समय के साथ २ इंसान का झुकाव जोर शोर से शाकाहार की और हो रहा है ! ऐसे में नागराज कैसे पीछे रह सकते हैं ? नीचे की तस्वीरे देख कर तो ऐसा ही लग रहा है की नागराज ने भी अब चूहे और मेंढक खाना छोड़ कर शाकाहार अपना लिया है ! आराम से गोभी के फूल में बैठ कर गोभी भक्षण कर रहे हैं ! आपको शायद अचरज लग रहा होगा, पर तस्वीर पर चटका लगा कर ख़ुद देख लीजिये ! जय हो शाकाहार की !
क्या बात है हम ओर आप आज लगभग एक साथ अपने कोम्पुटर पर आये.पिछले दो दिन की छुट्टी के बाद ताऊ के दर्शन ....राम राम ताऊ
ReplyDeleteअल्लाह कमाल है अरे वल्लाह कमाल है . ताऊ कमाल है अरे साँप भी कमाल है . कमाल है कि कुछ गोलमाल है ?
ReplyDeleteलगता है नाग देवता मांसाहार से उकता गए
ReplyDelete"साँप भी अब हुए शाकाहारी" ...रे ताऊ ये घणी जोर की बात हुई...साँप भी हमारी बिरादरी में आ गए और हमें बेरा भी न पाटटा...जोर की ख़बर दी आपने.
ReplyDeleteनीरज
ताऊ ने करवाया ताई और भैंस का बीमा…shaandaar post thii...:)
ReplyDeleteoodi baba! saanp bhi shakhahari ho liye.. ye to sirf taooname mein hi ho sakta hai..
ReplyDeleteसांप को सब्ज़ी का भाव बता देते। वापस चूहे-मेंढक खाने लगता।:-)
ReplyDeleteइच्छाधारी सांप के बारे में सुना था। आपकी कृपा से शाकाहारी/शाकविचरी सांप के बारे में पता चल गया।
ReplyDeleteसांप चाहे जो खाये; बस काटे मत!
सांप के शाकाहार की
ReplyDeleteजय ताई के प्यार की
जिब ब्याह के बाद ताऊ शाकाहारी होग्या तो सांप की के औकात
मेरे खयाल तै यू ब्याहा होया सांप सै
यें मेंढकी
यें चुहिया
ब्याह तै पहलम ही चोक्खी लाग्गै
ये सही किया सांप ने. पर ताऊ ये तो बताओ की चिट्ठे से हरयान्वी क्यूट गर्ल की फोटो कहाँ गायब हो गई, ताई ने लट्ठ मार दिया क्या :D
ReplyDeleteअरे ताऊ सब सौंप नागराज नहीं होते -यह बेचारा सीधा सादा सा विषहीन साँप है -शायद धामन .गोभी के फूल पत्तों में बिचारा डरकर छुपा था -मरता क्या न करता सब्जीवाले के ठेले से वभाग निकला -और हाँ सापो पर लवली जी का पेटेंट है -सर्वाधिकार ! बिना उनकी अनुमति के आप ने क्या इसे प्रकाशित किया है -बोले तो भारतीय भुजंग से अनुमति ली है ?
ReplyDeleteमन्नै तै यो इच्छाधारी लट्ठ लाग्गै सै,जो ताऊ तै घबराके नाग का भेस धर्या, पर गोब्भी में क्यूँ जा छिप्या, बेरा ना पाट्या! गोब्भी का साग ताई घणा बनावै सै के?
ReplyDeleteअच्छा ऐसा होने लगा है क्या।
ReplyDeleteऔर सर जी घुग्घी की फोटो हो तो भेज दे जरा। जो गाँव में दोपहर में बोलती है। उसकी आवाज सुनने को मन करता है पता नही क्यों।
ताऊ राम राम जी की,यह सांप सब्जिया क्यो खाता है ताऊ शायद इसे पता चल गया कि मांस खाने से आदमी ज्यादा बीमार होता है
ReplyDeleteचलिये हमारा एक साथी ओर बढ गया, शाका हारी
धन्यवाद
लगता है साँप भी कैलरी कान्शश हो रहे है !!हा हा हा हा
ReplyDeleteअच्छी ख़ुशी की खबर है हम जैसे शाकाहारियों के लिए...अब नाग देवता को मेनका गाँधी जी के साथ काम पर लगाये देते हैं.
ReplyDeleteसौंप 'भी' हुए? आपको क्या लगता है आदमी भी हो जायेंगे? अरे इस साँप को भी नहीं छोडेंगे :-)
ReplyDeleteताउ म्हारा के ढूंढ लावे और सबेरे-सबेरे म्हारा बनावे है। उ बेचारा तो जाण बचाके बैठा और म्हारा ताउ उसपे गोभ्भी खाने का इल्जाम लगा रिया है।
ReplyDeleteचलो कोई प्राणी तो आगे आए इंसानों से रोल-बदली करने!
ReplyDeleteअद्भुत,ताऊ जो करे अद्भुत करे।
ReplyDeleteअरविन्द जी हर जगह खिंचाई करते रहते हैं..सुंदर फोटो यह तो पक्का पता है, खा तो नही ही रहा होगा
ReplyDelete'ab bechara kya kre, mehngaee ka jmana hai...........abhee to bechara ghobee kha rha hai, kuch time ke baad shayad grass bhee khayega, papee pait ka sval hai na..."
ReplyDeleteregards