कल से दुनिया भर के शेयर बाजार रिकार्ड तोड़ तेजी में हैं ! यहाँ एक सतर्कता भी जरुरी है ! सभी देशों की सरकारों ने भी उपाय किए हैं ! अच्छा है सब कुछ आशा के अनुरूप हो ! हमारे भारतीय शेयर मार्केट के सन्दर्भ में एक बात का ख्याल हमको अवश्य रखना चाहिए की यहाँ पर विदेशी निवेशको द्वारा की जाने वाली संभावित सेल तेजी के गणित को प्रभावित कर सकती है !
अगर आंकडो में मोटे तौर पर देखें तो फिरंगियों का निवेश २८० बिलियन डालर का था ! इसमे से १० बिलियन डालर का माल बिक चुका है ! बचे हुए माल की कीमत अब सिर्फ़ ९० बिलियन डालर के आस-पास रह गई है ! अब ये जो ९० बिलियन डालर का माल है , ये जब तक बिक कर ४५ बिलियन डालर के आस-पास नही रह जाता तब तक हर ऊँचे भाव पर सेलिंग प्रेशर आता रहेगा !
ये मैंने अपने मन की बात, जो महसूस की, वो बताई है ! बाक़ी आप अपने विवेक से काम ले और अपने निवेश सलाहकार की राय से काम करे !
अच्छा विश्लेषण किया है ताऊ जी . आभार !
ReplyDeleteबहुत ही सामायिक अच्छा विश्लेषण किया है अपने धन्यवाद्
ReplyDeleteबिल्कुल सही विश्लेषण किया है आपने।
ReplyDeleteवाह ताऊ वाह
ReplyDeleteसेंसेक्स शब्द भ्रामक है
इसमैं सही हिसाब किताब तै
किसे तजुरबेकार गेल
ही काम चाल्लै
सामयिक चिंतन खात्तर बधाई
इस समय सबसे बड़ी फ्रीडम है सेलिंग प्रेशर को झेल जाना।
ReplyDeleteइस बीयर मार्केट में आप तब तक हारते नहीं, जब तक बेचते नहीं।
शुतुरमुर्ग शायद बेस्ट आइकॉन है सामयिक स्ट्रेटेजी का।
बिल्कुल ठीक सलाह सही समय पर दे रहे हो ताऊ ! अपने देश में आकर यह बेचारे भी चौपट हो गए !
ReplyDelete:-)
Very good advice -
ReplyDeleteThank you for this article.
सही समय पर सही सलाह
ReplyDeleteभाई ताउ इस मामले मै तो हम ताऊ ही है, मुझे नही पता इस बारे ओर ना ही कभी इच्छा हुयी, लेकिन फ़िरंगी शव्द बहुत अच्छा लगा, ओर इस लेख पर इस फ़िरंगी शवद ने चार चांद लग दिये.
ReplyDeleteधन्यवाद
sahi salah ke liye aabhar.
ReplyDelete"dkaitee chod kr consultancy vo bhee free mey.....mazra kya hai..'
ReplyDeleteregards