उत्तर नहीं आता. चलो पीछा छूटा.
ReplyDeleteकन्याकुमारी, विवेकानंद मेमोरियल
ReplyDeleteगर्मी के माए दम निकल रहा है, ताऊ तुम तो ए सी मे बैठ कर मजे से पहेली पूछ रहे हो यहाँ यह मूर्ति को ढूढ्ते ढूढ्ते पसीना आ गया ........राम राम मेरी शेखावाटी
ReplyDeleteरामप्यारी की पहेली का जवाब स्वर्णलता होना चाहिए।
ReplyDeleteताउ की पहेली के जवाब के लिए अभी तीर तुक्कों के जुगाड़ में जुट जाते हैं :)
ये प्रतिमा तिरुवल्लुवर जी की है....
ReplyDeleteतामिलनाडु में है.
दक्षिण भारत के प्रसिद्ध संत कवि तिरुवल्लुवर जी की प्रतिमा है
ReplyDeleteतमिलनाडु में है
This is the statue of Thiruvalluvar in Kanyakumari.
ReplyDeleteThe Thiruvalluvar Statue is a 133 feet (40.5 m) tall stone sculpture of the Tamil poet and saint Tiruvalluvar, author of the Thirukkural. It was completed in 2000 and is located atop a small island near the town of Kanyakumari, where two seas and an ocean meet; the Bay of Bengal, the Arabian Sea, and the Indian Ocean . The idea of the Statue was conceived and achieved by Dr. Kalaingar M. Karunanidhi, Chief Minister of Tamilnadu.
The statue has a height of 95 feet (29 m) and stands upon a 38 foot (11.5 m) pedestal that represents the 38 chapters of "virtue" in the Thirukkural. The statue standing on the pedestal represents "wealth" and "pleasure", signifying that wealth and love be earned and enjoyed on the foundation of solid virtue.
The combined height of the statue and pedestal is 133 feet (40.5 m), denoting the 133 chapters in the Thirukkural. It has a total weight of 7000 tons.
The statue, with its slight bend around the waist is reminiscent of a dancing pose of the ancient Indian deities like Nataraja.
Details of the Statue: -
Cheif Scultptor : Thiru V.Ganapathi sthapathi
Height of the statue - 95 feet
Height of the pedestial - 38 feet
Statue along with the pedestial - 133 feet
Height of the face - 10 feet
Height of the body part - 30 feet
Height of the thigh part - 30 feet
Height of the leg part - 20 feet
Fore arm - 10 feet
Length of the manuscript - 10 feet
Width of the shoulder - 30 feet
Length of the hairdo - 5 feet
Peripheral wall including the statue & mandap - 60 * 50 feet
10 Elephants, each as tall as 5' 6 inches
Weight of the pedestial, statue and the wall - 7000 tones
Sculptures and other worksmen - 500
ताऊ को म्हारी भी राम राम सैं, ताऊ यो तो कन्यकुमारी के पास एक पत्थरीला टापू है और यह मूर्ती है तमिल कवि और संत तिरिवैल्लूवर की.. जो विवेकानन्द नामक चट्टानी टापू के पास स्थित है..
ReplyDeleteरामप्यारी आपने जो जवाब दिया था ना वह तो एकदम सही था पर स्वर्णलता आपने गलत जोड दिया इसे छोड कर बाकी सब अपसराएं ही है...
ReplyDeletesukeshi ko hata do raampyaari, maine jitna dhoondha mujhe bas yahi ek mili jo apsara to nahin hai par kaafi famous sherni hai.
ReplyDeleteconfusion ho rakha hai, swarnlata ke bare me bhi kuch nahin mila...koi ladki hai punarjanm wali...isliye sara confusion hai, maine socha fir se janm liya hai apsara to hogi hi...par galat hai ye baat. maine abhi chitrgupt ko phone laga ke pata kiya hai, usne database me dekha, apsaron ki duty me swarnlata ka naam nahin hai. to main bhi swarnlata hi bol deti hoon. final jawab, mere number de dena raampyari, warna saat latth maine mangwa rakhe hain.
ReplyDeleteRampyari ka jawaab]
ReplyDeleteSwarnlata
बोनस सवाल का जवाब :
ReplyDeleteस्वर्णलता
[अब टीपने का मौका मिला]
इस बार की पहेली में बहुत बड़ी साजिश की महक आ रही है !
ReplyDeleteएक ही श्लोक इतने लोगों तक कैसे पहुँच गया ?
रामप्यारी क्या तूने चाकलेट लेके पर्चा आउट कर दिया था ? ?
अरे आज सुबह ही आ जाता आपके ब्लॉग पर तो पहला स्थान पक्का था मेरा.....
ReplyDeleteये तो मैंने देखा हुआ है. ये कन्याकुमारी में एक छोटे से द्वीप पर स्थित महान तमिल कवि और संत तिरुवल्लुवर की प्रतिमा है.
अब रहा रामप्यारी के सवाल का जवाब...
ReplyDeleteइनमे से मेनका, रम्भा और उर्वशी को तो मैं पर्सनली जानता हूँ. बाकियों का पता करके अभी बताता हूँ.
ताऊ जब इतने लोग कह रहे की ये प्रतिमा तिरुवल्लुवर जी की है....
ReplyDeleteतामिलनाडु में तो वही होगी ...मैंने तो बहुत ढूँढा मिला नहीं ...रामप्यारी का जवाब भी स्वर्णलता लाक कर दें.....!!
आ ....हा ...ताऊ याद आया तिरुवल्लुवर कवि को तो मैंने भी पढा है.....कन्या कुमारी तो मै भी गयी हूँ पर इस प्रतिमा का तो याद नहीं की थी या नहीं.....!!
ReplyDeleteस्वर्णलता को हटा दो रामप्यारी ..... (वैसे ये लवी की मम्मी का सजेशन है. )
ReplyDeleteइन में से स्वर्णलता का नाम हटा देना चाहिये.
ReplyDeleteसूचना : - पहेली का जवाब देने की समय सीमा समाप्त हो चुकी है. आप सभी प्रतिभागियों का हमारे उत्साह वर्धन के लिये बहुत आभार.
ReplyDeleteजैसे ही रिजल्ट तैयार होगा आज ही प्रकाशित कर दिया जायेगा.
धन्यवाद.